वैदिक काल एवं उत्तर वैदिक काल
ऋग्वैदिक काल- 1500-1000 ईसा पूर्व
उत्तर वैदिक काल- 1000-600 ईसा पूर्व
आर्य शब्द इंगित करता है- श्रेष्ठ वंश को
भारत में आर्य सबसे पहले किस क्षेत्र में बसे- सप्तसैंधव (पंजाब एवं आस-पास)
वेद
के संकलनकर्ता किसे माना जाता है- महर्षि कृष्ण द्वैपायन वेद व्यास
ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद को सम्मिलित रूप में कहा जाता है- संहिता
‘त्रयी’ से तात्पर्य है- ऋग्वेद, यजुर्वेद एवं सामवेद
ऋग्वेद
चारों
वेदों में सर्वाधिक प्राचीन वेद किसे माना जाता है- ऋग्वेद
ऋग्वेद
का कौन सा मंडल सबसे प्राचीन माना जाता है- दूसरा एवं सातवां
ऋग्वेद
में कौन सा मंडल सबसे नया माना जाता है- पहला एवं दसवां
ऋग्वेद
के दसवें मंडल के किस सूक्त में हमें वर्ण व्यवस्था का उल्लेख मिलता है- पुरुष सूक्त
वह वैदिक ग्रंथ जिसमें वर्ण
शब्द का सर्वप्रथम उल्लेख मिलता है- ऋग्वेद
ऋग्वेद में इंद्र के बाद सर्वाधिक संख्या में मंत्र
किस देवता को समर्पित है- अग्नि
गायत्री मंत्र (रचनाकार-विश्वामित्र) के नाम से
प्रसिद्ध मंत्र का उल्लेख सर्वप्रथम किस ग्रंथ में मिलता है- ऋग्वेद
में
ऋग्वेद में उल्लिखित सबसे महत्वपूर्ण तथा पवित्र नदी
माना जाता था- सरस्वती
ऋग्वेद में सिंधु
नदी का उल्लेख सबसे ज्यादा हुआ है जबकि गंगा का उल्लेख कितनी बार हुआ - एक बार
गोत्र शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम कहां मिलता है- ऋग्वेद
ऋग्वेद
के नौवें मंडल को क्या कहा जाता है- सोम मंडल
‘असतो मां सद्गमय’ वाक्य कहां से
लिया गया- ऋग्वेद
दसारज्ञ युद्ध (रावी नदी) का उल्लेख ऋग्वेद के किस
मंडल में है- सातवें मंडल
ऋग्वेद की अनेक बातें ईरानी भाषा के किस ग्रंथ से समानता रखती है- अवेस्ता
सामवेद
किस वेद का संकलन ऋग्वेद पर आधारित है- सामवेद
भारतीय
संगीत का जनक किस वेद को माना जाता है- सामवेद
सामवेद
क्या है- यज्ञ के अवसर पर गाए जाने
वाले मंत्रों का संग्रह
सामवेद
में मुख्य रूप से किस की स्तुति संबंधी मंत्र है- सूर्य
सामवेद
के पुरोहित को क्या कहा जाता है- उद्गाता
यजुर्वेद
वह
वेद जो पद एवं गद्य दोनों में मिलता है- यजुर्वेद
यज्ञ
संबंधी नियम एवं विधि विधानों का संकलन किस वेद में मिलता है- यजुर्वेद
यजुर्वेद
को मुख्य रूप से कितने भागों में बांटा गया है- 2 (कृष्ण यजुर्वेद एवं शुक्ल यजुर्वेद)
शुक्ल
यजुर्वेद को किस अन्य नाम से जाना जाता है- वाजसनेयी संहिता
यजुर्वेद
का पाठ करनेवाला क्या कहलाता है- अध्वर्यु
यजुर्वेद
को कितनी शाखाएं हैं- 5
अथर्ववेद
अथर्व शब्द
का तात्पर्य- पवित्र जादू
वह वेद जिसमें वशीकरण, तंत्र-मंत्र
का वर्णन है- अथर्ववेद
किस वेद में कुरु के
राजा परीक्षित का उल्लेख है जिन्हें मृत्युलोक का देवता बताया गया- अथर्ववेद
किस वेद में सभा व समिति को प्रजापति की दो पुत्रियां कहा गया- अथर्ववेद
कौन सा वेद सामान्य जनजीवन को प्रस्तुत करता है- अथर्ववेद
वेद |
उपवेद |
संबंधित शास्त्र |
ऋग्वेद |
आयुर्वेद |
चिकित्सा शास्त्र संबंधित |
यजुर्वेद |
धनुर्वेद |
युद्ध कला से संबंधित |
सामवेद |
गंधर्ववेद |
कला-संगीत
संबंधित |
अथर्ववेद |
शिल्पवेद |
भवन-निर्माण
कला |
ब्राह्मण
प्रत्येक
वेद की गघ रचना क्या कहलाती है-
ब्राह्मण
वे ग्रंथ
जिसमें यज्ञ संबंधी विषयों का प्रतिपादन किया गया क्या कहलाता है- ब्राह्मण
वेद |
संबंधित
ब्राह्मण |
ऋग्वेद |
ऐतरेय
एवं कौषीतकी ब्राह्मण |
यजुर्वेद |
शतपथ, वाजसनेयी ब्राह्मण |
सामवेद |
पंचविश
ब्राह्मण |
अथर्ववेद |
गोपथ
ब्राह्मण |
राजा की उत्पत्ति का सिद्धांत सर्वप्रथम कहां मिलता है- ऐतरेय
ब्राह्मण
किस ब्राह्मण में चार वर्णों के कर्तव्यों का उल्लेख-ऐतरेय ब्राह्मण
वेदांग
वेदों
को भली-भांति समझने के लिए कितने वेदांग की रचना की गई है- 6 (छंद, कल्प, ज्योतिष, निरुक्त, शिक्षा एवं व्याकरण)
जीविकोपार्जन हेतु वेद-वेदांग
पढ़ानेवाला अध्यापक कहलाता था- उपाध्याय
उपनिषद
उपनिषद
का शाब्दिक अर्थ- वह विद्या जो गुरु के समीप बैठकर सीखी जाती है ।
उपनिषदों की कुल संख्या- 108
उपनिषद को किस अन्य नाम से भी
जाना जाता है-
वेदांत (क्योंकि
यह वेदों का अंतिम भाग है)
उपनिषदों का मुख्य विषय क्या है- दर्शन
भारत
का राष्ट्रीय वाक्य ‘सत्यमेव जयते’ कहां से लिया गया
है- मुंडकोपनिषद
मोक्ष शब्द का सबसे पहले उल्लेख कहां हुआ है- श्वेताश्वर उपनिषद में
नचिकेता एवं यम का संवाद किस उपनिषद में है- कठोपनिषद
भारतीय दर्शन का स्रोत किसे माना जाता है-
उपनिषद
जीवन
के चारों आश्रमों का उल्लेख कहां मिलता है- जबालोपनिषद
चारों
आश्रम में किस आश्रम को सर्वश्रेष्ठ बताया गया है- गृहस्थ आश्रम
संस्कारों
का शास्त्रीय विवेचेन सर्वप्रथम किस उपनिषद से प्राप्त होता है-वृहदारण्यकोपनिषद
पुराण
पुराणों की कुल संख्या कितनी है- 18
सर्वाधिक प्राचीन एवं प्रमणिक पुराण किसे माना जाता
है- मत्स्य पुराण
- विष्णु पुराण मौर्यवंश
- वायु पुराण गुप्त वंश
- मत्स्य पुराण आन्ध्र सातवाहन वंश
पुराणों
के रचयिता माना जाता है-लोमहर्षक अथवा उनके पुत्र उग्रश्रवा
विष्णु के 10 अवतारों
का उल्लेख किस पुराण में मिलता है- मत्स्य पुराण
विष्णु पुराण में कितने युगों का वर्णन किया गया है-
4(सतयुग, त्रेतायुग,
द्वापरयुग एवं कलियुग)
द्वापर युग में विष्णु के कितने अवतारों का उल्लेख
किया गया है-2,
कृष्ण एवं बुद्ध
कलियुग में संहारक शक्तिवाला मानव (विष्णु अवतार) को
क्या नाम दिया गया है-कल्कि
आरण्यक
ब्राह्मण
ग्रंथों का अंतिम भाग जिसमें दार्शनिक एवं रहस्यात्मक विषयों का
वर्णन है क्या कहलाता है- आरण्यक
ज्ञान
एवं कर्म मार्ग के मध्य सेतु का कार्य कौन करता है- आरण्यक
वैसे
ग्रंथ जिसकी रचना जंगल के शांत वातारण में की जाती है- आरण्यक
स्मृतियां
धर्मशास्त्र
की संज्ञा किन ग्रंथों को दी जाती हैं- स्मृति ग्रंथ
किन
ग्रंथों के माध्यम से सामाजिक नियम बताए गए हैं- स्मृति ग्रंथ
हिन्दू
समाज के आदर्श तथा चरित्र पर किस स्मृति में विशेष प्रकाश डाला गया- मनु स्मृति
स्मृतियों में सबसे प्राचीन एवं महत्वपूर्ण स्मृति कौन है- मनुस्मृति
हिंदुओं की प्रमाणिक विधि संहिता किसे कहा जाता है- मनुस्मृति
मानव जाति का पिता किसे माना गया है- मनु
किस स्मृति से गुप्त वंश की जानकारी प्राप्त होती है- नारद स्मृति
महाभारत
का प्रारंभिक उल्लेख कहां मिलता है- अश्वलायन गृहसूत्र
सूत्र
जिनमें नियमों,
विधि का प्रतिपादन होता है कहलाते हैं- कल्पसूत्र
महाकाव्य, दर्शन
एवं यज्ञ
रामायण के
रचनाकार-
महर्षि वाल्मिकी
चतुर्विशतिसहस्री
संहिता –
रामायण
रचनाकाल- 400 ई. पूर्व
रामायाण के
7 कांडों में सबसे बड़ा कांड किसे माना जाता है- युद्ध
कांड
रामायण का
तमिल अनुवाद रामावतारम् नाम से किसके द्वारा किया गया- कम्बन
द्वारा
रामायण का
बांग्ला अनुवाद किसके द्वारा किया गया- कृतिवास
द्वारा
महाभारत का मूल नाम क्या है- जय
संहिता
महाभारत के
रचनाकार—महर्षि
व्यास
जय संहिता/ सतसहस्री संहिता –महाभारत
महाभारत युद्ध संभवतः कब लड़ा गया- 950 ई.पूर्व
महाभारत के
18 पर्वों में किस पर्व का एक भाग गीता है- भीष्म
पर्व
सर्वप्रथम
अवतारवाद का उल्लेख कहां मिलता है- गीता में
भारतम् नाम
से महाभारत का तमिल अनुवाद किसके द्वारा किया गया-
पेरुन्देवनार
दर्शन |
प्रवर्तक |
चार्वाक |
चार्वाक |
न्याय |
गौतम |
सांख्य |
कपिल |
योग |
पतंजलि |
वैशेषिक |
कणाद/उलूक |
पूर्व मीमांसा |
जैमिनी |
उत्तर मीमांस |
बादरायन |
सबसे प्राचीन दर्शन किसे माना जाता है- सांख्य
दर्शन
विश्व में सर्वाधिक प्रचारित भारतीय दर्शन है- योग
दर्शन
वह दर्शन जो ईश्वर को विश्व
का सृष्टिकर्ता मानता है-
न्याय दर्शन
वेदों के कर्मकांड तथा ब्राह्मण ग्रंथों से संबंधित दर्शन है- पूर्व मीमांसा
वह दर्शन जो केवल ब्रह्म को ही सत्य मानता है- उत्तर
मीमांसा
वैदिक काल में अघन्य किसे माना गया है- गाय
वैदिक काल में मनुष्य एवं देवता के बीच मध्यस्थ की
भूमिका निभाने वाले देवता कौन थे- अग्नि
पूर्व वैदिक आर्यों का धर्म प्रमुखतः क्या था- प्रकृति पूजा एवं यज्ञ
उत्तर वैदिक काल में इंद्र के स्थान पर सर्वाधिक
प्रिय देवता का स्थान किसने ग्रहण किया- प्रजापति
वैदिक कालीन देवता
इन्द्र |
युद्ध् एवं वर्षा का देवता |
सोम |
वनस्पति के देवता |
पूषण |
पशुओं के देवता |
अश्विन |
विपत्तियों को हरनेवाला |
मरुत |
आंधी-तूफान के देवता |
अग्नि |
देव-मनुष्य के मध्यस्थ |
उषा |
प्रगति एवं उत्थान देवता |
द्यौ |
आकाश का देवता |
राजसूय यज्ञ का प्रथम उल्लेख किस ग्रंथ में मिलता है- ऐतरेय
ब्राह्मण
आर्यों के देवताओं में सबसे प्रिय देवता कौन थे- इंद्र (पुरंदर)
उत्तर वैदिक काल में इन्द्र का स्थान किस देवता ने लिया- प्रजापति
राजसूय यज्ञ |
राजा
के सिंहासन आरोहण से संबंधित |
वाजपेई यज्ञ |
शक्ति प्रदर्शन
एवं प्रजा के मनोरंजन हेतु किया जाने वाला |
अश्वमेघ यज्ञ |
राजनीतिक
विस्तार हेतु किया जाने वाला यज्ञ |
अग्निओस्टम यज्ञ |
देवताओं को
प्रसन्न करने हेतु क्या जाने वाले यज्ञ |
इंद्र की तुलना किसी ईरानी देवता से की जाती है- बुरिजस
इंद्र की तुलना किस यूनानी देवता से की जाती है-ज्यूस
हिन्दु
धर्म के अनुसार किस संस्कार के बाद दूसरा जन्म माना जाता है- उपनयन संस्कार
शिक्षा की
समाप्ति पर कौन सा संस्कार आयोजित होता था- समावर्तन
अन्य
महत्वपूर्ण तथ्य
वैदिक काल में कबीले के सरदार क्या कहालाता था- राजन
वैदिक काल में धातुओं के नाम-
हिरण्य |
सोना |
अयस |
कांसा |
श्याम अयस |
लोहा |
लौह अयस |
तांबा |
आर्यों का मुख्य पेय तथा खाद्य पदार्थ क्या था- क्रमशः सोमरस एवं जौ
वैदिक काल में अपराधियों को पकड़ने का कार्य कौन करता
था- उग्र
वैदिक काल में श्रेष्ठ एवं संभ्रांत लोगों की संख्या
क्या कहलाती थी- सभा
वैदिक काल में सामान्य जनता का प्रतिनिधित्व करने
वाले संस्था थी- समिति
समिति के अध्यक्ष को क्या कहा जाता था- ईशान
आर्यों द्वारा विकसित सभ्यता किस प्रकार की सभ्यता
थी- ग्रामीण
आर्यों के पित्तृप्रधान समाज में सबसे छोटी इकाई थी- परिवार
या कुल
उपनिषद काल के राजा अश्वपति कहां के शासक थे- केकय
वैदिक काल
में जनता की गतिविधियों को देखने वाले गुप्तचर क्या कहलाते थे- स्पश
उत्तर वैदिककाल में आर्य संस्कृति का केंद्र माना जाता था-मगध
एवं अंग
किस स्थल की खुदाई से लौह-धातु के प्रचलन संबंधी प्राचीनतम साक्ष्य मिले- अतरंजिखेरा
आर्यों द्वारा तांबे को कहा गया- लोहित
अयश
वैदिक काल में लेनदेन हेतु किस प्रकार की प्रणाली
प्रचलित थी- वस्तु विनिमय प्रणाली
उत्तर वैदिक काल में निष्क और शतमान क्या थे- मुद्रा की इकाइयां
आर्यों का प्रिय पशु क्या था- घोड़ा
वैदिक युग में प्रचलित लोकप्रिय शासक प्रणाली क्या थी- वंश परंपरागत राजतंत्र
किस काल में वर्ण, व्यवसाय के बजाए जन्म के आधार पर निर्धारित होने लगे- उत्तर वैदिक काल
ऋग्वैदिक काल का स्वेच्छाचारी कर जो उत्तर
वैदिक काल में नियमित हो गया- बलि
मूर्ति पूजा का प्रचलन कब प्रारंभ हुआ- उत्तर वैदिक काल में
दशारज्ञ युद्ध किस
नदी के तट पर लड़ा गया- परुष्णी/रावी नदी के
तट पर
ऋग्वैदिक नदियों के नाम
प्राचीन नाम |
आधुनिक नाम |
प्राचीन नाम |
आधुनिक नाम |
कुंभा |
काबुल |
विपाशा |
व्यास |
वितस्ता |
झेलम |
सदानीरा |
गंडक |
आस्किनी |
चिनाब |
गोमती |
गोमल |
सुवस्तु |
स्वात |
क्रुभ |
कुर्रम |
दृसद्ध्ती |
घग्घर |
|
|
वैदिक कालीन सर्वाधिक पवित्र नदी कौन सी थी -सरस्वती
दशारज्ञ युद्ध का कारण क्या था- राजा सुदास द्वारा अपने पुरोहित विश्वामित्र को हटाकर वशिष्ठ को
नियुक्त करना
ऋग्वैदिक काल में निष्क शब्द का प्रयोग स्वर्ण आभूषण
(गले का आभूषण) के लिए हुआ किंतु कालांतर में उसका प्रयोग किस संदर्भ में हुआ- सिक्का
वैदिक शब्दावली |
अर्थ |
गविष्टि |
गायों की खोज |
बलि |
राजा को स्वेच्छा से दिया गया उपहार |
अब्रहमन |
वेदों को न माननेवाले |
वाज्रपति |
चारागाह का अधिकारी |
कुलुप |
परिवार का मुखिया |
राष्ट्र |
प्रदेश/राज्य क्षेत्र |
जन/विश |
वैदिक कबीला |
No comments:
Post a Comment