प्राचीन भारत का इतिहास- दक्षिण भारतीय इतिहास
पल्लव वंश
q कांची के पल्लव शासकों के विषय में प्रांरभिक जानकारी प्राप्त होती
है- प्रयाग प्रशास्ति एंव
हृवेनसान यात्रा विवरण से
q पल्लव
वंश का प्रथम शासक था– सिंहवर्मन
q पल्लव
वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है- सिंहवर्मन का पुत्र सिंहविष्णु
q पल्लव
वंश की राजधानी कहां थी-
कांचीपुरम, तमिलनाडु
q अवनिसिंह
(पृथ्वी का सिंह) नामक उपाधि
किसने धारण किया- सिंहविष्णु
q कीरतार्जुनीयम
के लेखक भारवि किसके दरबार में थे-सिंहविष्णु
q किस
पल्लव शासक ने पाषाण खंडों को काटकर मंदिर बनवाने की कला का प्रचार किया- महेन्द्रवर्मन
q किस
पल्लव शासक के काल में पल्लवों और चालुक्यों के बीच लंबा संघर्ष शुरू हो गया था- महेंद्रवर्मन
q मतविलास
प्रहसन की रचना किसके द्वारा की गई- महेंद्रवर्मन
q महाबलीपुरम
के एकाश्म मंदिर (रथ मंदिर) का निर्माण किस पल्लव राजा ने करवाया- नरसिंह वर्मन प्रथम
q किसन
पुलकेशिन द्धितीय की हत्या कर बादामी पर अधिकार किया और वातापीकोड की उपाधि धारण की- नरसिंह वर्मन प्रथम
q रथ मंदिरों की संख्या कितनी है- 7
q रथ मंदिर में सबसे छोटा है- द्रोपदी
रथ (कोई अलंकरण नहीं मिलता)
q अरब आक्रमण के समय किस पल्लव राजा
का शासन था- नरसिंहवर्मन द्वितीय
q कांची के कैलाश मंदिर (राजसिद्धेश्वर मंदिर)
का निर्माण किसने करवाया-
नरसिंहवर्मन द्वितीय
नोट-एलोरा
कैलाश मंदिर का निर्माणकर्ता- कृष्ण प्रथम,राष्ट्रकूट
q किस मंदिर निर्माण से द्रविड़ स्थापत्य कला की शुरुआत हुई- कांची का कैलाश मंदिर
q दसकुमारचरित के लेखक दंडी किसके दरबार में थे- नरसिंहवर्मन
द्वितीय
q पल्लव वंश का अंतिम शासक कौन था- अपराजितवर्मन
चालुक्य वंश (वातापी)
q चालुक्यों
की वह शाखा जो मूल शाखा मानी जाती है- बादामी/वातापी (बीजापुर, कर्नाटक)
q बादामी/वातापी के
चालुक्य को किस अन्य नाम से भी जाना जाता है- पश्चिमी चालुक्य
q वातापी के
चालुक्य का संस्थापक – जयसिंह
q पुलकेशिन
का शाब्दिक अर्थ - महान सिंह
q किस
चालुक्य राजा ने अंतिम रूप से कदम्बों का उन्मूलन किया- मंगलेश
q पुलकेशिन
द्वितीय ने हर्षवधर्दन को हराकर कौन सी उपाधि धारण की-परमेश्वर
अन्य
उपाधि- दक्षिणापथेश्वर एवं सत्याश्रय श्री
पृथ्वीवल्लभ महाराज
q मेगुती
मंदिर का निर्माण किसने करवाया- पुलकेशिन द्वितीय
q एहोल प्रशस्ति के
रचनाकार जिसे पुलकेशिन द्वितीय ने संरक्षण दिया-
रविकीर्ति
q बादामी या
वातापी के चालुक्य वंश का सर्वाधिक महान राजा कौन था- पुलकेशिन द्वितीय
q 642 ई में
पुलकेशिन द्वितीय को किस पल्लव शासक ने हराया- नरसिंहवर्मन प्रथम
q पुलकेशिन
द्वितीय को परजित करने के बाद नरसिंहवर्मन-1 ने कौन सी
उपाधि धारण की- वातापिकोंड
q बादामी के
चालुक्यों में सबसे दीर्घकालीन शासन किसका था- विजयादित्य
q वातापी का
निर्माणकर्ता किसे माना जाता है- कीर्तिवर्मण
q मालवा
जीतने के उपरान्त विनयादित्य ने कौन सी उपधि धारण की-सकलोत्तरपथनाथ
q मंदिरों
का शहर कहा जाता है- एहोल
q बादामी के
चालुक्य वंश का अतिम राजा कौन था- कीर्तिवर्तन द्वितीय
q कीर्तिवर्तन द्वितीय को पराजित कर किसने राष्ट्रकूट वंश की स्थापना की- दंतिदुर्ग
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चालुक्य वंश (बेंगी)
q बेंगी के
चालुक्य वंश का संस्थापक-विष्णुवर्धन
q वातापी के
किस चालुक्य शासक ने इस क्षेत्र को जीतकर
अपने छोटे भाई विष्णुवर्धन को यहां का उपराजा बनाया तथा इसने कालांतर में पूर्वी/बेंगी के
चालुक्य वंश की स्थापना की- पुलकेशिन द्वितीय
q इस वंश का
सबसे प्रतापी राजा किसे माना जाता है- विजयादित्य तृतीय
चालुक्य वंश (कल्याणी)
q संस्थापक- तैलप-2
q राजधानी- मान्यखेट
q किसने
मान्यखेट से राजधानी हटाकर कल्याणी बनाया- सोमेश्वर प्रथम
q कल्याणी
के चालुक्य वंश का सबसे प्रतापी शासक था- विक्रमदित्य-6
q विल्हण,
विज्ञानेश्वर किसके दरबार में थे-विक्रमादित्य -6
q हिन्दू
विधि ग्रंथ ‘मिताक्षरा’ (याज्ञवल्क्य
स्मति पर व्याख्या) किसके द्वारा लिखी गयी-विज्ञानेश्वर
q विल्हण की किस रचना से हमें चालुक्यवंशी शासक विक्रमदित्य-6 के बारे में जानकारी प्राप्त होती है- विक्रमांकदेवचरित
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चोल वंश
q उत्तरमेरूर
शिलालेख से किसके प्रशासन की जानकारी मिलती है- चोल
q चोल
वंश का संस्थापक- विजयालय
q चोल
वंश की राजधानी- तंजावुर
q प्राचीन
चोल साम्राज्य की राजधनी कहां पर थी- उरैयुर
q नरकेसरी
की उपाधि किस चोल शासक द्वारा धारण की गई- विजयालय
q चोलों
के स्वतंत्र राज्य का संस्थापक कौन था- आदित्य प्रथम
q पल्लवों
पर विजय पाने के उपरांत किसने कोदंडराम की उपाधि धारण की-आदित्य प्रथम
q किस
चोल शासक ने नई राजधनी ‘गंगईकोंडा चोलपुरम्’
का निर्माण किया- राजेंद्र
प्रथम
q चोल
साम्राज्य का सर्वाधिक विस्तार किसके काल में हुआ- राजेंद्र
प्रथम
q बंगाल
की किस शासक को पराजित करने के बाद राजेंद्र प्रथम ने ‘गंगाईकोंडचोल’ की उपाधि
धारण की- पाल शासक महिपाल
q गंगा को
उत्तर से दक्षिण ले जाने वाला चोल राजा कौन-सा था-राजेंद्र चोल
q किस चोल
शासक ने श्रीलंका के उत्तरी भाग को जीतकर अपने साम्राज्य का एक प्रांत बनाया था- राजराज प्रथम ने
q राजराज
प्रथम ने श्रीलंका के विजित प्रदेशों को चोल साम्राज्य का एक नया प्रांत बनाकर क्या नाम दिया- मुंडीचोलमंडलम
q राजराज प्रथम द्वारा मुंडीचोलमंडलम की राजधानी कहां बनाई गयी- पोलन्नरूवा
q चोल एवं पश्चिमी चालुक्य के बीच शांति स्थापित करने में गोवा के किस
कदम्ब शासक ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई- जयकेस
प्रथम
q चोल वंश का अंतिम राजा कौन था- राजेंद्र
तृतीय
q अधिकांश चोलकालीन मंदिर किस भगवान को समर्पित है- शिव
q चोल काल में भूमि कर कितना था- उपज का 1/3
q चोल प्रशासन में उच्च पदाधिकारियों को क्या कहा जाता था- पेरुन्दरम् (निम्न
श्रेणी के पदाधिकारी- शेरून्दरन )
q चोल साम्राज्य में प्रांत को क्या कहा जाता था- मंडलम
q चोल प्रशासन के मुख्य विशेषता क्या थी- स्थानीय
स्वशासन
q चोल काल में ब्राह्मणों को दी गई कर मुक्त भूमि क्या कहलाती थी-चतुर्वेदी मंगलम ( दान में दी गई भूमि-ब्रह्मदेय)
q तमिल साहित्य के त्रिरत्न किसे कहा जाता है-कंबन, पुंगलेंदि और औट्टक्कुट्टन
q कन्नड़ साहित्य का त्रिरत्न किसे माना जाता है- पंप, पोन्न एवं रन्न
q चोल साम्राज्य में सार्वजनिक कल्याण के लिए गठित सर्वसाधारण लोगों की समिति क्या कहलाती थी- उर
q चोल प्रशासन में व्यापारियों की सभा क्या कहलाती थी- नगरम
q विष्णु के उपासक क्या कहलाते थे- अलवार
q शिव के उपासक क्या कहलाते थे- नयनार
q चोल कला का सांस्कतिक सार किसे माना जाता है- नटराज
प्रतिमा
q पर्सी ब्राउन ने तंजौर के किस मंदिर के विमान को ‘भारतीय वास्तुकला का निकष’ माना
है- बृहदेश्वर मंदिर
q चोल काल का सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाह कौन सा था- कावेरीपट्टनम
देवगिरि के यादव वंश
q देवगिरि के यादव वंश की स्थापना किसके
द्वारा की गई- भिल्लम पंचम
q देवगिरि के यादव वंश का सबसे प्रतापी
राजा कौन था- सिंहण
q देवगिरि के यादव वंश के अंतिम
स्वतंत्र शासक जिसने अलाउद्दीन के सेनापति मलिक कपूर के सामने आत्मसमर्पण किया- रामचंद्र
होयसल वंश
q द्वार समुद्र के होयसल वंश की स्थापना किसके द्वारा की गई- विष्णुवर्धन
q होयसल वंश की राजधानी कहां थी- द्वारसमुद्र, हेलिविड
q होयसल वंश किस वंश की एक शाखा मानी जाती है- यादव
वंश
q 1117 में बेलूर स्थित चेन्ना-केशव मंदिर का निर्माण किस होयसल शासक द्वारा कराया गया - विष्णुवर्धन
q होयसल वंश का अंतिम शासक जिसे अलाउद्दीन के सेनापति मालिक कफूर ने हराया- वीर बल्लाल तृतीय
काकतीय वंश
q काकतीय वंश का संस्थापक- बीटा प्रथम
q काकतीय वंश की प्रारंभिक
राजधानी कहां थी- अंमकोंड
q काकतीय वंश का सबसे
शक्तिशाली शासक किसे माना जाता है- गणपति
q काकतीय शासक गणपति द्वारा
राजधानी अंमकोंड से कहां स्थानांतरित किया गया- वारंगल
q गणपति की पुत्री जिसने
रूद्रदेव महाराज का नाम ग्रहण कर काकतीय साम्राज्य पर शासन किया- रुद्रमादेवी
q काकतीय वंश का अंतिम
शासक- प्रताप रुद्र
गंग वंश
q गंग वंश का संस्थापक कौन था- बज्रहस्त पंचम
q अभिलेखों के अनुसार गंग
वंश का प्रथम शासक किसे माना जाता है- कोंकणी वर्मा
q गंग वंश की प्रारंभिक
राजधानी कुवलाल को कालांतर में किस स्थान पर स्थानांतरित किया गया- तलकाड
q दत्तकसूत्र पर टीका लिखने
वाला गंग शासक कौन था- माधव प्रथम
राष्ट्रकूट वंश
q राष्ट्रकूट वंश का संस्थापक कौन था- दंतिदुर्ग
q राष्ट्रकूटों की राजधानी कहां थी-मान्यखेट
q एलोरा एवं एलिफेंटा गुहा मंदिरों का निर्माण किसके शासनकाल में हुआ- राष्ट्रकूट
q एलोरा में कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण किसने किया- कृष्ण प्रथम
q एलोरा की
गुफाओं और शैलकृत मंदिर का संबंध किससे हैं- हिंदू, बौद्ध और जैन से
q राष्ट्रकूट
वंश का प्रथम शासक जिसने कन्नौज पर अधिकार हेतु त्रिपक्षीय संघर्ष में भाग लिया और प्रतिहार नरेश वत्सराज एवं पाल नरेश धर्मपाल को
पराजित किया- ध्रुव
q पल्लव, पांडे,
केरल एवं गंग शासकों के संघ को किस राष्ट्रकूट नरेश ने नष्ट किया- गोविंद तृतीय
q किस राष्ट्रकूट शासक ने कन्नड़ भाषा में कविराजमार्ग की रचना की- अमोघवर्ष
q किस राष्ट्रकूट शासक ने तुंगभद्रा नदी में जल समाधि लेकर जीवन का अंत
किया- अमोघवर्ष
q अमोघवर्ष किस धर्म का अनुयायी था-जैन धर्म
q अरब निवासी अल मसूदी किसके शासनकाल में भारत आया था- इंद्र
तृतीय
q अरब निवासी अल मसूदी ने किसे ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ शासक’ कहा-राष्ट्रकूट शासक को
69th BPSC Mains Answer writing Telegram Group only Rs. 2250/-
कार्यक्रम की रूपरेखा
- BPSC Mains के नवीन पैटर्न पर आधारित Telegram based online Test
- प्रथम चरण - 20 मई 2023 से 20 जुलाई 2023 तक
- द्वितीय चरण – प्रारंभिक परीक्षा के बाद से 40-50 दिनों तक मुख्य परीक्षा के पूर्व ।
- सोमवार से शुक्रवार तक प्रति दिन 1 प्रश्न का अभ्यास जिसे प्रारंभिक परीक्षा के बाद बढ़ाया जाएगा । हमारा लक्ष्य मुख्य परीक्षा के 200 अति संभावित प्रश्नों का अभ्यास करना है ।
- सामान्य अध्ययन के पारम्परिक प्रश्नों के अलावा जनवरी 2023 से अक्टूबर 2023 तक के सभी महत्वपूर्ण घटनाओं, आर्थिक समीक्षा, बजट एवं बिहार पर विशेष रूप से उत्तर लेखन का अभ्यास किया जाए। इसमें सांख्यिकी संबंध प्रश्न नहीं होगें ।
- उत्तर लेखन टेलीग्राम के माध्यम से हिन्दी माध्यम में होगा ।
- निबंध लेखन के तहत अभ्यास प्रारंभिक परीक्षा के बाद किया जाएगा ।
कार्यक्रम की विशेषता
- GK BUCKET टीम द्वारा प्रश्नों का सूक्ष्म विश्लेषण एवं मूल्यांकन ।
- हमारी टीम के अनुसार प्रत्येक प्रश्न का मॉडल उत्तर, मूल्यांकन, आवश्यक सलाह, आदि ।
- संसाधन, कोचिंग तक पहुंच एवं समय की कमी जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक ।
- बदलते पैटर्न तथा बदलती प्रकृति में हमारा उद्देदश्य आपको सर्वोत्तम प्रदान करना है ।
- उपरोक्त नियम में समय एवं आवश्यकता के अनुसार आवश्यक बदलाव किए जा सकते है।
कार्यक्रम के लाभ
- मुख्य परीक्षा की तैयारी को निरंतरता देने में सहायक ।
- बिहार संबंधी मुद्दों पर विशेष प्रश्नों का अभ्यास कराया जाएगा ।
- पीटी रिजल्ट के बाद अत्यंत कम समय में दोहराव से आत्मविश्वास आएगा।
- प्रश्नों की प्रकृति समझने, उसे हल करने, समय प्रबंधन का अभ्यास होगा ।
- न्यूनतम शुल्क में बेहतर गुणवत्ता के साथ तैयारी का अवसर ।
- सितम्बर में GK BUCKET टीम द्वारा तैयार BPSC Mains Special Notes अपडेटेड नोट्स आ जाएगा तो इस कार्यक्रम में शामिल सदस्य उस समय विशेष छूट (लगभग 40% तक) के साथ नोटस को प्राप्त कर सकते हैं।
- ज्यादा जानकारी के लिए कॉल करें 74704-95829
- BPSC Mains Answer Writing Group में जुड़ने के लिए व्हाटसएप/कॉल करें 74704-95829
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