भारत की मृदा
पृथ्वी की सबसे उपरी परत जो पौधों की
वृद्धि हेतु प्राकृतिक पोषक तत्व, खनिज लवण तथा जल उपलब्ध
कराता है क्या कहलाता है- मृदा
मिट्टी के अध्ययन के
विज्ञान को कहा जाता है- पेडोलोजी
पौधे के उचित विकास हेतु मृदा का pH
मान होना चाहिए- 6.0 से 7.0
मृदा निर्माण को प्रभावित करनेवाले प्रमुख कारक है-उच्चावच, जनक सामग्री, जलवायु, वनस्पति, समय
मृदा अवकर्षण Degradation |
मृदा में उर्वरता में
कमी |
मृदा अपरदन Soil Erosion |
मृदा के ऊपरी संस्तरों
का विनाश |
“किसान का मित्र” किसे माना
जाता है- केंचुआ
कृषि में परम्परागत रूप से प्रचलित ढैंचा, सनई, लोबिया क्या है- हरी जैविक खाद
हरी जैविक खाद के प्रयोग से मृदा में किस
तत्व की पर्याप्त मात्रा में पूर्ति होती है- नाइट्रोजन
किस मृदा की जलधारण् क्षमता सबसे कम होती
है- बलुई
मिट्टी
भारत में मिट्टी के प्रकार
भारतीय कृषि अनुसंधान
परिषद् द्वारा भारत की मिट्टी को बांटा गया-8
उत्पति, रंग, संयोजन तथा अवस्थिति आधार पर भारत मृदा का वर्गीकरण-
- जलोढ़ मिट्टी
- काली मिट्टी
- लाल और पीली मिट्टी
- लैटेराइट मिट्टी
- शुष्क मिट्टी
- लवण मिट्टी
- पीटमय मिट्टी
- वन मिट्टी
मरुस्थलीय समस्या के अध्ययन हेतु CAZRI (Central Arid Zone Research
Institute) की स्थापना कहां की गयी- जोधपुर
भारत में मृदा अपरदन एवं उसके दुष्परिणामों
पर नियंत्रण हेतु ‘केन्द्रीय मृदा संरक्षण बोर्ड’ का गठन कब किया गया-
1953
“स्वस्थ धरा,खेत हरा” किस योजना का ध्येय वाक्य है- मृदा स्वास्थ्य
कार्ड योजना
जलोढ़ मृदा
भारत में जलोढ़ मृदा प्रमुख रूप से कहां
पायी जाती है-उत्तर के विस्तृत मैदान तथा प्रायद्वीपीय भारत के तटीय मैदान
भारत में जलोढ़ मृदा का निर्माण हुआ- हिमालयी नदियों द्वारा लाए गए निक्षेप से
जलोढ़ मृदा को किस अन्य नाम से जाना जाता
है- कछारीय या कांप मिट्टी
भारत में कितने भूभाग पर
जलोढ़ मिट्टी पायी जाती है- लगभग 40% (सबसे अधिक)
जलोढ़ मृदा में किस पोषक तत्व की कमी पायी
जाती है-नाइट्रोजन, फास्फोरस और ह्यूमस
जलोढ़ मृदा में कौन सा पोषक तत्व सर्वाधिक
मात्रा में होता है-
पोटाश (चूना-पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध)
उत्तर भारत में पश्चिम से पूर्व जाने पर जलोढ़ मृदा में बालू की मात्रा में क्या प्रभाव पड़ता है- मात्रा में कमी आती जाती है
नवीनतम जलोढ़ मृदा (खादर) किस क्षेत्र में पायी जाती है- मध्य एवं निम्न (डेल्टाई)
मैदानी भाग
पुरानी जलोढ़ मृदा क्या
कहलाती है- बांगर
किस जलोढ़ मृदा की जलधारण
क्षमता सर्वाधिक होती है- चिकनी जलोढ़ मृदा (सबसे कम- बलुई दोमट मृदा)
जलोढ़ मृदा में जब बालू के
कण और चीका की मात्रा समान होती है तो उसे क्या कहा जाता है- दोमद मृदा
किस मृदा में सामान्यतः मृदा
संस्तर (Soil Profile) नहीं होता - जलोढ़
शुष्क क्षेत्रों में पायी जानेवाली जलोढ़
मृदा जिसमें लवणीय एवं क्षारीय गुण पाए जाते हैं,स्थानीय भाषा में क्या कहा जाता है- रेह, कल्लर या धूर
लाल और पीली मिट्टी
लाल मिट्टी का निर्माण कैसे होता है–क्रिस्टलीय शैलों के
अपक्षय एवं अपरदन द्वारा निर्मित
भारत में प्रमुख क्षेत्र कौन से है-
अपेक्षाकृत वर्षा
न्यूनता वाले दक्कन पठार के पूर्वी तथा दक्षिण भाग
किसकी अधिकता से लाल मिट्टी रंग लाल होता है-आयरन ऑक्साइड
किस तत्व की मात्रा में भिन्नता के कारण
लाल मिट्टी के रंग (पीली, भूरी आदि) में क्षेत्रीय
भिन्नता पायी जाती है- लोहे के अंश में भिन्नता के कारण
लाल मिट्टी में किस पोषक तत्व की कमी पायी
जाती है- नाइट्रोजन, फास्फोरस और ह्यूमस
जलयोजन के कारण लाल मिट्टी का रंग कैसा हो
जाता है- पीला
प्रायद्ववीपीय पठार के अधिकांश भाग में लाल
मृदा का प्रसार होने के कारण इस मृदा को किस अन्य नाम से भी जाना जाता है-
मंडलीय मृदा
प्रमुख फसल- मोटे अनाज, ज्वार, बाजरा, दलहन, तिलहन
काली मिट्टी
काली मिट्टी का सबसे अधिक विस्तार किस
राज्य में है- महाराष्ट्र
किस मिट्टी को दक्कन ट्रेप बनी मिट्टी भी कहते हैं- काली मिट्टी
काली मिट्टी का विस्तार क्षेत्र मुख्य
रूप से किस क्षेत्र में है-दक्कन पठार के उत्तर-पश्चिमी भाग
काली मिट्टी को किस अन्य नाम से भी जाना
जाता है- रेगर, कपासी
मिट्टी, उष्णकटिबंधीय चेरनोजम
काली मिट्टी का निर्माण किससे हुआ- ज्वालामुखी लावा
काली मिट्टी में प्रधानता होती है- चुना, लोहा, मैग्निशियम, और एल्यूमिना
काली मिट्टी में किस तत्व की कमी होती है-फॉस्फोरस, नाइट्रोजन तथा जैव पदार्थ
किसके कारण काली मिट्टी का रंग
काला होता है- लौह अंश
किस मिट्टी को ‘स्वत: जुताई वाली मिट्टी’ कहते है- काली मिट्टी
लैटेराइट मिट्टी
लैटिन शब्द लेटर [लैटेराइट] का शाब्दिक अर्थ क्या है ईंट
लैटेराइट मिट्टी का विकास किस क्षेत्र में
होता है- भारी वर्षा एवं उच्च तापमान
क्षेत्र
भारी वर्षा एवं निक्षालण के कारण किस
मिट्टी का निर्माण होता है- लैटेराइट मिट्टी
लैटेराइट मिट्टी निर्माण में अधिक वर्षा के
कारण किस तत्व का निक्षालण हो जाता है-चूना एवं
सिलिका
लैटेराइट मिट्टी निर्माण में निक्षालण
प्रक्रिया से कौन सा तत्व मृदा में शेष बचे रहते हैं- लौह
ऑक्साइड एवं एल्युमिनियम के यौगिक
किसकी अधिकता से श्वेत लेटेराइट का रंग श्वेत
होता है- केओलिन
लैटेराइट मिट्टी में किसकी अधिकता होती है- लौह ऑक्साइड एवं पोटाश
तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश और केरल में काजू की खेती किस मिट्टी
में प्रमुखता से की जाती है- लैटेराइट मिट्टी
भवन निर्माण में प्रयुक्त ईंटों के
निर्माण में किस मिट्टी का प्रमुख रूप से उपयोग होता है- लेटेराइट
लेटेराइट मिट्टी के प्रमुख क्षेत्र- कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, ओडिशा, असम पहाड़ी क्षेत्र
किस फसल हेतु लेटेराइट मिट्टी उपयुक्त है- रबड, काफी, काजू, मसाले
शुष्क मिट्टी
शुष्क मरुस्थलीय
मिट्टी संरचनात्मक
रूप से कैसी होती है- बलुई
शुष्क मिट्टी भारत में किस
क्षेत्र में पायी जाती है- पश्चिमी राजस्थान, उत्तरी गुजरात, दक्षिणी हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश
शुष्क मिट्टी में किसकी कमी
पायी जाती है- ह्यूमस
एवं जैव पदार्थ की कमी
किस मृदा में सर्वाधिक मात्रा में रेत पायी
जाती है- शुष्क मिट्टी
लिथोसेलिक एवं रिगोसेलिक किस मृदा के
उपवर्ग है- शुष्क
मृदा
शुष्क मिट्टी की प्रमुख
फसलें- ज्वार, रागी, बाजरा, तिलहन
लवणीय मिट्टी
किस मिट्टी को ऊसर मिट्टी
भी कहते है- लवणीय
मिट्टी
लवणीय मिट्टी का विकास किन
क्षेत्रों में होता है- शुष्क, अर्द्धशुष्क तथा जलाक्रांत
क्षेत्र
सभी जलवायु प्रदेशों में विस्तार के कारण
किस मृदा को अंत:क्षेत्रीय मृदा कहा जाता है- लवणीय एवं क्षारीय मृदा
मिट्टी की लवणीय मिट्टी
में लवणों की मात्रा में वृ्द्धि होने का प्रमुख कारण क्या होता है-शुष्क जलवायु एवं खराब अपवाह तंत्र, अधिक सिंचाई वाले गहन कृषि क्षेत्र
लवणीय मिट्टी में किस तत्व का अनुपात ज्यादा
होता है- सोडियम, पौटेशियम और मैग्नीशियम
लवणीय मिट्टी में किस तत्व
की कमी होती है- नाइट्रोजन
एवं चूना
लवणीय मृदा के उपचार हेतु मिट्टी में मिलाया जाता है-जिप्सम, पाइराइट
भारत में लवणीय मिट्टी की समस्या वाले
प्रमुख क्षेत्र है- पंजाब, हरियाणा,
पश्चिमी गुजरात, पूर्वी डेल्टाई प्रदेश, सुंदरवन
स्थानीय रूप से लवणीय मिट्टी को किस अन्य
नाम से भी जाना जाता है- ऊसर, कल्लहड़, रेह, चोपन आदि
पीटमय मिट्टी
पीटमय मिट्टी प्रमुखता से मिलती
है- भारी वर्षा एवं उच्च
आर्द्रतायुक्त क्षेत्र
किस मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ तथा जैविक
पदार्थ की अधिकता होती है- पीटमय मिट्टी
पीटमय मिट्टी में जैविक
पदार्थ की मात्रा कितनी होती है- 40-50% तक
प्रमुख क्षेत्र- उत्तरी बिहार, दक्षिणी उत्तरांचल, पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र, ओडिसा, तमिलनाडु
पर्वतीय/वन मृदाएं
निर्माणाधीन मृदा किस मृदा को कहा जाता है- पर्वतीय मृदाएं
किसके प्रभाव से पर्वतीय मृदाएं अम्लीय
होती है- ह्यूमस
उपरोक्त प्रश्नों को अध्ययन के बाद निम्न के माध्यम से अपनी तैयारी को जांच सकते हैं। इसके अलावा आप इन प्रश्नों को हमारे टेलीग्राम ग्रुप में टेस्ट भी दे सकते हैे्। ज्यादा जानकारी के लिए संपर्क करें 74704-95829
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प्रश्न- निम्न
में असत्य कथन को बताएं।
- पौधों को पोषक तत्व, खनिज लवण, जल मृदा द्वारा उपलब्ध होता है।
- मिट्टी के अध्ययन पेडोलोजी कहलाता है।
- पौधे के उचित विकास
हेतु मृदा का pH मान 6.0 से 7.0 होना चाहिए
- मृदा अपरदन Soil
Erosion का तात्पर्य- मृदा में उर्वरता में कमी
उत्तर- मृदा अपरदन Soil Erosion- मृदा के ऊपरी संस्तरों का विनाश
प्रश्न- जलवायु तथा वनस्पति के अलावा मृदा निर्माण को
प्रभावित करनेवाले प्रमुख कारक निम्न में कौन है?
- उच्चावच
- जनक सामग्री
- समय
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी
प्रश्न- निम्न में कौन असत्य है?
- केंचुआ को किसान का मित्र माना जाता है।
- ढैंचा, सनई, लोबिया हरी जैविक खाद है।
- मृदा अवकर्षण Degradation का तात्पर्य मृदा में उर्वरता में कमी है।
- बलुई मिट्टी की जलधारण् क्षमता सबसे ज्यादा होती है।
उत्तर बलुई मिट्टी की जलधारण क्षमता सबसे कम होती है।
प्रश्न- हरी जैविक खाद के प्रयोग से मृदा में किस
तत्व की पर्याप्त मात्रा में पूर्ति होती है?
- नाइट्रोजन
- पोटेशियम
- फास्फोरस
- जिंक
उत्तर- नाइट्रोजन
प्रश्न- भारतीय कृषि अनुसंधान
परिषद् द्वारा भारत की मिट्टी को कितने भागों में बांटा गया है ?
- 6
- 7
- 8
- 9
उत्तर- 8
उत्पति, रंग, संयोजन तथा अवस्थिति आधार पर भारत मृदा का वर्गीकरण- जलोढ़ मिट्टी, काली मिट्टी,लाल और
पीली मिट्टी, लैटेराइट मिट्टी, शुष्क मिट्टी, लवण मिट्टी,
पीटमय मिट्टी और वन मिट्टी
प्रश्न- मरुस्थलीय समस्या के अध्ययन
हेतु CAZRI (Central Arid Zone Research Institute) की स्थापना कहां की गयी?
- बीकानेर
- जयपुर
- जोधपुर
- अहमदाबाद
उत्तर- जोधपुर
प्रश्न- भारत में जलोढ़ मृदा
संबंधी असत्य कथन को बताएं।
- प्रमुख प्राप्ति स्थल-उत्तर के विस्तृत मैदान तथा भारत के तटीय मैदान
- निर्माण हुआ- हिमालयी नदियों द्वारा लाए गए निक्षेप से
- जलोढ़ मृदा का अन्य नाम कछारीय या कांप मिट्टी
- जलोढ़ मृदा में
नाइट्रोजन, फास्फोरस और ह्यूमस की अधिकता
होती है।
उत्तर- जलोढ़ मृदा में नाइट्रोजन, फास्फोरस और ह्यूमस की कमी पायी जाती है।
प्रश्न- भारत में सबसे अधिक भूभाग पर जलोढ़
मिट्टी पायी जाती है जो संपूर्ण भारत के प्रतिशत के अनुसार लगभग कितना प्रतिशत है?
- 24 प्रतिशत
- 30 प्रतिशत
- 40 प्रतिशत
- 55 प्रतिशत
उत्तर- लगभग 40%
प्रश्न- जलोढ़
मृदा में कौन सा पोषक तत्व सर्वाधिक मात्रा में होता है?
- नाइट्रोजन
- फास्फोरस
- ह्यूमस
- पोटाश
उत्तर- पोटाश (चूना-पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है)
प्रश्न- उत्तर भारत में
पश्चिम से पूर्व जाने पर जलोढ़ मृदा में बालू की मात्रा में क्या प्रभाव पड़ता है?
- कमी आती जाती है
- वृद्धि होती है।
- कोई प्रभाव नहीं होता।
- कोई निश्चित पैटर्न नहीं है।
उत्तर- मात्रा में कमी आती जाती है
प्रश्न- नवीनतम जलोढ़ मृदा (खादर) किस क्षेत्र में पायी जाती है?
- केवल उच्च भाग में
- उच्च एवं मध्य भाग में
- मध्य एवं निम्न भाग में
- केवल निम्न भाग में
उत्तर- मध्य एवं निम्न (डेल्टाई)
प्रश्न- निम्न में
सत्य कथन बताएं ।
- पुरानी जलोढ़ मृदा बांगर कहलाती है
- जलोढ़ मृदा जिसमें बालू कण और चीका की मात्रा समान हो -दोमट मृदा
- जलधारण क्षमता सर्वाधिक होती है- चिकनी जलोढ़ मृदा
- केवल 1
- 1 एवं 2
- 1 एवं 3
- सभी कथन सत्य है
उत्तर- सभी कथन सत्य है।
प्रश्न- किस जलोढ़
मृदा की जलधारण क्षमता सबसे कम होती है?
- चिकनी जलोढ़ मृदा
- बलुई दोमट मृदा
- दोनों की समान है
- उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- बलुई दोमट मृदा की जलधारण क्षमता
सबसे कम जबकि चिकनी जलोढ़ मृदा की सबसे अधिक होती है।
प्रश्न- किस मृदा
में सामान्यतः मृदा संस्तर (Soil
Profile) नहीं होता?
- लेटेराइट
- काली
- जलोढ़
- उपरोक्त सभी
उत्तर- जलोढ़
प्रश्न- शुष्क
क्षेत्रों में पायी जानेवाली जलोढ़ मृदा जिसमें लवणीय एवं क्षारीय गुण पाए जाते
हैं,स्थानीय भाषा में क्या कहा जाता है?
- रेह
- कल्लर
- धूर
- उपरोक्त सभी
उत्तर- स्थानीय भाषा में रेह, कल्लर
या धूर कहा जाता है
प्रश्न- किस मृदा का निर्माण क्रिस्टलीय
शैलों के अपक्षय एवं अपरदन द्वारा होता है?
- लेटेराइट मृदा
- काली मृदा
- जलोढ़ मृदा
- लाल मृदा
उत्तर- लाल मिट्टी
प्रश्न- भारत में लाल मृदा संबंधी असत्य कथन
को बताएं ।
- प्रमुख क्षेत्र- अपेक्षाकृत वर्षा न्यूनता वाले दक्कन पठार के पूर्वी तथा दक्षिण भाग
- आयरन ऑक्साइड की
अधिकता से रंग लाल होता है।
- लोहे के अंश में
भिन्नता के कारण लाल मिट्टी के रंग (पीली, भूरी आदि) में क्षेत्रीय भिन्नता होती है।
- जलयोजन के कारण लाल मिट्टी का रंग काला हो जाता है।
उत्तर- जलयोजन के कारण लाल मिट्टी का
रंग पीला हो जाता है।
प्रश्न- लाल
मिट्टी में किस पोषक तत्व की कमी पायी जाती है?
- नाइट्रोजन
- फास्फोरस
- ह्यूमस
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी
प्रश्न- प्रायद्ववीपीय पठार के अधिकांश
भाग में इस मृदा का प्रसार होने के कारण इस मृदा को मंडलीय मृदा नाम से भी जाना
जाता है?
- लाल मृदा
- लेटेराइट मृदा
- काली मृदा
- जलोढ़ मृदा
उत्तर – लाल मृदा
प्रश्न- भारत में काली मिट्टी
संबंधी असत्य कथन को बताएं।
- सबसे अधिक विस्तार- कर्नाटक
- विस्तार क्षेत्र
मुख्य रूप से दक्कन पठार के उत्तर-पश्चिमी
भाग
- अन्य नाम रेगर, कपासी मिट्टी, उष्णकटिबंधीय चेरनोजम, दक्कन ट्रेप से बनी मिट्टी
- काली मिट्टी का निर्माण ज्वालामुखी लावा किससे हुआ
उत्तर- सबसे अधिक विस्तार महाराष्ट्र में है।
प्रश्न- काली मिट्टी में लोहे के अलावा
किसकी प्रधानता होती है?
- चुना
- मैग्निशियम
- एल्यूमिना
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी यानी चुना, लोहा, मैग्निशियम, और एल्यूमिना
की प्रधानता होती है।
प्रश्न-काली मिट्टी में किस तत्व की अधिकता
होती जिससे उसका रंग काला होता है?
- लोहा
- फॉस्फोरस
- नाइट्रोजन
- जैव पदार्थ
उत्तर- लोहा
प्रश्न- किस
मिट्टी को ‘स्वत: जुताई वाली मिट्टी’ कहते है?
- लाल मृदा
- लेटेराइट मृदा
- काली मृदा
- जलोढ़ मृदा
उत्तर- काली मिट्टी
प्रश्न- लैटेराइट
मिट्टी निर्माण में अधिक वर्षा के कारण किस तत्व का निक्षालण हो जाता है?
- लौह ऑक्साइड
- एल्युमिनियम के यौगिक
- चूना एवं सिलिका
- उपरोक्त सभी
उत्तर- चूना एवं सिलिका
लैटेराइट मिट्टी निर्माण में निक्षालण
प्रक्रिया से लौह ऑक्साइड एवं एल्युमिनियम के यौगिक मृदा में शेष बचे रहते हैं तथा
चूना एवं सिलिका का निक्षालण हो जाता है।
प्रश्न- किसकी अधिकता से श्वेत
लेटेराइट का रंग श्वेत होता है?
- लौह ऑक्साइड
- पोटाश
- केओलिन
- उपरोक्त सभी
उत्तर- केओलिन
लैटेराइट मिट्टी में लौह ऑक्साइड एवं
पोटाश की अधिकता होती है जबकि श्वेत रंग का कारण केओलिन है।
प्रश्न- तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश और केरल में काजू की खेती किस मिट्टी में प्रमुखता से की
जाती है?
- लाल मृदा
- लेटेराइट मृदा
- काली मृदा
- जलोढ़ मृदा
उत्तर- लैटेराइट मिट्टी
लैटेराइट मिट्टी का विकास भारी वर्षा
एवं उच्च तापमान क्षेत्र में होता है।
प्रश्न- ईंटों के निर्माण में उपयोगी
लेटेराइट मिट्टी निम्न में से किस फसल हेतु उपयुक्त है?
- रबर
- काफी
- मसाले
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी
प्रश्न- शुष्क मृदा
के संबंध में असत्य कथन को बताएं।
- शुष्क मरुस्थलीय मिट्टी संरचनात्मक रूप से बलुई होती है।
- प्राप्ति क्षेत्र- पश्चिमी
राजस्थान, उत्तरी गुजरात, दक्षिणी हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश
- शुष्क मिट्टी में ह्यूमस एवं जैव पदार्थ की अधिकता होती है।
- शुष्क मिट्टी सर्वाधिक मात्रा में रेत पायी जाती है।
उत्तर- शुष्क मिट्टी में ह्यूमस एवं जैव पदार्थ की कमी पायी जाती है।
प्रश्न- लिथोसेलिक
एवं रिगोसेलिक किस मृदा के उपवर्ग है ?
- शुष्क मृदा
- लवणीय मृदा
- पीट मृदा
- काली मृदा
उत्तर- शुष्क मृदा
प्रश्न- किस मिट्टी को ऊसर मिट्टी भी कहते है?
- शुष्क मृदा
- लवणीय मृदा
- पीट मृदा
- काली मृदा
उत्तर- लवणीय मिट्टी
प्रश्न- लवणीय मिट्टी का विकास किन क्षेत्रों में होता है?
- शुष्क
- अर्द्धशुष्क
- जलाक्रांत क्षेत्र
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त
सभी
प्रश्न- सभी
जलवायु प्रदेशों में विस्तार के कारण किस मृदा को अंत:क्षेत्रीय मृदा कहा जाता है?
- शुष्क मृदा
- लवणीय एवं क्षारीय मृदा
- जलोढ़ एवं शुष्क मृदा
- काली एवं लाल मृदा
उत्तर- लवणीय एवं क्षारीय मृदा
प्रश्न- लवणीय
मृदा के उपचार हेतु मिट्टी में जिप्सम, पाइराइट मिलाया जाता है जबकि
लवणीय मिट्टी में लवणों की मात्रा में वृ्द्धि होने का
प्रमुख कारण क्या होता है?
- शुष्क जलवायु
- खराब अपवाह तंत्र
- अधिक सिंचाई वाले गहन कृषि क्षेत्र
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी
प्रश्न-लवणीय
मिट्टी में निम्न में किस तत्व का अनुपात ज्यादा होता है?
- सोडियम
- नाइट्रोजन
- चूना
- उपरोक्त सभी
उत्तर- सोडियम
लवणीय मिट्टी में सोडियम, पौटेशियम
और मैग्नीशियम का अनुपात ज्यादा होता है जबकि चुना एवं नाइट्रोजन की कमी होती है।
प्रश्न- ऊसर, कल्हड़, रेह, चोपन आदि किस मृदा के स्थानीय नाम हैं?
- शुष्क मृदा
- लवणीय मृदा
- पीट मृदा
- जलोढ़ मृदा
उत्तर- लवणीय मिट्टी
भारत में लवणीय मिट्टी की समस्या वाले
प्रमुख क्षेत्र पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी गुजरात, पूर्वी डेल्टाई प्रदेश, सुंदरवन है
प्रश्न- वह मृदा जो
भारी वर्षा एवं उच्च आर्द्रतायुक्त क्षेत्र में प्रमुखता से मिलती है और जिसमें कार्बनिक
पदार्थ तथा जैविक पदार्थ की अधिकता होती है?
- शुष्क मृदा
- लवणीय मृदा
- पीट मृदा
- जलोढ़ मृदा
उत्तर- पीटमय मिट्टी
पीटमय मिट्टी के प्रमुख
क्षेत्र- उत्तरी बिहार, दक्षिणी
उत्तरांचल, पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र, ओडिसा, तमिलनाडु है।
प्रश्न- निर्माणाधीन
मृदा किस मृदा को कहा जाता है?
- शुष्क मृदा
- लवणीय मृदा
- पीट मृदा
- पर्वतीय मृदा
उत्तर- पर्वतीय मृदा
पर्वतीय मृदा ह्यूमस के प्रभाव से अम्लीय
होती है।
प्रश्न- भारत में मृदा अपरदन एवं उसके दुष्परिणामों
पर नियंत्रण हेतु ‘केन्द्रीय मृदा संरक्षण बोर्ड’ का गठन कब किया गया?
- 1960
- 1953
- 1970
- 1982
उत्तर- 1953
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