बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) मुख्य परीक्षा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
आप सभी का gkbucket.com मंच पर स्वागत है, इसके माध्यम से हम BPSC/CDPO/Auditor मुख्य परीक्षा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-2 के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के बारे में बात करेंगे ताकि आप अपनी तैयारी को एक बेहतर दिशा दे सकें।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) एवं बिहार की परीक्षाओं हेतु समर्पित इस मंच (gkbucket.com) का निर्माण उन अभ्यर्थियों को ध्यान में रखकर किया गया है जो संक्षिप्त, अद्यतन एवं परीक्षापयोगी नोट्स के माध्यम से अपनी तैयारी को सुनिश्चित करना चाहते हैं।
निश्चित रूप से परीक्षा की तैयारी हेतु अनेक स्रोत एवं माध्यम है लेकिन कई बार संसाधनों, समय की कमी तथा उत्पन्न परिस्थितियों के कारण यह संभव नहीं हो पाता कि वे अपने परीक्षा के लिए उपयोगी एवं बेहतर नोट्स को बनाना और कई लोग बेहतर मार्गदर्शन एवं सही दिशा निर्देश के कारण योग्य होते हुए भी चयनित नहीं हो पाते ।
इन्हीं सब उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए एक प्रयास किया गया है ताकि अभ्यार्थी को सही अध्ययन सामग्री उपलब्ध हो सके। यह मंच हिंदी माध्यम के अभ्यार्थियों को परीक्षा के बदलते स्वरूप तथा बदलती मांग के अनुसार प्रासंगिक अध्ययन सामग्री एवं मार्गदर्शन उपलब्ध कराने का प्रयास करता है।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) में सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 1 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कुछ टॉपिक्स है जिनको अच्छे से कर लेने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में आप प्रश्नों को अच्छे से कर सकते हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के महत्वपूर्ण टॉपिक्स नीचे दिया गया है जिसको तैयार कर मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित कर सकते हैं। हमारे नोट्स के माध्यम से तथा हमारे Youtube Channel GK BUCKET STUDY TUBE के माध्यम से भी अपनी तैयारी कर सकते हैं।
भारत में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
इस टॉपिक्स के तहत
आप भारत में अनुसंधान एवं विकास की आवश्यकता, भारत में अनुसंधान एवं विकास के निम्न स्तर होने के कारण, अनुसंधान और विकास- भारत के समक्ष चुनौतियाँ,
भारत में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ाने हेतु सुझाव,अनुसंधान और विकास- भारत सरकार की पहल,
अंतर्राष्ट़ीय स्तर पर सरकार द्वारा की गई नवीनतम पहल, अनुसंधान और विकास- भारत की उपलब्धियाँ, राष्ट्रीय
विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार नीति- 2020, भारतीय विदेश
नीति एवं विज्ञान आदि का अध्ययन कर
सकते हैं।
भारतीय अंतरिक्ष एवं
अनुसंधान
इसरो के कार्यक्षेत्र, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम, इसरो का महत्त्व ,इसरो की विकास यात्रा एवं उपलब्धियाँ, इसरो की
चुनौतियाँ, इसरो की भावी योजनाएं/मिशन, इसरो की कार्यक्षमता में वद्धि हेतु
सुझाव ,भारत की अंतरिक्ष कूटनीति ,भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में निज़ी क्षेत्र की भूमिका, भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी भागीदारी से लाभ, अंतरिक्ष के आर्थिक उपयोग की संभावनाएँ, अंतरिक्ष
के आर्थिक उपयोग हेतु भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदम, अंतरिक्ष
शस्त्रीकरण, अंतरिक्ष शस्त्रीकरण के प्रभाव, भारत एवं अंतरिक्ष सुरक्षा के प्रयास, अंतरिक्ष
क्षेत्र की चुनौतियाँ, अंतरिक्ष निशस्त्रीकरण हेतु सुझाव,
मानव मिशन, अंतरिक्ष प्रदूषण, भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में निज़ी क्षेत्र की भूमिका, इसरो की सफलता के कारण
जैव प्रौद्योगिकी
जैव प्रौद्योगिकी
के प्रकार एवं विभिन्न उपयोग, जेनेटिक इंजीनियरिंग,मानव जीनोम परियोजना, मानव जीनोम एडिटिंग तकनीक,जीन थेरपी, स्टेम सेल, DNA फिंगरप्रिंट, प्लाज्मा थेरेपी, जैव प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग, कृषि में जैव प्रौद्योगिकी,
जैव प्रौद्योगिकी एवं खाद्य सुरक्षा, जैव
प्रौद्योगिकी का स्वास्थ्य, उद्योग, पर्यावरण में अनुप्रयोग, जैव ईंधन, बायोमैट्रिक्स तकनीक, जैव आतंकवाद, राष्ट्रीय जैव प्रौद्योगिकी
विकास रणनीति, 2015-2020
सूचना, संचार एवं नवीन प्रौद्योगिकीयां
इंटरनेट का महत्व, भारत में डिजिटलीकरण के समक्ष चुनौतियाँ, डिजीटल
डिवाइड, साइबर युद्ध/हमला,
साइबर सुरक्षा, बिग डाटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, औद्योगिक क्राति
4.0
पर्यावरण एवं प्रदूषण
COP 26, ग्लोबल वार्मिंग, ओजोन परत, जल संकट, जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, शून्य अभियान, प्लस्टिक प्रदूषण, अपशिष्ट प्रबंधन,
ऊर्जा
ऊर्जा संकट एवं ऊर्जा
सुरक्षा,
नवीकरणीय ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा, भारत की परमाणु नीति, भारतीय परमाणु हथियार का
बहुआयामी महत्व, सौर ऊर्जा, परिवहन
क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता हेतु सरकार के प्रयास,
ग्रीन हाइड्रोजन
स्वास्थ्य
भारतीय स्वास्थ्य
प्रणाली की सुविधाएं समस्याएं, चुनौतियां, स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार के प्रयास एवं सुझाव, चयनित स्वास्थ्य सेवा का निजीकरण, राष्ट्रीय स्वास्थ्य
नीति 2017, भारतीय स्वास्थ्य क्षेत्र एवं बजट,राष्ट्रीय
परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 , खाद्य एवं पोषण सुरक्षा,
द ऑउटब्रेक ऑफ़ पेंडेमिक कोविड-19
एंड इट्स मैनेजमेंट रिपोर्ट, स्वास्थ्य
क्षेत्र में तकनीकी अनुप्रयोग
BPSC मुख्य परीक्षा को ध्यान में रखते हुए अति महत्वपूर्ण टॉपिक्स को हमारे नोट्स में भी कवर किया गया है। नोट्स को इस फारमेट/प्रारूप में बनाया गया है कि आप इसके द्वारा यह सीख सकते हैं कि परीक्षा में प्रश्नों को कैसे लिखा जाए।
नोट्स की विशेषता
- सिलेबस पर आधरित पाठ्य सामग्री ।
- विश्वसनीय तथ्यों एवं आँकड़ों का प्रयोग ।
- परीक्षा से पूर्व कम समय में ज्यादा-से-ज्यादा रिवीज़न करने में सहायक ।
- अध्यायवार एवं क्रमानुसार सहज और सरल भाषा में प्रस्तुतीकरण ।
gkbucket.com के माध्यम से आप कही से भी आप अपनी परीक्षा की आवश्यकताओं के अनुसार तैयारी कर सकते हैं। हमारा यह प्रयास विशेषकर उन अभ्यर्थियों के लिए भी महत्वपूर्ण है जिनके पास समय की कमी है और जो कहीं नौकरी, व्यवसाय या अन्य कार्य कर रहे हैं और बिहार सिविल सेवा में चयनित होने का सपना संजोए हुए है।
हमारे मंच gkbucket.com द्वारा परीक्षा की आवश्यकताओं तथा समस्याओं के बारे में यथा संभव आपको मदद देने का प्रयास किया जाएगा। आपके बहुमूल्य शिकायत, सुझाव का हम स्वागत करते हैं तथा परीक्षा संबंधी जानकारी हेतु बिना संकोच आप संपर्क कर सकते हैं
BPSC मुख्य परीक्षा में पूछे गए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संबंधी प्रश्न
66वीं BPSC में पूछे गए प्रश्न
- भारतवर्ष
दुनिया का कोविड-19 महामारी
से सबसे अधिक प्रभावित दूसरा राष्ट्र है। इस जानलेवा वायरस के उन्मूलन के लिए केवल
सामाजिक दूरी एवं मानसिक के प्रयोग के साथ-साथ एक तेज टीकाकरण प्रक्रिया आवश्यक है
। प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिपादित मेक इन इंडिया अवधारणा को दृष्टिगत रखते हुए
हमारे राष्ट्र द्वारा कोविड-19 उन्मूलन के लिए उठाई गई
गतिविधियों का विस्तार से वर्णन कीजिए ।
- वर्तमान
में विश्व के अनेक राष्ट्रों के वैज्ञानिक का एक प्रमुख ध्येय दूसरे ग्रहों पर
जीवन की खोज है । भारत के द्वारा अंतरिक्ष शोध के विकास की विवेचना विशेष रूप से 21वीं सदी में इस ध्येय की पूर्ति
के लिए कीजिए ।
- “मेक इन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत भारत ने अपने सुरक्षा निकाय में सुरक्षा आयुधों एवं उपकरणों को राष्ट्र की सुरक्षा के लिए समाहित कर उसमें वृद्धि की है।” इस कथन की पुष्टि सुरक्षा अभियंत्रिकी में वैज्ञानिक विकास के आधार पर कीजिए ।
- विगत कई वर्षों से बाढ़ एवं सूखे की स्थिति ने बिहार राज्य के उन्नयन एवं समृद्धि को लगातार प्रभावित किया है। इस प्रकार के दुर्घटना प्रबंधन में विज्ञान एवं अभियांत्रिकी की भूमिका के विशिष्ट उदाहरण के साथ विवेचना कीजिए।
65वीं BPSC में पूछे गए प्रश्न
- भारत
में “मेक इन
इंडिया” मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया एक प्रकार का
स्वदेशी आंदोलन है । इस आंदोलन को गति देने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की
भूमिका की सोदाहरण विस्तार से विवेचना कीजिए ।
- वर्तमान
परिदृश्य में, देश के
प्रमुख मुद्दे हैं: “बढ़ती हुई जनसंख्या, उच्च स्वास्थ्य जोखिम, घटते हुए प्राकृतिक संसाधन और
घटती जा रही कृषि भूमि ।“ इन चारों क्षेत्रों में से
प्रत्येक के लिए कम से कम चार वैज्ञानिक प्रयासों की चर्चा कीजिए, जिन्हें आप लागू करना चाहेंगे।
- बिहार
लगातार बाढ़ तथा सूखे की प्राकृतिक आपदाओं का सामना करता रहता है । इन आपदाओं के पूर्वानुमान
तथा प्रबंधन में, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी की क्या भूमिका
हो सकती है । अपने उत्तर को प्रायोगिक उदाहरण द्वारा समझाइए ।
- कोविड-19 की स्थिति के कारण उत्पन्न हुई नौकरियों पर संकट की स्थिति को नियंत्रित करने तथा राष्ट्र के विकास की गति को बनाए रखने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्या भूमिका निभा सकते है। इस पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
64वीं BPSC में पूछे गए प्रश्न
- भारत
में नदियों का सुदृढ़ जाल होने के बाद भी कई ऐसे क्षेत्र हैं, जो जलापूर्ति और विशेष रूप से
पेयजल की कमी से जूझ रहे हैं । इस समस्या के समाधान हेतु जल प्रबंधन में विज्ञान
एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका की सोदाहरण विवेचना कीजिए।
- विद्युत
खपत की बढ़ती मांग एवं लगातार घटते पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के कारण देश वर्तमान में विद्युत ऊर्जा
की कमी से जूझ रहा है । इस विकट ऊर्जा खपत मांग को नियंत्रित करने के लिए वर्तमान
में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी द्वारा प्रदत माध्यमों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- वर्तमान
सरकार विभिन्न राज्यों में स्मार्ट शहर विकसित करने के लिए प्रयासरत है । स्मार्ट
शहरों के बारे में आपकी क्या परिकल्पनाएं हैं? आदर्श स्मार्ट शहर
के विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका की व्याख्या कीजिए।
- जनसंख्या
में बहुमुखी वृद्धि एवं अ-योजना के
फलस्वरुप असंगत कचरा उत्पन्न हुआ है । विभिन्न प्रकार के कचरे की विवेचना कीजिए । इस
समस्या को देश किस प्रकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की सहायता से दूर कर सकता है ?
विस्तार से इसका वर्णन कीजिए।
63वीं BPSC में पूछे गए प्रश्न
- उपग्रहों
को अन्तरिक्ष में स्थापित करने के क्षेत्र में भारत ने क्या प्रगति की है? एक से अधिक उपग्रहों को एक साथ अन्तरिक्ष में भेजे जाने के सकारात्मक एवं
ऋणात्मक पक्ष को स्पष्ट करें । भारत के इस क्षेत्र में प्रवेश करने से देश की
अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में किस प्रकार सहायता मिली है?
- नाभिकीय
ऊर्जा के क्षेत्र में प्रगति,
हमारे देश के विकास में किस प्रकार से सहायक है, विस्तार से समझाएँ । नाभिकीय ऊर्जा किस प्रकार से देश की कुल ऊर्जा के
उत्पादन के क्षेत्र में सहायक है, चर्चा करें । नाभिकीय
ऊर्जा के सकारात्मक एवं ऋणात्मक पक्ष को स्पष्ट करें।
- सॉफ्टवेयर
से आप क्या समझते हैं? देश के
आर्थिक विकास में कैसे सॉफ्टवेर उद्योग रीढ़ की हड्डी के समान हैं, समझाएँ । कंप्यूटर की भाषाओं के विकास पर अपना मत स्पष्ट करें तथा समझाएँ
कि हमारे देश का इस क्षेत्र में क्या योगदान है?
- ग्लोबल
वार्मिंग क्या है? ग्लोबल
वार्मिंग से होने वाले प्रभाव को कम करने के लिए जाने वाले प्रयासों में भारत का
क्या योगदान है? “निकट भविष्य में पूरा विश्व, इस ग्रह के मानव के द्वारा की जाने वाली गलतियों के कारण, पानी में डूब जाएगा ।” उक्त कथन पर विचार करें।
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