अध्याय-2 राजकीय वित्त व्यवस्था
बिहार आर्थिक समीक्षा पर आधारित वन लाइनर प्रश्नोत्तरी
प्रश्न- राज्य सरकार का
स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय कुल व्यय का कितना व्यय था?
उत्तर- 54.7 प्रतिशत (योजना व्यय 45.3 प्रतिशत)
प्रश्न- वित्तीय वर्ष
2022-23 के अंत में बिहार सरकार पर कुल बकाया ऋण कितना था?
उत्तर- 2,93,307 करोड़
रु.
प्रश्न- बिहार सरकार ने दीर्घकालिक
आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए पूंजीगत व्यय का उपयोग करने पर लगातार ध्यान
दिया है जिसके फलस्वरूप बिहार सरकार का पूंजीगत व्यय वर्ष 2021-22 की तुलना में
2022-23 में कितना प्रतिशत बढ़ा?
उत्तर - 41.4 प्रतिशत
प्रश्न- बिहार सरकार द्वारा
किए गए राजस्व व्यय का बड़ा हिस्सा किस पर खर्च होता है
उत्तर- सामाजिक सेवाओं पर
वर्ष 2022-23 में सामाजिक सेवाओं पर व्यय 0.88 लाख करोड़ रु.
आर्थिक सेवाओं पर व्यय 0.40 लाख करोड़ रु. और
सामान्य सेवाओं पर व्यय 0.56 लाख करोड़ रु.
था।
प्रश्न- 2022-23 में बिहार
सरकार का कुल व्यय 2,31,904 करोड़ रु. था जिसमें राजस्व व्यय कितना था
उत्तर- 79.3 प्रतिशत ( शेष 20.7 प्रतिशत पूंजीगत व्यय)
2022-23 में बिहार सरकार का
सकल राजकोषीय घाटा कितना था
उत्तर- 44,823 करोड़ रु.
प्रश्न- वर्ष 2022-23 में
राज्य सरकार का ब्याज भुगतान कितना था
उत्तर - 15,184 करोड़ रु.
प्रश्न- बिहार सरकार के राजस्व
लेखे में प्राप्ति के मुख्य स्रोत कौन कौन कौन से है
कर राजस्व (टैक्स रेवेन्यू) - 80.8 प्रतिशत
सहायता अनुदान एवं अंशदान- 16.8 प्रतिशत
करेतर राजस्व- कुल प्राप्ति में अपेक्षाकृत छोटा
हिस्सा
प्रश्न- बिहार सरकार राजस्व
लेखे से व्यय को मोटे तौर पर कितने मुख्य शीर्षों में व्यवस्थित किया जा सकता है?
उत्तर – 3 सामान्य सेवाएं ,सामाजिक
सेवाएं और आर्थिक सेवाएं।
इसके अलावा सहायता अनुदान भी है जिसका हिस्सा
बहुत छोटा सा है।
प्रश्न- बिहार सरकार की
सामान्य सेवाओं का अंग रहा ब्याज भुगतान 2022-23 में 15,184 करोड़ रु. था जो गत
वर्ष से कितना प्रतिशत ज्यादा है?
उत्तर- 9.9 प्रतिशत अधिक
प्रश्न- राज्य सरकार द्वारा
किए गए कुल व्यय को किन दो मुख्य शीर्षों में भी वर्गीकृत किया जा सकता है ?
उत्तर- योजना व्यय (स्कीम एक्सेंडीचर) एवं स्थापना एवं
प्रतिबद्ध व्यय (एस्टैब्लिशमेंट एंड कम्मिटेड एक्सपेंडिचर)
वर्ष 2022-23 में राज्य सरकार के कुल व्यय में
योजना व्यय का 45.3 प्रतिशत और स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय का 54.7 प्रतिशत हिस्सा
था।
प्रश्न- बिहार सरकार का कुल
उधार में आंतरिक ऋण तथा केन्द्र सरकार के ऋण का कितना योगदान है?
उत्तर आंतरिक ऋण 79.0% तथा केंद्र सरकार के
ऋण 21.0%
प्रश्न- राज्य सरकार द्वारा
लिया गया कुल उधार 2022-23 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद का कितना था?
उत्तर- 6.4 प्रतिशत
प्रश्न- यदि राज्य सरकार अपने
ऋण भार में अचानक और काफी वृद्धि किए बिना अपनी व्यय संबंधी जरूरतों की पूर्ति
करने की स्थिति में हो तो ऐसी वित्तव्यवस्था को क्या कहा जा सकता है?
उत्तर -सुस्थिर वित्त व्यवस्था
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प्रश्न- किसी वित्त वर्ष में
राज्य सरकार के कुल राजस्व और कुल व्यय के बीच का अंतर होता है?
उत्तर- राजकोषीय घाटा
जब राज्य सरकार का व्यय विभिन्न स्रोतों से हुई
उसकी प्राप्तियों से बढ़ जाता है तो वह राजकोषीय घाटा को जन्म देता है। राजकोषीय
घाटा राज्य सरकार द्वारा राजकोषीय प्रबंधन में रह गई संसाधनों की कमी को व्यक्त
करता है।
प्रश्न- बिहार के लिए
2021-22 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद के अनुपात में सकल राजकोषीय घाटा कितना था ?
उत्तर- 3.8 प्रतिशत
2023-24 के बजट अनुपात से पता चलता है कि बिहार
में राज्य सरकार ने सकल राजकोषीय घाटा को सकल राज्य घरेलू उत्पाद के 3.0 प्रतिशत
की सीमा में लाने का लक्ष्य रखा है और यह भी देश के अनेक बड़े राज्यों द्वारा अपने
लिए तय लक्ष्य से कम है।
प्रश्न- राज्य सरकार की
संचित निधि में मौजूद राजकोषीय घाटे का वित्तपोषण किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर- शुद्ध ऋण-ग्रहण (नेट बॉरोइंग), लोक लेखा
(पब्लिक एकाउंट) में आई रकम और नकद शेष में हुए परिवर्तन के जरिए
प्रश्न- 2022-23 में सकल
राजकोषीय घाटा का 75.7 प्रतिशत वित्तपोषण किसके माध्यम से किया गया ?
उत्तर- शुद्ध ऋण-ग्रहण द्वारा
2023-24 के बजट अनुमान में राज्य सरकार ने 25,568
करोड़ रु. के सकल राजकोषीय घाटा के वित्तपोषण के लिए शुद्ध ऋण-ग्रहण का 25,768
करोड़ रु. का अनुमान रखा है।
प्रश्न- किसी वित्त वर्ष में
राज्य सरकार के समग्र नकद शेष में क्या शामिल होता है ?
उत्तर-भारतीय रिजर्व बैंक के पास जमा, नकद शेष
निवेश लेखा में निवेश, विभागीय अधिकारियों के पास रखी नकद रकम, विभागीय
अधिकारियों के पास आकस्मिक व्यय के लिए रखा गया स्थायी अग्रिम और निर्धारित कोषों
में किया गया निवेश
प्रश्न- बिहार सरकार को
भारतीय रिजर्व बैंक के पास न्यूनतम कितने का नकद शेष बनाए रखना होता है?
उत्तर- 1.7 करोड़ रु. का नकद शेष
अगर यह शेष किसी दिन स्वीकृत न्यूनतम रकम से नीचे
चला जाता है तो अंतराल का वित्तपोषण समय-समय पर सामान्य या विशेष अर्थोपाय अग्रिम
(वेज एंड मीन्स एडवांस)/ ओवरड्राफ्ट से करना पड़ता है।
प्रश्न- 2022-23 के अंत में
राज्य सरकार की कुल बकाया देनदारी कितनी थी ?
उत्तर 2,93,307 करोड़
रु.
प्रश्न- 2022-23 में बिहार
सरकार की कुल बकाया देनदारी में लोक ऋण का हिस्सा कितना था?
उत्तर- 82.8 प्रतिशत हो गया।
लोक ऋण के अलावा राज्य सरकार की अन्य देनदारियों में
लघु बचत, भविष्य
निधि आदि, आरक्षित
निधियों और जमा एवं अग्रिम संबंधी देनदारियां भी शामिल होती हैं।
प्रश्न- बिहार सरकार को कर
से होने वाली प्राप्ति में किसे शामिल किया जाता है?
उत्तर - राज्य सरकार द्वारा लगाए गए कर और शुल्क
तथा केंद्र सरकार के करों एवं शुल्कों के विभाज्य पूल से मिलने वाला राज्य का
हिस्सा ।
करेतर राजस्व में राज्य सरकार के अपने करेतर
राजस्व और केंद्र सरकार के अनुदान शामिल रहते हैं।
राज्य द्वारा लगाए जाने वाले
अनेक करों की जगह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) द्वारा कब ली गयी?
उत्तर- जुलाई 2017 से
प्रश्न- वस्तु एवं सेवा कर
के वर्तमान ढांचे के कितने घटक हैं?
उत्तर- 3 घटक
1. राज्य वस्तु एवं सेवा कर (SGST)- राज्य वस्तु
एवं सेवा कर संबंधित राज्यों के लिए राजस्व होता है जहां उसे वसूला जाता है।
2. केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (CGST)- केंद्रीय
वस्तु एवं सेवा कर (सौजीएसटी) सहित लगाए गए करों की दरें वस्तु एवं सेवा कर परिषद
द्वारा तय की जाती हैं।
यह कर राजस्वों के केंद्रीय पूल में जाता है।
केंद्रीय वित्त आयोग द्वारा विभाज्य पूल से अंतरण के लिए सुझाए गए फार्मूला के तहत
इसका एक हिस्सा राज्यों के साथ भी साझा किया जाता है।
3. समेकित वस्तु एवं सेवा कर (IGST)-अंतर-राज्य खरीद पर लगने वाले करों पर या कर योग्य
सेवाओं तथा वस्तुओं, और सेवाओं तथा वस्तुओं के आयात पर लागू होता है।
इसको केंद्र सरकार संग्रहित करती है और बाद में सभी संबंधित राज्यों के बीच बांट
देती है।
प्रश्न- बिहार सरकार के राजस्व
लेखे में अपने स्रोतों से कुल प्राप्ति का हिस्सा 2021-22 के 24.5 प्रतिशत से
बढ़कर कितना प्रतिशत हो गया ?
उत्तर- 28.0 प्रतिशत
प्रश्न- बिहार सरकार के
राजस्व लेखे में हुई कुल प्राप्ति के प्रतिशत के बतौर केंद्रीय कर का हिस्सा
2021-22 के 57.5 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में कितना रह गया?
उत्तर- 55.2 प्रतिशत
प्रश्न- राजस्व लेखे में हुई
कुल प्राप्ति में केंद्रीय अनुदानों का हिस्सा कोविड-19 महामारी से प्रभावित वर्ष
2020-21 के 24.8 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में कितना रहा गया ?
उत्तर- 16.8 प्रतिशत
प्रश्न - बिहार सरकार के कर
राजस्व का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत क्या है?
उत्तर- राज्य वस्तु एवं सेवा कर (कुल कर राजस्व
का 52.8 प्रतिशत)
अन्य महत्वपूर्ण स्रोत विक्री, व्यापार
आदि पर कर, स्टांप
एवं निबंधन शुल्क तथा वाहन कर हैं इसके अलावा दो छोटे घटक भूमि राजस्व और विद्युत
शुल्क हैं।
प्रश्न- बिहार सरकार के करेतर
राजस्व में बड़ा हिस्सा किसका है?
उत्तर- अलौह खनन एवं धातु उद्योग तथा ब्याज
प्राप्ति।
वर्ष 2022-23
में कुल करेतर राजस्व संग्रहण में इनका हिस्सा
क्रमश: 66.0 प्रतिशत
और 15.5 प्रतिशत
था।
प्रश्न- राज्य सरकार की
संचित निधि को किस प्रकार वर्गीकृत किया जाता है ?
उत्तर- राजस्व लेखा और पूंजीगत लेखा। इन लेखों
से होने वाले व्यय क्रमशः राजस्व व्यय और पूंजीगत व्यय कहा जाता है।
सामान्य सेवाएं, सामाजिक सेवाएं और
आर्थिक सेवाएं। वहीं, इन तीनो सेवाओं के अलावा पूंजीगत परिव्यय पर व्यय, ऋणों की
अदायगी, स्थनीय
निकायों को अनुदान और स्वायत्त संस्थानों को अनुदान अन्य व्यय शीर्ष होते हैं।
प्रश्न- राज्य सरकार द्वारा कुल
व्यय में सबसे बड़ा हिस्सा किसका है?
उत्तर -सामाजिक सेवा का जो वर्ष 2022-23 में
38.1 प्रतिशत रहा। इसके बाद सामान्य और 24.2 प्रतिशत और आर्थिक सेवाएं 17.1
प्रतिशत आती है।
प्रश्न- वर्ष 2022-23 में राज्य सरकार का राजस्व
व्यय सकल राज्य घरेलू उत्पाद का कितना प्रतिशत था ?
उत्तर- 24.5 प्रतिशत
प्रश्न- सामाजिक सेवाओं पर
व्यय के तहत शामिल मुख्य क्षेत्र कौन कौन से हैं?
उत्तर- शिक्षा, खेल, कला एवं
संस्कृति, स्वास्थ्य
एवं परिवार कल्याण, जलापूर्ति, स्वच्छता, तथा आवास
एवं नगर विकास हैं।
प्रश्न- वर्ष 2022-23 में राज्य सरकार ने सामाजिक सेवाओं पर
व्यय का कितना प्रतिशत हिस्सा 'शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति' पर
खर्च किया?
उत्तर- 45.4 प्रतिशत
प्रश्न- वर्ष 2022-23 राज्य सरकार ने सामाजिक
सेवाओं पर अपने कुल व्यय का कितना हिस्सा 'जलापूर्ति, स्वच्छता, आवास एवं नगर विकास' पर खर्च किया है?
उत्तर- 23.1 प्रतिशत
प्रश्न- वर्ष 2022-23 में राज्य सरकार द्वारा सामाजिक सेवाओं
पर कुल व्यय का कितना प्रतिशत 'स्वास्थ्य
एवं परिवार कल्याण' पर व्यय किया गया ?
उत्तर- 12.5 प्रतिशत
प्रश्न- राज्य सरकार द्वारा
आर्थिक सेवाओं पर व्यय में शामिल मुख्य क्षेत्र कौन से है ?
उत्तर कृषि एवं सहयोगी गतिविधियां, सिंचाई
एवं बाढ़ नियंत्रण, ऊर्जा एवं विद्युत, उद्योग एवं खनिज तथा
परिवहन हैं।
वर्ष 2022-23 में आर्थिक सेवाओं पर कुल व्यय में 25.6 प्रतिशत
हिस्सा ऊर्जा एवं विद्युत का था जबकि कृषि एवं सहयोगी गतिविधियों का हिस्सा 8.4 प्रतिशत, सिंचाई
एवं बाढ़ नियंत्रण पर 6.4 प्रतिशत तथा 4.9 प्रतिशत हिस्सा 'उद्योग
एवं खनिज' पर खर्च
किया।
वर्ष 2022-23 में सामाजिक, आर्थिक और सामान्य
सेवाओं पर प्रति व्यक्ति व्यय क्रमशः 7069 रु.,
4639 रु. और 4443 रु. था।
प्रश्न- राज्य सरकार द्वारा
सामाजिक सेवाओं पर व्यय के तहत शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति पर प्रति व्यक्ति 2022-23 में कितना रहा ?
उत्तर- 3209 रु.
प्रश्न- वर्ष 2022-23 में राज्य सरकार द्वारा सामाजिक सेवाओं
पर व्यय के तहत चिकित्सा एवं लोक स्वास्थ्य पर प्रति व्यक्ति व्यय कितना किया गया ?
उत्तर- 885 रु.
प्रश्न- वर्ष 2022-23 में राज्य सरकार द्वारा जलापूर्ति एवं
स्वच्छता पर प्रति व्यक्ति व्यय कितना किया गया?
उत्तर 1630 रु.
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उपरोक्त प्रश्नों पर आधारित अभ्यास प्रश्न
इन प्रश्नों के अभ्यास हेतु आप हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन कर सकते हैं।
प्रश्न- राज्य सरकार का
स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय कुल व्यय का कितना व्यय था?
- 45.3 प्रतिशत
- 54.7 प्रतिशत
- 51.3 प्रतिशत
- 67.4 प्रतिशत
उत्तर- 54.7 प्रतिशत (योजना व्यय 45.3 प्रतिशत)
प्रश्न- वित्तीय वर्ष
2022-23 के अंत में बिहार सरकार पर कुल बकाया ऋण कितना था?
- 1,93,307 करोड़ रु.
- 2,93,307 करोड़ रु.
- 3,10,307 करोड़ रु.
- 2,15,307 करोड़ रु.
उत्तर- 2,93,307 करोड़
रु.
प्रश्न- बिहार सरकार ने
दीर्घकालिक आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए पूंजीगत व्यय का उपयोग करने पर
लगातार ध्यान दिया है जिसके फलस्वरूप बिहार सरकार का पूंजीगत व्यय वर्ष 2021-22
की तुलना में 2022-23 में कितना प्रतिशत बढ़ा?
- 22.4 प्रतिशत
- 29.4 प्रतिशत
- 36.4 प्रतिशत
- 41.4 प्रतिशत
उत्तर - 41.4 प्रतिशत
प्रश्न- बिहार सरकार द्वारा
किए गए राजस्व व्यय का बड़ा हिस्सा किस पर खर्च होता है
- सामाजिक सेवाओं पर
- आर्थिक सेवाओं पर
- कृषि सेवाओं पर
- सामान्य सेवाओं पर
उत्तर- सामाजिक सेवाओं पर
वर्ष 2022-23 में सामाजिक सेवाओं पर व्यय 0.88
लाख करोड़ रु., आर्थिक
सेवाओं पर व्यय 0.40 लाख करोड़ रु. और सामान्य सेवाओं पर व्यय 0.56 लाख करोड़ रु.
था।
प्रश्न- 2022-23 में बिहार
सरकार का कुल व्यय 2,31,904 करोड़ रु. था जिसमें राजस्व व्यय कितना प्रतिशत था
- 40.3 प्रतिशत
- 55.3 प्रतिशत
- 69.3 प्रतिशत
- 79.3 प्रतिशत
उत्तर- 79.3 प्रतिशत ( शेष 20.7 प्रतिशत पूंजीगत व्यय)
2022-23 में बिहार सरकार का
सकल राजकोषीय घाटा कितना था
- 24,823 करोड़ रु.
- 29,823 करोड़ रु.
- 35,823 करोड़ रु.
- 44,823 करोड़ रु.
उत्तर- 44,823 करोड़ रु.
प्रश्न- वर्ष 2022-23 में
राज्य सरकार का ब्याज भुगतान कितना था
- 10,184 करोड़ रु.
- 15,184 करोड़ रु.
- 20,184 करोड़ रु.
- 24,184 करोड़ रु.
उत्तर - 15,184 करोड़ रु.
प्रश्न- बिहार सरकार के राजस्व
लेखे में प्राप्ति के मुख्य स्रोत कौन कौन कौन से है
- कर राजस्व
- करेतर राजस्व
- सहायता अनुदान एवं अंशदान
- उपरोक्त सभी
कर राजस्व (टैक्स रेवेन्यू) - 80.8 प्रतिशत, सहायता
अनुदान एवं अंशदान- 16.8 प्रतिशत तथा करेतर राजस्व- कुल प्राप्ति में अपेक्षाकृत
छोटा हिस्सा रहता है।
प्रश्न- बिहार सरकार की
सामान्य सेवाओं का अंग रहा ब्याज भुगतान 2022-23 में 15,184 करोड़ रु. था जो गत
वर्ष से कितना प्रतिशत ज्यादा है?
- 2.9 प्रतिशत अधिक
- 4.9 प्रतिशत अधिक
- 7.9 प्रतिशत अधिक
- 9.9 प्रतिशत अधिक
उत्तर- 9.9 प्रतिशत अधिक
प्रश्न- बिहार सरकार का कुल
उधार में आंतरिक ऋण तथा केन्द्र सरकार के ऋण का क्रमश: कितना योगदान है?
- 79.0% तथा 21.0%
- 70.0% तथा 30.0%
- 65.0% तथा 35.0%
- 84.0% तथा 16.0%
उत्तर आंतरिक ऋण 79.0% तथा केंद्र सरकार के
ऋण 21.0%
प्रश्न- राज्य सरकार द्वारा
लिया गया कुल उधार 2022-23 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद का कितना था?
- 2.4 प्रतिशत
- 4.4 प्रतिशत
- 6.4 प्रतिशत
- 8.4 प्रतिशत
उत्तर- 6.4 प्रतिशत
प्रश्न- यदि राज्य सरकार
अपने ऋण भार में अचानक और काफी वृद्धि किए बिना अपनी व्यय संबंधी जरूरतों की
पूर्ति करने की स्थिति में हो तो ऐसी वित्तव्यवस्था को क्या कहा जा सकता है?
- सुस्थिर वित्त व्यवस्था
- अस्थिर वित्त व्यवस्था
- पूर्वगामी वित्त व्यवस्था
- प्रतिगामी वित्त व्यवस्था
उत्तर -सुस्थिर वित्त व्यवस्था
राजकोषीय घाटा के संबंध में सत्य कथन को बताएं
- किसी वित्त वर्ष में कुल राजस्व और कुल व्यय के बीच का अंतर होता है।
- व्यय विभिन्न स्रोतों से हुई प्राप्तियों से बढ़ जाता है तो राजकोषीय घाटा का जन्म देता है।
- राजकोषीय प्रबंधन में रह गई संसाधनों की कमी को व्यक्त करता है।
- उपरोक्त सभी सत्य कथन है
उत्तर- उपरोक्त सभी
प्रश्न- बिहार के लिए
2021-22 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद के अनुपात में सकल राजकोषीय घाटा कितना था ?
- 2.8 प्रतिशत
- 3.8 प्रतिशत
- 4.8 प्रतिशत
- 5.8 प्रतिशत
उत्तर- 3.8 प्रतिशत
2023-24 के बजट अनुपात से पता चलता है कि बिहार
में राज्य सरकार ने सकल राजकोषीय घाटा को सकल राज्य घरेलू उत्पाद के 3.0 प्रतिशत
की सीमा में लाने का लक्ष्य रखा है और यह भी देश के अनेक बड़े राज्यों द्वारा अपने
लिए तय लक्ष्य से कम है।
प्रश्न- राज्य सरकार की
संचित निधि में मौजूद राजकोषीय घाटे का वित्तपोषण किस प्रकार किया जाता है?
- शुद्ध ऋण-ग्रहण (नेट बॉरोइंग) द्वारा
- लोक लेखा (पब्लिक एकाउंट) में आई रकम द्वारा
- नकद शेष में हुए परिवर्तन के जरिए द्वारा
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी
उत्तर- शुद्ध ऋण-ग्रहण (नेट बॉरोइंग), लोक लेखा
(पब्लिक एकाउंट) में आई रकम और नकद शेष में हुए परिवर्तन के जरिए द्वारा होता है।
प्रश्न- 2022-23 में सकल
राजकोषीय घाटा का 75.7 प्रतिशत वित्तपोषण किसके माध्यम से किया गया ?
- शुद्ध ऋण-ग्रहण (नेट बॉरोइंग) द्वारा
- लोक लेखा (पब्लिक एकाउंट) में आई रकम द्वारा
- नकद शेष में हुए परिवर्तन के जरिए द्वारा
- उपरोक्त सभी के द्वारा
उत्तर- शुद्ध ऋण-ग्रहण द्वारा
2023-24 के बजट अनुमान में राज्य सरकार ने 25,568
करोड़ रु. के सकल राजकोषीय घाटा के वित्तपोषण के लिए शुद्ध ऋण-ग्रहण का 25,768
करोड़ रु. का अनुमान रखा है।
प्रश्न- किसी वित्त वर्ष में
राज्य सरकार के समग्र नकद शेष में क्या शामिल होता है ?
- भारतीय रिजर्व बैंक के पास जमा
- नकद शेष निवेश लेखा में निवेश
- विभागीय अधिकारियों के पास रखी नकद रकम
- उपरोक्त सभी
उत्तर-भारतीय रिजर्व बैंक के पास जमा, नकद शेष
निवेश लेखा में निवेश, विभागीय अधिकारियों के पास रखी नकद रकम, विभागीय
अधिकारियों के पास आकस्मिक व्यय के लिए रखा गया स्थायी अग्रिम और निर्धारित कोषों
में किया गया निवेश
प्रश्न- बिहार सरकार को
भारतीय रिजर्व बैंक के पास न्यूनतम कितने का नकद शेष बनाए रखना होता है?
- 1.7 करोड़ रु. का नकद शेष
- 4.7 करोड़ रु. का नकद शेष
- 3.7 करोड़ रु. का नकद शेष
- 2.7 करोड़ रु. का नकद शेष
उत्तर- 1.7 करोड़ रु. का नकद शेष
अगर यह शेष किसी दिन स्वीकृत न्यूनतम रकम से नीचे
चला जाता है तो अंतराल का वित्तपोषण समय-समय पर सामान्य या विशेष अर्थोपाय अग्रिम
(वेज एंड मीन्स एडवांस)/ ओवरड्राफ्ट से करना पड़ता है।
प्रश्न- 2022-23 के अंत में
राज्य सरकार की कुल बकाया देनदारी कितनी थी ?
- 1,93,307 करोड़ रु.
- 2,93,307 करोड़ रु.
- 3,93,307 करोड़ रु.
- 4,93,307 करोड़ रु.
उत्तर 2,93,307 करोड़
रु.
प्रश्न- 2022-23 में बिहार
सरकार की कुल बकाया देनदारी में लोक ऋण का हिस्सा कितना था?
- 55.8 प्रतिशत
- 62.8 प्रतिशत
- 70.8 प्रतिशत
- 82.8 प्रतिशत
उत्तर- 82.8 प्रतिशत।
लोक ऋण के अलावा राज्य सरकार की अन्य देनदारियों में
लघु बचत, भविष्य
निधि आदि, आरक्षित
निधियों और जमा एवं अग्रिम संबंधी देनदारियां भी शामिल होती हैं।
राज्य द्वारा लगाए जाने वाले
अनेक करों की जगह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) द्वारा कब ली गयी?
- जुलाई 2017 से
- जुलाई 2018 से
- जुलाई 2019 से
- जुलाई 2020 से
उत्तर- जुलाई 2017 से
प्रश्न- वस्तु एवं सेवा कर
के वर्तमान ढांचे के कितने घटक हैं?
- 2 घटक
- 3 घटक
- 4 घटक
- 5 घटक
उत्तर- 3 घटक
राज्य वस्तु एवं सेवा कर, केंद्रीय वस्तु एवं सेवा
कर एवं समेकित वस्तु एवं सेवा कर
प्रश्न- बिहार सरकार के राजस्व
लेखे में अपने स्रोतों से कुल प्राप्ति का हिस्सा 2021-22 के 24.5 प्रतिशत से
बढ़कर कितना प्रतिशत हो गया ?
- 26.0 प्रतिशत
- 28.0 प्रतिशत
- 30.0 प्रतिशत
- 34.0 प्रतिशत
उत्तर- 28.0 प्रतिशत
प्रश्न- बिहार सरकार के
राजस्व लेखे में हुई कुल प्राप्ति के प्रतिशत के बतौर केंद्रीय कर का हिस्सा
2021-22 के 57.5 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में कितना रह गया?
- 39.2 प्रतिशत
- 43.2 प्रतिशत
- 47.2 प्रतिशत
- 55.2 प्रतिशत
उत्तर- 55.2 प्रतिशत
प्रश्न - बिहार सरकार के कर
राजस्व का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत क्या है?
- राज्य वस्तु एवं सेवा कर
- बिक्री कर
- व्यापार कर
- स्टांप एवं निबंधन शुल्क
उत्तर- राज्य वस्तु एवं सेवा कर
उत्तर- राज्य वस्तु एवं सेवा कर (कुल कर राजस्व
का 52.8 प्रतिशत)
अन्य महत्वपूर्ण स्रोत विक्री, व्यापार
आदि पर कर, स्टांप
एवं निबंधन शुल्क तथा वाहन कर हैं इसके अलावा दो छोटे घटक भूमि राजस्व और विद्युत
शुल्क हैं।
प्रश्न- बिहार सरकार के करेतर
राजस्व में सबसे बड़ा हिस्सा किसका है?
- अलौह खनन धातु उद्योग
- ब्याज प्राप्ति
- अन्य प्राप्ति
- उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- अलौह खनन धातु उद्योग
वर्ष 2022-23
में कुल करेतर राजस्व संग्रहण में अलौह खनन एवं
धातु उद्योग का हिस्सा क्रमश: 66.0 प्रतिशत और ब्याज प्राप्ति
15.5 प्रतिशत
था।
वर्ष 2022-23 में राज्य सरकार द्वारा कुल व्यय में निम्न में
सबसे बड़ा हिस्सा किसका है?
- सामाजिक सेवा
- सामान्य सेवा
- आर्थिक सेवा
- अनुदान भुगतान
उत्तर- सामाजिक सेवा
उत्तर -सामाजिक सेवा 38.1 प्रतिशत, सामान्य सेवा
24.2 प्रतिशत और आर्थिक सेवाएं 17.1 प्रतिशत आती है।
प्रश्न- वर्ष 2022-23 में राज्य सरकार का राजस्व
व्यय सकल राज्य घरेलू उत्पाद का कितना प्रतिशत था ?
- 19.5 प्रतिशत
- 24.5 प्रतिशत
- 27.5 प्रतिशत
- 33.5 प्रतिशत
उत्तर- 24.5 प्रतिशत
प्रश्न- सामाजिक सेवाओं पर
व्यय के तहत शामिल क्षेत्र निम्न में से कौन से हैं?
- शिक्षा, खेल एवं कला एवं संस्कृति
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, जलापूर्ति , स्वच्छता,
- आवास एवं नगर विकास
- उपरोक्त सभी
उत्तर- शिक्षा, खेल, कला एवं
संस्कृति, स्वास्थ्य
एवं परिवार कल्याण, जलापूर्ति, स्वच्छता, तथा आवास
एवं नगर विकास हैं।
प्रश्न- राज्य सरकार द्वारा
आर्थिक सेवाओं पर व्यय में शामिल मुख्य क्षेत्र कौन से है ?
- कृषि एवं सहयोगी गतिविधियां, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण
- ऊर्जा एवं विद्युत
- उद्योग एवं खनिज तथा परिवहन
- उपरोक्त सभी
उत्तर-कृषि एवं सहयोगी गतिविधियां, सिंचाई
एवं बाढ़ नियंत्रण, ऊर्जा एवं विद्युत, उद्योग एवं खनिज तथा
परिवहन हैं।
वर्ष 2022-23 में सामाजिक, आर्थिक और सामान्य
सेवाओं पर प्रति व्यक्ति व्यय क्रमशः 7069 रु.,
4639 रु. और 4443 रु. था।
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