बिहार बजट 2025-26 -खेल विभाग
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युवा वर्ग किसी भी समाज के विकास का इंजन होता है, और
इसी कारण बिहार सरकार ने जनवरी 2024 में स्वतंत्र खेल विभाग का गठन किया। इस विभाग
का उद्देश्य राज्य के युवाओं को खेल-कूद के लिए प्रेरित करना, उत्कृष्ट खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना और राज्य में खेल अवसंरचना को
विकसित करना है।
प्रोत्साहन योजनाएं
- "मेडल लाओ, नौकरी पाओ" योजना-
खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने हेतु
प्रेरित करनेवाली इस योजना के अंतर्गत अब
तक 71 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी प्रदान की जा चुकी है।
- "मशाल-2024" प्रतियोगिता-बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों में आयोजित जिसका उद्देश्य प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन है।
- खेल प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने की दिशा में 533 प्रखंडों खेल मैदानों के निर्माण का कार्य शुरू किया गया है। खेल मैदान निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी उत्पन्न हो रहे हैं।
- खेल-कूद की गतिविधियों को व्यवस्थित करने हेतु सभी जिलों में खेल क्लब का गठन किया गया ।
उपलब्धियाँ
- एशियन वुमेन्स हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी में स्वर्ण पदक वहीं पेरिस ओलंपिक 2024 में रजत पदक जीता । खेलो इंडिया प्रतियोगिता में कुल 50 तो राष्ट्रीय पैरा गेम्स (दिव्यांग खिलाड़ियों द्वारा) में कुल 16 पदक जीते गए।
- नवंबर 2024 में एशियन हॉकी चैम्पियनशिप (महिला) का
आयोजन हुआ,
जिसमें भारत की महिला टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बिना एक भी मैच
हारे खिताब जीता। इस प्रकार,बिहार ने पहली बार
अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजन की सफल मेजबानी की।
- फिक्की (FICCI) द्वारा नवंबर 2024
में बिहार को "इमर्जिंग स्टेट इन स्पोर्ट्स" पुरस्कार से सम्मानित किया
गया।
पुनपुन का अत्याधुनिक स्पोर्ट्स
स्टेडियम
|
खेल अवसंरचना विकास
- राजगीर में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम-सह-राज्य खेल अकादमी का निर्माण किया जा रहा है।
- मोईनुल हक स्टेडियम, पटना को भारतीय
क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड को लीज पर दिया गया जिससे भविष्य में राष्ट्रीय और
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिताओं के आयोजन का मार्ग प्रशस्त होगा।
- 29 अगस्त 2024 को बिहार खेल विश्वविद्यालय एवं राज्य खेल अकादमी का उद्घाटन किया गया।
- 370 आउटडोर स्टेडियमों के निर्माण की स्वीकृति जिसमें 229 स्टेडियमों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
- पुनपुन के डुमरी मौजा में 100 एकड़ का अत्याधुनिक स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाने की घोषणा।
- प्रत्येक प्रखंड में एक आउटडोर स्टेडियम की स्थापना की जाएगी।
- सभी प्रमंडलों में राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप खेल सुविधाएँ विकसित की जाएंगी।
संभावित प्रभाव
- बिहार में खेल प्रतिभाओं को उभरने का अवसर मिलेगा।
- खिलाड़ियों को राज्य में ही उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और प्रतियोगिता का अवसर मिलेगा।
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएँ आयोजित करने में बिहार सक्षम होगा।
- स्थानीय युवाओं को खेल आधारित रोजगार और सुविधाएँ मिलेंगी।
इस प्रकार बिहार सरकार की "मेडल लाओ, नौकरी पाओ"
जैसी योजनाएँ जहां खिलाड़ियों को प्रेरित कर रही हैं, वहीं
स्टेडियमों और खेल मैदानों के निर्माण से खेलों की आधारभूत संरचना को मजबूती मिल
रही है। इसी क्रम में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की सफल मेजबानी बिहार को
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा
कदम है।
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