प्रश्न- बिहार से जनसंख्या के पलायन के कारणों और परिणामों तथा जनसंख्या को स्थिर करने के लिए राज्य द्वारा उठाए गए उपायों पर चर्चा करें। 70th BPSC
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उत्तर- बिहार से होने
वाला जनसंख्या पलायन राज्य की सामाजिक-आर्थिक संरचना के लिए गंभीर चुनौती है जो राज्य
के विकास को बाधित करने के साथ साथ श्रमिकों और उनके परिवारों के जीवन स्तर को भी
प्रभावित कर रही है। आंकडों के अनुसार
बिहार से हर वर्ष लगभग 2.9 करोड़ (राज्य की कुल आबादी का लगभग 20) अन्य राज्यों
में पलायन करते हैं जिसके कारणों को निम्न प्रकार देखा जा सकता है।
- रोजगार-औद्योगिकीकरण, सेवा क्षेत्र के सीमित विकास से स्थानीय रोजगार अवसर नहीं बन पा रहे हैं।
- शिक्षा और कौशल विकास-युवाओं को बेहतर शिक्षा और प्रशिक्षण की तलाश में बाहर जाना पड़ता है।
- प्राकृतिक आपदाएं-कोसी एवं सीमांचल में बाढ़ और कृषि की अस्थिरता भी पलायन का एक कारण है।
- सामाजिक एवं ऐतिहासिक कारण- सांस्कृतिक ढांचे, सामंती अवशेषों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विघटन ने भी पलायन को प्रोत्साहित किया है।
बिहार में प्राचीन काल
में जहां सैन्य और औद्योगिक कारणों से पलायन होता रहा वहीं 19वीं शताब्दी में यह औद्योगिक
मजदूरी, गिरमिटिया श्रम और कृषि कार्यों के लिए बढ़ा। स्वतंत्रता
बाद शहरी विकास और हरित क्रांति के बावजूद पलायन की प्रवृत्ति बनी रही जो आज भी
जारी है जिसके परिणाम निम्न प्रकार देख सकते हैं
- राज्य में कुशल श्रमिकों और युवाओं की कमी से विकास बाधित होता है।
- परिवारों का विखंडन होता है और बच्चों की शिक्षा, परिवार पर नकारात्मक असर पड़ता है।
- प्रवासी मजदूर असुरक्षित और कम वेतन वाली नौकरियों में शोषित होते हैं।
हांलाकि प्रवासी जनंसख्या
के रेमिटेंस से अर्थव्यवस्था को सीमित लाभ मिलता है लेकिन बिहार जैसे बहुसंख्या
आबादी वाले राज्य के लिए यह स्थायी समाधान नहीं है। इसके समाधान के लिए बिहार सरकार द्वारा रोजगार सृजन एवं कौशल विकास के साथ
साथ जनसंख्या स्थिरीकरण हेतु प्रयास किए गए हैं।
जनसंख्या स्थिरीकरण हेतु
उच्च प्राथमिकता वाले जिलों में परिवार नियोजन सेवाओं की सुलभता, हर वर्ष जागरूकता हेतु 'जनसंख्या
स्थिरता पखवाड़ा' का आयोजन,
दो से अधिक बच्चों पर नगर निकाय चुनाव
व कई योजनाओं में प्रतिबंध लगाने के साथ महिला शिक्षा एवं सेवा में आरक्षण, सात निश्चय योजनाओं आदि द्वारा महिला सशक्तिकरण जैसे सकारात्मक
प्रयास किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बिहार में महिला साक्षरता बढ़ने के
साथ-साथ परिवार नियोजन के प्रति जागरुकता भी बढ़ी है।
निष्कर्षत: बिहार से
पलायन की समस्या जटिल और बहुआयामी है जिसके लिए बिहार सरकार जनसंख्या स्थिरीकरण
हेतु स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार,
कानूनी प्रावधान, नीति-आधारित प्रोत्साहन, कौशल
विकास और रोजगार सृजन जैसे बहुआयामी उपाय अपना रही है।
शब्द संख्या- 399
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