इंटरनेट ने हमारे संसार को विश्वगाँव में बदल दिया है।
Join our BPSC Mains special Telegram Group
For more whatsapp 74704-95829
For Youtube Video Click here
इंटरनेट आज हमारे जीवन
का एक अविभाज्य अंग बन चुका है। वह केवल सूचना का स्रोत नहीं है, बल्कि यह मानव सभ्यता की दृष्टि, सामाजिक संरचना और
आर्थिक गतिविधियों को बदलने वाला एक क्रांतिकारी यंत्र बन गया है। “विश्वगाँव” या Global Village का तात्पर्य यह है कि संचार और तकनीक के माध्यम से दुनिया इतनी छोटी और घुलमिल जाएगी कि अलग-अलग
देशों, संस्कृतियों और लोगों के बीच की दूरी मिट जाएगी। इंटरनेट
ने यही सपना साकार किया है। इंटरनेट का प्रभाव इतना व्यापक है कि यह केवल तकनीकी
उपलब्धि नहीं है बल्कि यह हमारी सोच, हमारी सामाजिक संरचना और
हमारी पहचान को भी परिवर्तित कर रहा है।
इतिहास में सूचना का
आदान-प्रदान हमेशा सीमित और धीमा रहा। प्राचीन युग में संदेशों के लिए यात्री और
सन्देशवाहक थे, मध्यकाल में पोस्ट और पुस्तकें, और आधुनिक युग में रेडियो और टेलीविजन। लेकिन इंटरनेट ने सूचना को तुरंत, सुलभ और सार्वभौमिक बना दिया। आज कोई भी व्यक्ति, चाहे
वह भारत के गाँव में हो या अमेरिका के शहर में, किसी
भी विषय पर ज्ञान प्राप्त कर सकता है। इसी प्रकार, वैश्विक
समाचार, विज्ञान,
स्वास्थ्य और सामाजिक मुद्दों की
जानकारी अब मात्र क्लिक की दूरी पर है। इस सुलभता ने न केवल शिक्षा के स्तर को
बढ़ाया है, बल्कि लोगों की सोच और दृष्टिकोण को भी व्यापक
और अंतरराष्ट्रीय बना दिया है।
पहले पत्र, टेलीफोन या फैक्स के माध्यम से संवाद होता था, जिसमें
समय और दूरी की बाधाएँ थीं। आज सोशल मीडिया, ईमेल, वीडियो कॉल और इंस्टेंट मैसेजिंग ने इन बाधाओं को समाप्त कर दिया है। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म ने
दुनिया के कोने-कोने को जोड़ दिया है। लोग अपने विचार, भावनाएँ
और अनुभव साझा कर सकते हैं, संवाद कर सकते हैं। इंटरनेट ने समाज में दूरी को कम किया है और
सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है। भारतीय संगीत, फिल्में, भोजन और परंपराएँ अब केवल भारत तक सीमित नहीं हैं, बल्कि
पूरी दुनिया में पहुँच रही हैं। इसी तरह, जापानी, कोरियाई या यूरोपीय संस्कृति भी वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हो रही है।
Join our BPSC Mains special Telegram Group
For more whatsapp 74704-95829
इंटरनेट ने
विश्वव्यापी अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से बदल दिया है। ई-कॉमर्स, डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन मार्केटिंग ने व्यवसाय के तरीके को अधिक गतिशील
और वैश्विक बना दिया है। उदाहरण स्वरूप, अमेज़न, फ्लिपकार्ट, अलीबाबा और ईबे जैसे प्लेटफॉर्म ने व्यापार को
केवल सीमाओं तक सीमित नहीं रहने दिया। छोटे व्यवसाय और स्टार्टअप अब वैश्विक
ग्राहकों तक पहुँच सकते हैं। फ्रीलांसिंग, डिजिटल
सेवाएँ और ऑनलाइन कंटेंट क्रिएशन ने लोगों को वैश्विक अवसर प्रदान किए हैं।
इंटरनेट ने केवल व्यापार नहीं बदला,
बल्कि रोजगार और आर्थिक गतिशीलता
के नए रास्ते खोले हैं।
इंटरनेट ने शिक्षा को
लोकतांत्रिक बना दिया है। पहले शिक्षा केवल विद्यालय, कॉलेज
और विश्वविद्यालय तक सीमित थी। लेकिन आज ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल लाइब्रेरी ने
ज्ञान को सार्वभौमिक बना दिया है। भारत में “National Digital Library” या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर “Project Gutenberg” जैसी पहलें छात्रों और शोधकर्ताओं को मुफ्त संसाधन
उपलब्ध करा रही हैं। इससे केवल पढ़ाई तक ही नहीं, बल्कि
शोध, कौशल विकास और जीवनभर सीखने की प्रक्रिया भी वैश्विक और
सहज हो गई है।
इंटरनेट ने अलग-अलग
संस्कृति, धर्म और भाषाओं के बीच समरसता बढ़ाई है। वीडियो, ब्लॉग, व्लॉग और सोशल मीडिया के माध्यम से लोग अपने
अनुभव साझा करते हैं। इससे अन्य संस्कृतियों की समझ और सहिष्णुता बढ़ी है। इसी तरह, वैश्विक त्योहारों, रीति-रिवाजों और सामाजिक आंदोलनों की जानकारी
तुरंत साझा होती है। यह इंटरनेट की शक्ति है कि उसने दुनिया को एक “सांस्कृतिक
विश्वगाँव” में बदल दिया है। इसी प्रकार इंटरनेट ने राजनीति और सामाजिक जागरूकता भी
लाया। लोग अब केवल स्थानीय या राष्ट्रीय मुद्दों तक ही सीमित नहीं रहते, बल्कि वैश्विक समस्याओं जैसे जलवायु परिवर्तन, मानवाधिकार, और युद्ध के प्रभावों पर भी सजग हैं तभी तो वैश्विक आंदोलनों में लाखों
युवा ऑनलाइन जुड़कर अपना संदेश पहुँचाते हैं।
इस प्रकार इंटरनेट ने
दुनिया को विश्वगाँव में बदल दिया है लेकिन इसके कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं। इंटरनेट
के माध्यम से फेक न्यूज़, साइबर अपराध, गोपनीयता
का उल्लंघन और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव जैसी समस्याएँ बढ़ी हैं। सोशल मीडिया के
माध्यम से गलत सूचना और हेट-स्पीच तेज़ी से फैलती है। इससे समाज में भ्रम, असहिष्णुता और तनाव बढ़ सकता है। इसी तरह, इंटरनेट
की अत्यधिक निर्भरता ने लोगों को वास्तविक जीवन के अनुभवों से दूर कर दिया है। इसलिए
यह महत्वपूर्ण है कि हम इंटरनेट का उपयोग विवेकपूर्ण, सुरक्षित
और जिम्मेदारी से करें।
निष्कर्षत: इंटरनेट
ने केवल संचार, शिक्षा, व्यवसाय
और समाज को बदला बल्कि विज्ञान,
चिकित्सा और अंतरिक्ष अन्वेषण में
भी क्रांति ला दी है। टेलीमेडिसिन,
ऑनलाइन शोध और डिजिटल नवाचार ने
सीमाओं को मिटा दिया है। भविष्य में इंटरनेट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ मिलकर एक और भी सशक्त विश्वगाँव बनाएगा हालांकि चुनौतियाँ हैं, पर इंटरनेट की शक्ति और अवसर अनंत हैं।
No comments:
Post a Comment