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Aug 31, 2022

ब्रिटिश शासन एवं भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था

 ब्रिटिश शासन एवं भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था

रार्बट क्‍लाइव द्वारा किसे हिन्‍दुस्‍तान के नक्‍शे तैयार करने का कार्य सौपा गया था- रेनेल

वाणिज्यिक उद्यम से क्‍या तात्‍पर्य है- ऐसा व्‍यवसायिक उद्म जिसमें वस्‍तुओं को सस्‍ती कीमत पर खरीद कर और ज्‍यादा कीमत पर बेचकर व्‍यापार के माध्‍यम से  मुनाफा कमाया जाता है।


1600 में महारानी एलीजाबेथ प्रथम द्वारा ईस्‍ट इंडिया कंपनी को प्राप्‍त चार्टर यानी इजाजतनामा की क्‍या विशेषता थी –

  1. कंपनी को पूरब से व्‍यापार करने का एकाधिकार प्राप्‍त हुआ । हांलाकि इससे दूसरी यूरोपीय देशों को पूरब के बाजारों में आने से रोक नहीं सकता था।
  2. इस चार्टर से अब इग्‍लैंड की कोई और व्‍यापारिक कंपनी उस क्षेत्र में ईस्‍ट इंडिया कंपनी से होड़ नहीं कर सकती थी ।
  3. कंपनी को समुद्र पार नए इलाकों को खोज एवं वहां से चीजों को खरीद कर व्‍यापार करने का अधिकार मिला। 
  4. उल्‍लेखनीय है कि उस समय वाणिज्यिक कंपनियां मौटे तौर पर प्रतिस्‍पर्धा से बचकर की लाभ कमा सकती थी इसलिए यह चार्टर महत्‍वपूर्ण था ।

विभिन्‍न यूरोपीय शक्तियों के बीच हुई लड़ाइयों का मुख्‍य कारण क्‍या था- प्रतिस्‍पर्धी कंपनियों को समाप्‍त कर पूरब के व्‍यापार पर एकाधिकार प्राप्‍त करना ।

भारत में पहली अंग्रेज फैक्‍टरी हुगली नदी के किनारे कब आरंभ होती है- 1651


औरंगजेब द्वारा जारी शाही फरमान द्वारा किसे बिना शुल्‍क चुकाए, रियायत के साथ व्‍यापार की अनुमति दी गयी- केवल कंपनी को


उल्‍लेखनीय है कि शुल्‍क मुक्‍त व्‍यापार का अधिकार केवल कंपनी का था तथा जो अफसर निजी तौर पर व्‍यापार चलाते थे उनको यह छूट नहीं थी लेकिन उन्‍होंने भी शुल्‍क चुकाने से इंकार कर दिया जिसके फलस्‍वरूप बंगाल का राजस्‍व कम हुआ और नवाब द्वारा विरोध किया गया।

 

प्‍लासी यूद्ध के पूर्व की पृष्‍ठभूमि

बंगाल के नवाब की तरफ से उठाया गया कदम

कंपनी का पक्ष

कंपनी को रियायत देना बंद कर दिया और व्‍यापार के बदले नजराने की मांग की गयी ।

कंपनी को सिक्‍के ढालने का अधिकार नहीं दिया गया।

कंपनी को किलेबंदी करने से रोक दिया गया।

कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए राजस्‍व में कमी की वजह कंपनी की नीतियों को बताया ।

कंपनी के अफसरों ने नवाबों एवं उनके अधिकारियों को अपमानित करने का प्रयास किया।

व्‍यापार तभी फल फुल सकता है जब सरकार व्‍यापार पर लगे शुल्‍क को हटाएं । 

स्‍थानीय अधिकारियों की बेतुकी मांग से कंपनी व्‍यापार को नुकसान हो रहा है।

कंपनी का मानना था कि व्‍यापार फैलाने हेतु आबादी बढ़ाने के साथ साथ किलों का पुनर्निमाण करना होगा। 

 

 

उपरोक्‍त कारण नवाब एवं कंपनी के टकराव बढ़ने लगे और अंतत इसकी परिणति प्‍लासी के युद्ध के रूप में हुई ।

 

 

किसके द्वारा वॉरेन हेस्टिंगस पर बंगाल का शासन सही ढंग से न चलाने का आरोप लगाया गया जिसके कारण हेस्टिंग्‍स पर ब्रिटिश संसद में महाभियोग का मुकदमा चलाया गया- एडमंड बर्के  

 

उपनिवेश के रूप में भारत काल

मुगल बादशाह द्वारा कब ईस्‍ट इंडिया कंपनी को बंगाल एवं उड़ीसा की दीवानी सौंपी गयी - 12 अगस्‍त 1765  

उल्‍लेखनीय है कि पहले कंपनी ब्रिटेन से सोने चांदी का आयात करती थी और इससे भारत में सामान खरीदती थी लेकिन 1765 दीवानी अधिकार मिल जाने के कारण अब बंगाल में जमा होनेवाले पैसे से ही निर्यात हेतु चीजें खरीदी जा सकती थी । दूसरे शब्‍दों में अब भारत के पैसे से ही भारत की वस्‍तुओं का क्रय किया जाता था जिससे यह स्‍पष्‍ट हो गया कि बंगाल की अर्थव्‍यवस्‍था एक गहरे संकट की ओर जा रही है।


ब्रिटिश राजस्‍व दस्‍तावेजों में उल्‍लेखित महाल क्‍या थी- एक इकाई जो एक या अनेक गांवों का एक राजस्‍व समूह होती थी


नील मुख्‍य रूप से उष्‍णकटिबंधीय क्षेत्रों का पौधा है जिसका उपयोग कपड़ों की रंगाई के लिए होता था, जबकि यूरोप में वह कौन सा शीतोष्‍ण पौधा था जो भारतीय पौधे की अपेक्षाकृत थोड़ा मंहगा था और जिसके द्वारा नीला या बैंगनी रंग प्राप्‍त किया जाता था – वोड

इस्‍पात उद्योग के पनपने के साथ किसे 1850 के दशक में दुनिया का कारखाना कहा जाने लगा- ब्रिटेन 

जब कोई देश अपनी सीमा के बाहर के क्षेत्र के लोगों के आर्थिकराजनीतिक जीवन पर अपना नियंत्रण/शासन स्थपित करता है तो कहलाता हैसाम्राज्यवाद

भारत में उपनिवेशवाद के कितने चरण स्पष्टतः देखे जा सकते हैं- 3

1.     वाणिज्यिक पूंजीवाद

2.     औद्यगिक पूंजीवाद

3.     वित्तीय पूंजीवाद


भारत में ब्रिटिश आयातो पर दी गई विशेष रियायतो के लिए किस शब्द का प्रयोग किया जाता था-
इंपीरियल प्रेफरेंस

नोटइसके तहत भारत में ब्रिटिश आयातों पर नाममात्र शुल्क लगता था

ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में उद्योगों का कोई स्वतंत्र विकास नहीं हुआ इसका कारण था- भारी उद्योगों का अभाव

1793 में भारत में स्थायी/इस्तमरारी बंदोबस्त किसने लागू किया-लॉर्ड कार्नवालिस

स्थाई बंदोबस्त कहां लागू हुआबंगालबिहारउड़ीसाबनारस उत्तरी कर्नाटक

बिहार में परमानेंट सेटेलमेंट लागू करने का कारण था- जमींदारों के लिए जमीन पर वंश परंपरागत अधिकार को स्वेच्छा से हस्तांतरित करने का अधिकार

सर टॉमस मुनरो किस भूराजस्व बंदोबस्त से संबंध है- रैयतवाड़ी बंदोबस्त

अंग्रेजों ने रैयतवाड़ी व्यवस्था सर्वप्रथम आरंभ की-मद्रास प्रेसिडेंसी

किस व्यवस्था में भूमि का मलिककिसान होता थारैयतवाड़ी व्यवस्था

महालवाड़ी व्यवस्था में भूमि पर किसका अधिकार होता थागांव का अधिकार

महालवाड़ी व्यवस्था कहां लागू थीउत्तर प्रदेशमध्य प्रांतपंजाब

असम में सबसे पहले चाय कंपनी की स्थापना हुई थी-1839 ईसवी


कृपया ध्‍यान दें

 

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प्रमुख कृषि विधियां

तीनकठिया

चम्पारण में प्रचलित । भूमि के 3/20 भाग पर नील की खेती

दुबला हाली प्रथा

सूरत में प्रचलित । इसमें भमिदास अपनी संपत्ति एवं स्वयं का संरक्षक अपने मलिक को मानते थे

ददनी प्रथा

इसके तहत भारतीय कारीगरों, उत्पादकों को अग्रिम पेशगी के रूप में धन दिया जाता था

कमियौंटी प्रथा

बिहार एवं उड़ीसा में प्रचलित । कृषि दास अपने मलिक से मिले ऋण के व्याज के बदले जीवन भर उनकी सेवा करते थे ।

 

q दादाभाई नरोजी द्वारा प्रतिपादित अपवाह सिद्धांत Drain Theory की सही परिभाषा है- भारत की राष्ट्रीय संपदा का एक भाग अथवा कुल वार्षिक उत्पादन ब्रिटेन को निर्यात कर दिया जाता था जिसके लिए भारत को कोई वास्तविक प्रतिफल नहीं मिलता था

q धन निष्कासन के सिद्धांतआर्थिक दोहन का सिद्धांत का प्रतिपादन  किसने किया था- दादाभाई नरोजी ने

q किस पुस्तक में दादाभाई नरोजी ने धन निष्कासन के सिद्धांत (अनिष्टों का अनिष्ट) को बताया- पॉवर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया

q पॉवर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया नामक पुस्तक किसने लिखी-  दादाभाई नरोजी

q हमारी व्यवस्था ऐसी है जिसमें गंगा तट से सारी अच्छी चीजे सोख लेती है और टेम्स नदी के किनारे लाकर उसे निचोड़ा जाता है’-जॉन सुलिलवान

q पॉवर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय कितनी अनुमनित की गयी- 20 रु.

q दादाभाई नरोजी की भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को सर्वाधिक प्रभावी देन क्या थी- यह बताना कि ब्रिटेन भारत का आर्थिक शोषण कर रहा है

q ऑन द कामर्स इन इंडिया तथा द वांट्स एंड मींस ऑफ इंडिया किसकी पुस्तक है- दादाभाई नरोजी

q भारत मेंब्रिटिश आर्थिक नीति घिनौनी हैयह विचार किस ने व्यक्त किया था- कार्ल मार्क्स ने

q भारत के आर्थिक इतिहास पर प्रथम पुस्तक मानी जाती है- इकोनोमिक हिस्ट्री ऑफ इंडिया- रमेश चन्द्र दत्त

q ब्रिटिश आर्थिक पहलुओं के विश्लेषण में किनका विशेष योगदान रहा है-दादाभाई नरोजी, महादेव गोविंद रानाडे तथा रमेश चन्द्र दत्त

q ऐसी तस्‍वीर जो ताम्रपट्टी में अम्‍ल की सहायता से चित्र के रूप में कटाई करके छापी जाती है क्‍या कहलाती है- एक्‍वाटिंट 


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