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Aug 6, 2022

अर्थव्‍यवस्‍था में राष्ट्रीय आय से संबंधित महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न

 

अर्थव्‍यवस्‍था में राष्ट्रीय आय से संबंधित महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न

किसी राष्ट्र के नागरिकों द्वारा एक वर्ष की अवधि में उत्पादित समस्त अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य को क्या कहा जाता है- राष्ट्रीय आय

भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन सबसे पहले किसके द्वारा किया गया- 1868 में दादा भाई नैरोजी,

दादा भाई नैरोजी ने अपनी पुस्तक Proverty and Un British Rule in India में भारत की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 20 रू बतायी।

स्वतंत्रता पूर्व 1932 में भारत के राष्ट्रीय आय के आकलन के संबंध में वैज्ञानिक अनुमान किनके द्वारा लगाया गया था- वी.के.आर.वी. राव द्वारा

भारत में राष्ट्रीय आय लेखा प्रणाली का जनक किसे माना जाता है- वी.के.आर.वी. राव को

राष्ट्रीय आय की गणना हेतु 1949 में किसकी अध्यक्षता में राष्ट्रीय आय समिति का गठन किया गया- पी सी महालनोबिस

भारत में 29 जून को किसके जन्म दिवस को राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है- पी सी महालनोबिस

1949 में गठित राष्ट्रीय आय समिति के सदस्य थे- वी.के.आर.वी. राव तथा डी. आर. गाडगिल

भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन एवं प्रकाशन किया जाता है- केन्द्रीय सांख्यिकीय संगठन CSO द्वारा

भारत में पूंजी निर्माण के आंकड़े किसके द्वारा एकत्र किए जाते हैं- केन्द्रीय सांखयिकीय संगठन और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा

भारत की राष्ट्रीय आय के अनुमान आधारित होते हैं- 1 अप्रैल से 31 मार्च तक के आकड़ों पर

भारत की राष्ट्रीय आय के अनुमान हेतु किस वर्ष को आधार वर्ष के रूप में प्रयोग किया जा रहा है – 2011-12

राष्ट्रीय आय के आकलन की विधियां

  1. उत्पादन (मूल्य संवृद्धि) विधिसमस्त संसाधनों द्वारा कुल अंतिम उत्पादन
  2. आय विधिसमस्त संसाधनों द्वारा अर्जित कुल आय
  3. व्यय विधि- समस्त उपभोग तथा व्यय का योग

वस्तुओं या सेवाओं के उत्पादन के प्रत्येक स्तर पर की गयी मूल्य वृद्धि का उपयोग करते हुए राष्ट्रीय आय की गणना करने की विधि क्या कहलाती है- उत्पादन विधि 

साइमन कुजनेट्स ने राष्ट्रीय आय आकलन की किस विधि को वस्तु सेवा विधि नाम से परिभाषित किया है- उत्पादन विधि (Production Method or Value Added Method)

राष्ट्रीय आय आकलन की किस विधि में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों तथा व्यावसयिक उपक्रमों की शुद्ध मौद्रिक आय का योग प्राप्त किया जाता है- आय विधि Income Method

किस विधि के तहत आय का राष्ट्रीय आय का आकलन उपभोग और निवेश पर किए गए व्यय के जोड़ पर किया जाता है- व्यय विधि

भारत में राष्ट्रीय आय की गणना हेतु किस विधि का प्रयोग होता है- उत्पादन तथा आय विधि के सम्मिश्रण का

किसी देश में आर्थिक समृद्धि अनिवार्य रूप से होगी यदि उस देश में होता है -पूंजी निर्माण

 

सकल घरेलू उत्पाद GDP

किसी भी देश की भौगौलिक सीमा के अंदर एक वित्तीय वर्ष में उत्पादित समस्त अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य।

शुद्ध घरेलू उत्पाद

NDP

किसी अर्थव्यवस्था के सकल घरेलू उत्पाद से मूल्य ह्रास को घटाने पर प्राप्त परिणाम।

सकल राष्ट्रीय उत्पाद GNP

किसी देश के नागरिकों (निवासी और अनिवासी दोनों) द्वारा किसी वित्तीय वर्ष में उत्पादित अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य।

शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद NNP

सकल राष्ट्रीय उत्पाद से मूल्य ह्रास को घटा देने से प्राप्त प्रतिफल

 

आप इस पोस्‍ट में अर्थव्‍यवस्‍था में राष्ट्रीय आय से संबंधित महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न को देख रहे हैं । इसी प्रकार के अन्‍य प्रश्‍नों को आप हमारे दूसरे पोस्‍ट में पढ़ सकते हैं । इसके अलावा यूटयूब चैनल पर भी अर्थव्‍यवस्‍था- मास्‍टर वीडियो के माध्‍यम से आप रिवीजन कर सकते हैं ।


किसी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर Growth Rate का क्या तात्पर्य है- GDP में होने वाला वार्षिक परिवर्तन

वास्तविक GDP किसे कहा जाता है- स्थिर कीमतों पर GDP को

जनकल्याण का अच्छा संकेतक माना जाता है- वास्तविक GDP को

चालू कीमतों पर GDP को क्या कहा जाता है- मौद्रिक GDP

किसी अर्थव्यवस्था के सकल घरेलू उत्पाद से मूल्य ह्रास को घटाने पर क्या प्राप्त होता है- शुद्ध घरेलू उत्पाद

NDP = GDP – मूल्य ह्रास

शुद्ध घरेलू उत्पाद यानी NDP सदैव सकल घरेलू उत्पाद यानी GDP से कम क्यों होता है- क्योंकि मूल्य ह्रास को शून्य करना संभव नहीं है इस कारण GDP हमेशा NDP से ज्यादा होता है

किस गणना में विदेश में कार्यरत देश के नागरिकों की आय को जोड़ा जाता है तथा देश की सीमा के भीतर कार्यरत विदेशी व्यक्तियों की आय को घटा दिया जाता है- सकल राष्ट्रीय उत्पाद

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष किसके आधार पर विभिन्न देशों की रैंकिंग तय करता है- सकल राष्ट्रीय उत्पाद यानी GNP के आधार पर

शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद यानी NNP को देश की कुल आबादी से भाग देने पर क्या पता चलता है- प्रति व्यक्ति आय

राष्ट्रीय आय में क्या शामिल होता है- सार्वजनिक क्षेत्र एवं निजी क्षेत्र दोनों की आय

नोट- निजी आय में केवल अर्थव्यवस्था के निजी क्षेत्र की आय शामिल की जाती है।

जब शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद का मापन साधन लागत पर किया जाता है तो उसे क्या कहा जा सकता है- राष्ट्रीय आय

किसी उत्पाद के उत्पादन में उत्पादनकर्ता को उत्पादन के कारकों हेतु जितना भुगतान करना होता है उसे साधन लागत (Factor Cost) या कारक लागत कहा जाता है। साधन लागत को फैक्ट्री मूल्य भी कहा जाता है।

मजदूरी, कच्चे माल, बिजली, किराया किस प्रकार के लागत है- साधन लागत

किसी उत्पाद के साधन लागत में शुद्ध अप्रत्यक्ष करों को जोड़ने पर क्या प्राप्त होता है- बाजार लागत

बाजार लागत मूल्य पर ही कोई वस्तु अपनी फैक्ट्री अथवा कारखाने को छोड़ती है इस कारण बाजार लागत को पूर्व फैक्ट्री मूल्य भी कहा जाता है।

भारत में राष्ट्रीय आय की गणना साधन लागत पर की जाती है इसी कारण राष्ट्रीय आय की गणना में बाद में अप्रत्यक्ष करों को जोड़ा जाता है।

किसी उत्पाद पर छपा अधिकतम खुदरा मूल्य किसे प्रदर्शित करता है- चालू मूल्य Current Price को

जब वर्तमान में उत्पादित किसी वस्तु का मूल्य पिछले किसी वर्ष के आधार पर निकाला जाता है तो वह क्या कहलाता है- उस उत्पाद का स्थिर मूल्य पर मूल्य

भारत में राष्ट्रीय आय की गणना किस मूल्य पर की जाती है- स्थिर मूल्य Constant Price पर

राष्ट्रीय आय की गणना में शमिल होने वाली कुछ मदें जो आपको याद रखनी है

  1. निषिद्ध वस्तुएं जैसे अफीम आदि
  2. पुरानी वस्तुओं का क्रय विक्रय
  3. गैर कानूनी गतिविधियों से प्राप्त आय
  4. सामजिक सुरक्षा भुगतान, पेंशन आदि

वर्तमान में भारत में स्थिर मूल्य गणना हेतु किस वर्ष को आधार वर्ष माना गया है- वर्ष 2011-12

प्रणव सेन समिति की सिफारिश के आधार पर आधार वर्ष 2004-05 को संशोधित करते हुए 2011-12 किया गया।

भारत में राष्ट्रीय आय का अनुमान किया जाता है- केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन (Central Statistical Organization) द्वारा

आर्थिक समीक्षा 2019-20 के अनुसार विश्व अर्थव्यवस्था में भारत किस स्थान पर है- पांचवी

किसी दिए गए समय में यदि कीमतें और मौद्रिक आय दोनों दुगनी हो जाए तो वास्तविक आय पर क्या प्रभाव होगा- अपरिवर्तित रहेगी

नोट- बढ़ी हुई कीमतें मौद्रिक आय को प्रति संतुलित कर देती है जिससे वास्तविक आय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा

किसी देश की आर्थिक संवृद्धि की सर्वाधिक उपयुक्त माप क्या है- प्रति व्यक्ति उत्पाद

किसी देश में नागरिकों के जीवन स्तर किससे प्रतिबिंबित होता है- प्रति व्यक्ति आय से

भारत में प्रति व्यक्ति आय के धीमी होने का मुख्य कारण क्या है- उच्च पूंजी उत्पाद अनुपात तथा जनसंख्या वृद्धि की ऊंची दर

भारत में बचत और पूंजी निर्माण की ऊंची दर होते हुए भी संवृद्धि दर कम होने का एक प्रमुख कारण क्या है- उच्च पूंजी उत्पाद अनुपात

नोट- अल्पविकसित तथा विकासशील देशों में पूंजी उत्पाद अनुपात काफी ऊंचा रहता है इसलिए देश की वृद्धि दर नीची रहती है

भारत में कौन सा क्षेत्र बचत में सर्वाधिक योगदान देता है- घरेलू क्षेत्र

भारत के घरेलू बचतों में सर्वाधिक योगदान है-भौतिक परिसंपत्तियों का

थोक मूल्य सूचकांक का प्रकाशन किसके द्वारा होता है- उद्योग मंत्रालय

राष्ट्रीय लेखा सांख्यिकी का प्रकाशन किसके द्वारा होता है- केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय

करेंसी एवं वित्त संबंधी रिपोर्ट प्रकाशन किसके द्वारा होता है- भारतीय रिजर्व बैंक

राष्ट्रीय आय की सामाजिक लेखांकन गणना विधि का विकास किसके द्वारा किया गया- रिचर्ड स्टोन द्वारा

आर्थिक विकास सामान्यतः युग्मित होता है- स्फीति के साथ

प्रोफेसर राजकृष्ण द्वारा सर्वप्रथम प्रयोग किए गए शब्दहिन्दू वृद्धि दरका संबंध किससे है- राष्ट्रीय आय से

सरकारी तौर पर भारत का आर्थिक सर्वेक्षण प्रत्येक वर्ष किसके द्वारा प्रकाशित किया जाता है- वित्त मंत्रालय के आर्थिक विभाग द्वारा

 

आपने इस पोस्‍ट में अर्थव्‍यवस्‍था में राष्ट्रीय आय से संबंधित महत्‍वपूर्ण प्रश्‍नों को देखा । आशा करता हॅू कि यह पोस्‍ट आपको पसंद आया होगा । इसी प्रकार के अन्‍य प्रश्‍नों को आप हमारे दूसरे पोस्‍ट में पढ़ सकते हैं । इसके अलावा यूटयूब चैनल पर भी वीडियो के माध्‍यम से  अर्थव्‍यवस्‍था में राष्‍ट्रीय आय का रिवीजन कर सकते हैं ।

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