सिन्धु घाटी सभ्यता
रेडियो कार्बन 14 के आधार पर सिन्धु घाटी सभ्यता की
सर्वमान्य तिथि क्या मानी जाती है 2350 से 1750 ई. पूर्व  
सिन्धु सभ्यता शब्द का प्रयोग करनेवाले प्रथम
पुरातत्विद कौन थे- सर जॉन मार्शल
सिन्धु घाटी सभ्यता को किस युग में रखा जाता है- कांस्य युग
सिन्धु घाटी सभ्यता में सर्वाधित संख्या किस
प्रजाति की थी- भूमध्यसागरीय
हड़प्पा में प्राप्त R-37 क्या है- कब्रगाह
हड़प्पा अर्थव्यवस्था का मूल आधार क्या था- कृषि
सिंधु घाटी सभ्यता का
नामकरण
हड़प्पा सभ्यता- सबसे
पहले हड़प्पा स्थल को खोजा गया इस कारण हड़प्पा सभ्यता नाम दिया गया।
सिंधु सभ्यता-  हड़प्पा सभ्यता के आरंभिक स्थल सिंधु नदी के आस पास केंद्रित थे
इसलिए सिंधु सभ्यता कहा गया।
कांस्ययुगीन सभ्यता- सिंधुवासियों द्वारा प्रथम बार कांसा (तांबे+टीन)धातु का प्रयोग किया गया।
सिंधु-सरस्वती सभ्यता- हड़प्पा के अधिकांश क्षेत्र
सिन्धु गंगा के बीच स्थित है इस कारण इसे सिंधु-सरस्वती
सभ्यता भी कहा गया।
प्रथम नगरीय क्रांति- भारत में प्रथम बार नगरों का
उदय इसी सभ्यता के समय हुआ।
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   सिंधु घाटी सभ्यता के
  स्थल  | 
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   सर्वाधिक
  पूर्वी स्थल  | 
  
   आलमगीरपुर, मेरठ  | 
 
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   सर्वाधिक
  पश्चिमी स्थल  | 
  
   सुतकागेंडोर, ब्लूचिस्तान  | 
 
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   सर्वाधिक
  उत्तरी स्थल  | 
  
   मांदा, अखनूर, जम्मू
  कश्मीर   | 
 
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  | 
  
   
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सिन्धु घाटी सभ्यता के बारे में प्रथम जानकारी
किसके विवरणों से प्राप्त होती है- चार्ल्स
मर्सन
सिंधु घाटी सभ्यता के कितने स्थलों को बड़े नगर
की संज्ञा दी जाती है- 6 मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, कालीबंगन, चन्हूदडो, धौलावीरा और लोथल
संपूर्ण सिंधु घाटी सभ्यता का क्षेत्रीय विस्तार
कैसा था- त्रिभुजाकार
मोहनजोदड़ो के विशाल स्नानागार को “विश्व का आश्चर्यजनक निर्माण” किसने कहा- जॉन मार्शल
सिंधु घाटी सभ्यता में चावल के साक्ष्य कहां से
प्राप्त होते हैं- लोथल एवं रंगपुर 
मोहनजोदड़ो से प्राप्त पशुपति शिव मुहर में कुल
कितने प्रकार के पशु  का चित्र है- 5  
मोहनजोदड़ो से प्राप्त मुहर पर किस का अंकन मिलता
है- स्वास्तिक का
मोहनजोदड़ो से प्राप्त नर्तकी मूर्ति किस धातु से बनाई गयी थी- कांसा
सर्वाधिक मोहरे किस स्थल से प्राप्त हुई- मोहनजोदड़ो 
| 
   सिंधु घाटी सभ्यता में प्रमुख
  आयातित माल  | 
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   टीन  | 
  
   अफगानिस्तान, ईरान  | 
 
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   चांदी  | 
  
   अफगानिस्तान, ईरान   | 
 
| 
   लाजवर्त  | 
  
   मेसोपोटामिया, अफगानिस्तान  | 
 
| 
   शीशा  | 
  
   ईरान, राजस्थान  | 
 
| 
   सोना  | 
  
   अफगानिस्तान, दक्षिण भारत  | 
 
| 
   तांबा  | 
  
   खेत्री, ब्लूचिस्तान  | 
 
मानव कंकाल के साथ कुत्ते के कंकाल भी शवधान में प्राप्त हुआ है- बुर्ज होम से
सिंधु घाटी सभ्यता का वह
स्थान जहां कब्रिस्तान में मनुष्य के साथ पालतू कुत्ता भी दफनाया गया-रोपड़
| 
   घोड़े के
  अस्थिपंजर  | 
  
   सुरकोटड़ा, लोथल एवं कालीबंगा  | 
 
| 
   जुते खेत
  एवं नक्काशीदार ईट  | 
  
   कालीबंगा  | 
 
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   अग्निकुड
  का साक्ष्य  | 
  
   लोथल एवं
  कालीबंगा  | 
 
| 
   मनके का
  कारखाना  | 
  
   लोथल एवं
  चन्हुदडो  | 
 
| 
   चावल के
  दाने  | 
  
   रंगपुर
  एवं लोथल  | 
 
भारत में राष्ट्रीय मानव संग्रहालय कहां स्थित है-  भोपाल
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के प्रथम महानिदेशक थे- जॉन मार्शल
किस कारण से सिंधु घाटी सभ्यता गैर  आर्य मानी जाती है - क्योंकि यह  नगरीय सभ्यता थी
सिंधु घाटी सभ्यता को आर्यों से पूर्व रखे जाने का महत्वपूर्ण कारण
क्या है- मृदभांड
हड़प्पा संस्कृति की जानकारी का मुख्य स्रोत क्या है- पुरातात्विक खुदाई
भारत में चांदी की उपलब्धता के प्राचीनतम साक्ष्य कहां से मिलते हैं- हड़प्पा संस्कृति से
हड़प्पा में मिट्टी के बर्तनों पर सामान्यतः प्रयोग हुआ था- लाल रंग का
जूते हुए खेत का साक्ष्य कहां से प्राप्त हुआ- कालीबंगा
सिंधु घाटी सभ्यता  किसलिए जानी जाती है- नगर नियोजन के लिए (ग्रीड पद्दति)
किस नगर को छोड़कर सिंधु घाटी सभ्यता के नगरों में घरों के दरवाजे
तथा खिडकियां सड़क पर न खुलकर पीछे की ओर खुलती थी- लोथल
एकमात्र हड़प्पाकालीन नगर जिसका निचला नगर भी किले से घिरा हुआ था- कालीबंगा
सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि कैसी थी- भावचित्रात्मक (64 मूल चिह्न)
संपूर्ण सिंधु घाटी की
लिपि क्या कहलाती है- वाउसट्राफेंडम लिपि
संपूर्ण सिंधु घाटी की
लिपि में सबसे ज्यादा किस चिह्न का प्रयोग हआ- मछली
हड़प्पा कालीन स्थल राखीगढ़ी किस राज्य में है- हरियाणा
सिंधु घाटी सभ्यता में बंदरगाह नगर  कौन था- लोथल
भारत में स्थित सबसे बड़ा हड़प्पाकालीन  स्थल कौन है- राखीगढ़ी
हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है- मोहनजोदड़ो
नोट-सबसे बड़ा भवन- अन्नागार, मोहनजोदड़ो
सिंधु घाटी सभ्यता के
लोगों का प्रिय/पूजनीय
पशु क्या था– कुबड़ वाला सांड
सिंधु घाटी के लोग किसमें विश्वास करते थे- मातृशक्ति में
आजादी के बाद हडप्पा संस्कृति के सर्वाधिक स्थल किस राज्य में
मिले- गुजरात
सिंधु घाटी सभ्यता कालीन स्थल मोहनजोदड़ो की खोज किसने की- राखलदास बनर्जी
हड़प्पा की खोज का श्रेय किसे जाता है- दयाराम साहनी
किस हड़प्पाकालीन स्थल से घरों में कुआं के अवशेष मिले- मोहनजोदड़ो
मानव ने
सर्वप्रथम किस धातु का उपयोग किया- तांबा
हड़प्पाकालीन स्थल में किस धातु की अभी तक प्राप्त नहीं हुई है- लोहा
तीन भागों में बंटा हुआ हड़प्पाकालीन नगर धोलावीरा किस राज्य में
स्थित है- गुजरात
किस हड़प्पाकालीन नगर में उन्नत जल प्रबंधन व्यवस्था का साक्ष्य
प्राप्त हुआ- धोलावीरा
वस्त्र हेतु कपास की खेती का आरंभ सबसे पहले कहां हुआ- भारत में 
संभवत: हडप्पा संस्कृति का शासन किनके हाथों में था- वणिक वर्ग
सिंधु सभ्यता में प्रसिद्ध वृषभ मुद्रा कहां से प्राप्त हुई है- मोहनजोदड़ो
नील नदी के तट पर कौन सी सभ्यता  विकसित हुई- मिस्र की सभ्यता
मेसोपोटामिया के अभिलेखों में वर्णित मेलूहा शब्द का तात्पर्य- सिन्धु सभ्यता
सिन्धु सभ्यता के विनाश का सबसे प्रभावी कारण माना जाता है- बाढ़
लेखन कला की
उचित प्रणाली विकसित करने वाली सर्वप्रथम प्राचीन सभ्यता कौन थी- सुमेरिया
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   सिन्धु घाटी सभ्यता
  के प्रमुख स्थल  | 
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   स्थल   | 
  
   स्थिति  | 
  
   नदी   | 
  
   खोजकर्ता  | 
  
   वर्ष  | 
 
| 
   हड़प्पा   | 
  
   मोंटगोमरी,
  पाकिस्तान   | 
  
   रावी  | 
  
   दयाराम साहनी  | 
  
   1921  | 
 
| 
   मोहनजोदड़ो  | 
  
   लरकाना, सिन्ध, पाकिस्तान   | 
  
   सिन्धु   | 
  
   राखालदास बनर्जी  | 
  
   1922  | 
 
| 
   सुत्कागेंडोर  | 
  
   ब्लूचिस्तान, मकराना तट  | 
  
   दाश्क   | 
  
   ऑरल स्टाइन  | 
  
   1927  | 
 
| 
   चन्हूदड़ो  | 
  
   सिन्ध,
  पाकिस्तान   | 
  
   सिन्धु   | 
  
   गोपाल मजूमदार  | 
  
   1931  | 
 
| 
   रंगपुर  | 
  
   गुजरात  | 
  
   मादर  | 
  
   मोधो स्वरूप वत्स   | 
  
   1953  | 
 
| 
   कालीबंगा  | 
  
   राजस्थान,
  गंगानगर  | 
  
   घग्घर   | 
  
   बी बी लाल,
  असमानंद घोष   | 
  
   1953  | 
 
| 
   रोपड  | 
  
   पंजाब  | 
  
   सतलज  | 
  
   यज्ञदत्त शर्मा  | 
  
   1955-56  | 
 
| 
   कोटदीजी  | 
  
   खैरपुर, सिन्ध
    | 
  
   सिन्धु   | 
  
   फजल अहमद खां   | 
  
   1953-55  | 
 
| 
   लोथल  | 
  
   अहमदाबाद  | 
  
   भोगवा  | 
  
   रंगनाथ राव  | 
  
   1957  | 
 
| 
   आलमगीरपुर  | 
  
   मेरठ, उत्तर
  प्रदेश  | 
  
   हिंडन  | 
  
   यज्ञदत्त शर्मा  | 
  
   1958  | 
 
| 
   सुरकोटड़ा  | 
  
   कच्छ,
  गुजरात  | 
  
   सरस्वती   | 
  
   जगपति जोशी  | 
  
   1972  | 
 
| 
   बनवाली  | 
  
   हिसार,
  हरियाणा  | 
  
   सरस्वती   | 
  
   रविन्द्र सिंह बिष्ट   | 
  
   1973-74  | 
 
| 
   धौलावीरा  | 
  
   कच्छ,
  गुजरात  | 
  
   --  | 
  
   रविन्द्र सिंह बिष्ट   | 
  
   1990-91  | 
 
| 
   राखीगढ़ी  | 
  
   जींद,
  हरियाणा  | 
  
   घग्घर  | 
  
   सूरजभान  | 
  
   1969  | 
 
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