ब्रह्मांड एवं हमारी पृथ्वी
अंतरिक्ष तथा उसमें उपस्थित सभी खगोलीय
पिंडों जैसे-आकाशगंगा, तारे इत्यादि
को सम्मिलित रूप को क्या कहा जाता है- ब्रह्मांड (अनंत
गलैक्सियों का सम्मिलित रूप)
किस अवधारणा के अनुसार पृथ्वी ब्रह्मांड
के केन्द्र में है तथा सूर्य एवं अन्य ग्रह इसकी परिक्रमा करते हैं- भूकेन्द्री सिद्धांत (Geocentric Theory)
जियोसेंट्रिक अवधारणा के प्रतिपाद
कौन है- क्लाडियस टालेमी
किस मत के तहत सूर्य ब्रह्मांड के केन्द्र में है तथा पृथ्वी एवं
अन्य ग्रह इसकी परिक्रमा करते हैं-सूर्यकेन्द्री सिद्धांत (Heliocentric Theory)
पृथ्वी ब्रह्मांड के
केन्द्र में है
तथा सूर्य एवं अन्य ग्रह इसकी परिक्रमा करते हैं- जियोसेंट्रिक अवधारणा
सूर्य ब्रह्मांड के
केन्द्र में है
तथा पृथ्वी एवं अन्य ग्रह इसकी परिक्रमा करते हैं- हेलियोसेंट्रिक अवधारणा
हेलियोसेंट्रिक अवधारणा के प्रतिपादक कौन है- कॉपरनिकस
हेलियोसेंट्रिक अवधारणा के प्रतिपादन के कारण किसे आधुनिक खगोल शास्त्र
का जनक माना जाता है- कॉपरनिकस
ग्रहों के गति संबंधी नियम किसके द्वारा दिया गया- केपलर
किसने सर्वप्रथम बताया कि सूर्य के चारों ओर चक्कर लगानेवाले ग्रहों
का पथ दीर्घवृत्तीय या अंडाकार (Ellipttical) है- केपलर
किसने
बताया कि ब्रह्मांड केवल सौरमंडल तक सीमित नहीं बल्कि सौरमंडल स्वयं आकाशगंगा नामक
तारा निकाय का अंश मात्र है- हर्शेल
ब्रह्मांडीय किरणों का सबसे पहले अध्ययन किसके
द्वारा किया गया- रार्बट मिलिकन द्वारा
ब्रह्मांड में क्वासर्स क्या है-एक चमकीला
खगोलीय पिंड जो प्रकाश एवं ऊर्जा को उत्सर्जित करता है
ब्रह्मांड में गॉल्डीलॉक्स जोन है- किसी तारे
से उस दूरी वाला क्षेत्र जहां किसी ग्रह की सतह पर तरल जल भारी मात्रा में मौजूद हो
सकता है।
किस कण को गॉड पार्टिकल कहा जाता है- हिग्स-बोसान
आकाशगंगाओं के मध्य बढ़ रही दूरी के आधार पर किसने यह बताया कि ब्रह्मांड
का विस्तार हो रहा है जो अभी भी जारी है- एडविन हबल
आकाशगंगा के प्रतिसरण नियम का प्रतिपादन किसके द्वारा किया गया- एडविन हबल द्वारा
आकाशगंगाओं से आनेवाले प्रकाश के स्पेक्ट्रम में किस घटना से पता
चलता है कि प्रेक्षित आकाशगंगा (Observed Galaxy)
पृथ्वी से दूर जा रही है- रक्त विस्थापन (Red
Shift)
नोट- बैंगनी
विस्थापन (Violet Shift) होता है तो प्रेक्षित आकाशगंगा पृथ्वी
के पास आ रही है।
अंतरिक्ष
काल (Space
Time) में वह स्थल जहां किसी खगोलीय पिंड का गुरुत्वाकर्षण
क्षेत्र अनंत हो जाता है क्या कहलाता है-सिंगुलैरिटी
बिग बैंग सिद्धांत
ब्रह्मांड की उत्पत्ति में दिए गए सिद्धांतों में सबसे प्रचलित एवं
मान्य सिद्धांत कौन सा है- बिग बैंग सिद्धांत (विस्तारित ब्रह्मांड परिकल्पना)
बिग बैंग सिद्धांत का प्रतिपादन किसके द्वारा किया गया- बेल्जियम के खगोलज्ञ एवं
पादरी जार्ज लैमेन्टर द्वारा 1927 ई में
1967 में किसके द्वारा बिग बैंग सिद्धांत की व्याख्या
प्रस्तुत की गयी- रार्बट वेगनर द्वारा
बिग बैंग सिद्धांत के परिकल्पना की पुष्टि किस नियम से की जा सकती
है- डॉप्लर प्रभाव से
किस सिद्धांत के अनुसार ब्रह्मांड लगभग 13.7 अरब वर्ष पूर्व भारी पदार्थों से बना तथा
अनंत ताप एवं घनत्व से युक्त एक गोलाकार सूक्ष्म पिंड था तथा इसमें हुए महाविस्फोट
से ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई- बिग
बैंग सिद्धांत
बिग बैंग सिद्धांत के साक्ष्य के रूप में किसका संदर्भ दिया जाता
है-आकाशगंगाओं के बीच बढ़ती
दूरी का
बिग बैंग सिद्धांत के अनुसार किन गैसों के बादलों के संकुचन से तारों
एवं आकाशगंगाओं का निर्माण हुआ- हाइड्रोजन एवं हीलियम
बिग बैंग सिद्धांत के विपरित स्थिर अवस्था संकल्पना का प्रतिपादन
किसके द्वारा किया गया- होयल द्वारा
स्थिर अवस्था संकल्पना क्या है-
ब्रह्मांड किसी भी समय में एक ही जैसा रहा है । दूसरे शब्दों में
न तो ब्रह्माण्ड का कोई आदि हैं और न ही कोई अंत और यह समयानुसार अपरिवर्तित रहता
हैं।
इस सिद्धांत के अनुसार, ब्रह्माण्ड के घनत्व को स्थिर रखने के लिए इसमें पदार्थ स्वत: रूप से सृजित होता रहता हैं। उल्लेखनीय है किबिग बैंग सिद्धांत के अनुसार जहां पदार्थों का सृजन अकस्मात हुआ, वहीं स्थायी अवस्था सिद्धांत में पदार्थोँ का सृजन हमेशा होता रहता हैं।
आकाशगंगा
गुरुत्वाकर्षण बल के अधीन बंधे तारों, गैसीय तंत्र तथा धूलकणों को क्या कहा जाता है-आकाशगंगा (Galaxy)
आकाशगंगा
या मंदाकिनी क्या है- असंख्य तारों के विशाल समूह जो गुरुत्वाकर्षण
के कारण एक दूसरे से बंधे हैं
आकाशगंगा
या मंदाकिनी को उसकी विशालता के कारण क्या कहा जाता है- प्रायद्वीपीय ब्रह्मांड
हमारा सौरमंडल जिस गलैक्सी में स्थित है उसे किस नाम से भी जाता जाता
है- मंदाकिनी, दुगध
मेखला या आकाशगंगा
किसी आकाशगंगा में किसकी प्रधानता होती है- तारों की
(98% तारा तथा 2% धूलकण एवं गैस)
हमारी आकाशगंगा के सबसे निकट की आकाशगंगा कौन सी है- एंड्रोमेडा
(देवयानी)
आकाशगंगा
का आकार कैसा होता है- अंडाकार (Elliptical),
सर्पिलाकार (Spiral) और अनियमित
अब
तक ज्ञात आकाशगंगाओं में किस आकार वाले आकाशगंगाओं की संख्या सर्वाधिक है- सर्पिलाकार,
80% तक
हमारी आकाशगंगा का आकार कैसा है- सर्पिलाकार (Spiral)
मंदाकिनी को सबसे पहले किसने देखा- गैलीलियो ने
मंदाकिनी का सबसे शीतल तथा चमकीले तारों का क्षेत्र क्या कहलाता
है- ओरियन नेबुला
असंख्य तारों के विशाल पूंज आकाशगंगा में
घुर्णनशील भुजाओं की संख्या कितनी होती है- 03
आकाशगंगा के केंद्र जहां पर तारों का
संकेंद्रण सर्वाधिक होता है क्या कहलाता है- बल्ज (Bulge)
अंतरिक्ष में वायुमंडल की अनुपस्थिति के कारण अंतरिक्ष
यान में बैठे व्यक्ति को अंतरिक्ष किस रंग का दिखाई देता है- काला
प्रकाश वर्ष किसकी इकाई है- दूरी का, एक प्रकाश वर्ष वह दूरी है जो
निर्वात में प्रकाश द्वारा एक वर्ष में तय की जाती है।
तारों के मध्य दूरी किस इकाई में मापी जाती है- प्रकाश वर्ष में
1
पारसके कितने प्रकाश वर्ष के बराबर होता है- 3.6 प्रकाश वर्ष
पल्सर क्या है-
किसी तारे का द्रव्यमान चन्द्रशेखर सीमा से अधिक होने पर स्वतंत्र घूमते
इलेक्ट्रान अत्यधिक वेग पाकर नाभिक को छोड़कर बाहर चले जाते हैं और न्यूट्रान बचे
रह जाते हैं जिसे न्यूट्रान तारा या पल्सर कहा जाता है।
तारामंडल
आकाश में दृश्मान लगभग बराबर चमकीले तारों
का समूह जो एक निश्चित आकति में व्यवस्थित प्रतीत होता है क्या कहलाता है- तारामंडल
या नक्षत्र (Constellation)
हाइड्रा,
हरकुलीज, सेन्टॉरस, सिग्नस, सप्तऋषि, ओरियॉन
इत्यादि क्या है- तारामंडल
किस तारा मंडल से ध्रुव तारे का संकेत प्राप्त होता है- सप्तऋषि तारामंडल
सबसे बड़ा तारामंडल कौन सा है जिसमें 94 तारे हैं- सेन्टॉरास
इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन के अनुसार आकाश में
कितने तारामंडल है- 88
तारे का जन्म एवं विकास
तारे का निर्माण किस प्रकार होता है- गलैक्सी में उपस्थित हाइड्रोजन तथा हीलियम की निहारिकाओं/नेबुला से
किन गैसों के संघनन से तारे का जीवनचक्र
प्रारंभ होता है- हाइड्रोजन तथा हीलियम के संघनन से प्रारंभ होता है जो अंततः छोटे-छोटे
घने बादलों का रूप धारण करते हैं
अपने गुरुत्वाकर्षण के कारण जब गैसों के
विशाल बादल सिकुड़ते हुए सघन गैसीय पिंड बनाते हैं तो वह कहलाता है- आदि/आद्य
तारा
भ्रूण तारा अथवा आदि तारा को कहा जाता है- प्रोटोस्टार
किसी तारे के विकास क्रम में प्रारंभिक
अवस्था क्या होती है- प्रोटोस्टार
तारे के निर्माण में नभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) द्वारा किसके नाभिक बनने लगते हैं-
हीलियम के
कोई तारा कब मृत्यु को प्राप्त होता
है-
सुपरनोवा विस्फोट के बाद
सुपरनोवा क्या है-
एक मृतप्राय तारा
किसी तारे की जीवन अवधि किस पर निर्भर
करती है- उसके आकार पर, तारा
जितना बड़ा होता जाएगा उसका जीवन काल उतना ही कम होता जाएगा।
किसी तारे की मृत्यु या वृद्धावस्था की ओर अग्रसर होने
की आरंभिक पहचान क्या है- हाइड्रोजन की मात्रा कम होना और लाल होना
(लाल दानव चरण)
लाल/रक्त दानव तारा (Red Giant) का भविष्य किस पर
निर्भर करता है- उसके
द्रव्यमान पर
सुपरनोवा विस्फोट क्या होता है- रक्त दानव की स्थिति में तारे का हीलियम कार्बन में तथा कार्बन भारी
पदार्थों में बदलता है तो इस कारण तारे में तीव्र विस्फोट होता है जिसे सुपरनोवा
विस्फोट कहा जाता है
सुपरनोवा विस्फोट के बाद तारे की
कितनी अवस्थाएं बन सकती है-
3, कृष्ण
वामन (Black Dwarf), न्यूट्रान
तारा(Neutran Star) या ब्लैक होल (Black Hole)
सुपरनोवा विस्फोट के बाद कोई तारा किस
अवस्था को प्राप्त करेगा यह किस पर निर्भर करता है- तारे के आकार
पर
चन्द्रशेखर सीमा क्या है- 1.44 सौर्यिक द्रव्यमान को चन्द्रशेखर सीमा कहा जाता है। यह किसी तारे की वह
द्रव्यमान सीमा जिसके अंदर वह तारा श्वेत वामन बनता है।
वह सीमा जिसके बाहर तारे आंतरिक
मृत्यु से ग्रसित होते हैं क्या कहलाती है- चन्द्रशेखर सीमा Planetary Nebula
सुपरनोवा
विस्फोट के बाद अवशेष तारे की स्थिति |
||
तारे का आकार |
चन्द्रशेखर
सीमा |
तारे का अंत |
छोटे तारे |
सूर्य के
द्रव्यमान के 1.44 गुने की सीमा से अंदर |
श्वेत वामन और
उसके बाद कृष्ण वामन |
मध्यम तारे |
सूर्य के
द्रव्यमान के 1.44 गुने से 3 गुने तक |
न्यूट्रान
तारा अथवा पल्सर |
बड़े तारे |
सूर्य के
द्रव्यमान के 3 गुने से ज्यादा द्रव्यमान वाला |
कृष्ण विवर Black Hole
|
किसी तारे में 1.44 सौर्यिक
द्रव्यमान की चन्द्रशेखर सीमा का निर्धारण किस प्रकार होता है- सुपरनोवा विस्फोट के बाद अवशेष
द्रव्यमान से
सुपरनोवा विस्फोट के बाद अवशेष यदि
सूर्य के द्रव्यमान
(Solar Mass) के 1.44 गुने की सीमा से
अंदर होगा तो वह क्या बनेगा- श्वेत
वामन White Dwarf और उसके
बाद कृष्ण वामन Black Dwarf
सुपरनोवा विस्फोट के बाद अवशेष यदि
सूर्य के द्रव्यमान के 1.44
गुने से 3 गुने सूर्य के द्रव्यमान की
सीमा से अंदर होगा तो वह क्या बनेगा- न्यूट्रान
तारा अथवा पल्सर
सुपरनोवा विस्फोट के बाद तारे का
अवशेष सूर्य के द्रव्यमान के 3
गुने से ज्यादा द्रव्यमान वाला हो तो वे बनाते हैं-कृष्ण विवर Black
Hole
ब्रह्मांड में अधिकांश तारे (लगभग 90%तक) का अंत किस रूप में होता है- कृष्ण वामन तारा (Black Dwarf Star) के रूप में
तारों का जीवनकाल किस पर निर्भर करता
है-
उसके द्रव्यमान तथा चमक पर (जो
तारा जितना ज्यादा चमकीला होता है उसका जीवनकाल उतना ही कम होता है)
सौरमंडल
सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले ग्रहों, क्षुद्रग्रहों, उल्काओं,
धुमकेतुओं तथा अन्य आकाशीय पिंडों का समूह कहलाता है- सौरमंडल
छठी
शताब्दी के किस भारतीय खगोलविद् ने बताया कि पृथ्वी, सूर्य की परिक्रमा करती है और चन्द्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है-
वराहमिहिर
सौरमंडल
में स्थित ग्रहों में पायी जानेवाली भिन्नता जैसे आकार,
संघटन पदार्थ, तापमान का मुख्य कारण क्या
है- सूर्य से दूरी
वैसे
ग्रह जो ठोस अवस्था में है जैसे- बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल क्या
कहलाते हैं- पार्थिव ग्रह
वैसे
ग्रह जो गैसीय अवस्था में है जैसे- बृहस्पति,
शनि, यूरेनस, नेप्च्यून
क्या कहलाते हैं- गैसीय ग्रह
आकार के अनुसार ग्रहों का
घटता क्रम क्या है- बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण, पृथ्वी, शुक्र,
मंगल एवं बुध
बृहस्पति,
शनि, यूरेनस, नेप्च्यून
के बड़े आकार के कारण किस अन्य नाम से जाना जाता है- जोवियन (बृहस्पति के समान) ग्रह
सूर्य
से दूरी के अनुसार ग्रहों का क्रम- बुध,
शुक्र, पृथ्वी मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण तथा
वरुण
सौरमंडल की रचना किस विशाल गैसीय पिंड से हुई है- निहारिका
सौरमंडल के समस्त ऊर्जा का स्रोत क्या है- सूर्य
सौरमंडलीय पिंडों का वर्गीकरण |
|
परम्परागत ग्रह |
बुध, शुक, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण |
बौने ग्रह अथवा प्लूटोन्स |
प्लूटो, सेरस, चेरॉन |
लघु सौरमंडलीय पिंड |
क्षुद्रग्रह, पुच्छल तारा, उल्का, उपग्रह एवं अन्य छोटे आकाशीय पिंड |
सौरमंडल का कितना प्रतिशत द्रव्यमान सूर्य में निहित है-लगभग 99%
सौरमंडल
के किस ग्रह में सर्वाधिक गुरुत्वाकर्षण बल है- बृहस्पति
सौरमंडल
के ग्रहों में किसका घनत्व सर्वाधिक है-पृथ्वी,5.5 ग्राम/सेमी3
सौरमंडल
का सबसे बड़ा और भारी ग्रह कौन-सा है-बृहस्पति ( जुपिटर
)
सूर्य
का सबसे निकट स्थित ग्रह है- बुध
सूर्य
के सबसे दूर स्थित ग्रह है- वरुण
बुध सूर्य की परिक्रमा करने
में कितना समय लगाता है-88 वर्ष
वरुण सूर्य की परिक्रम करने
में कितना समय लगाता है- 165 वर्ष
सौरमंडल
का सबसे अधिक ठंडा ग्रह है- वरुण
सूर्य
के चारों ओर ग्रहों के परिक्रमण पथ होता है- दीर्घवृत्तीय (Elliptical)
शुक्र(Venus) एवं अरुण (Uranus) सूर्य की परिक्रम किस दिशा से
करते हैं- पूर्व से पश्चिम अथार्त दक्षिणावर्त (Clockwise)
शुक्र
एवं अरुण (Uranus)
के अलावा अन्य ग्रह सूर्य की परिक्रमा किस दिशा से करते हैं-
पश्चिम
से पूर्व अथार्त वामावर्त (Anticlockwise)
अंतरिक्ष
में किस जोन को आवासीय क्षेत्र कहते है- गोल्डीलॉक्स जोन
हमारे
सौरमंडल के गोल्डीलॉक्स जोन में आनेवाला एकमात्र ग्रह है-पृथ्वी
सूर्य
सूर्य
के कोर में अत्यधिक उच्च तापमान के कारण उपस्थित पदार्थ किस रूप में मिलते हैं-
गैस एवं प्लाजमा के रूप में
सूर्य द्वारा अपनी गलैक्सी/मंदाकिनी
के केंद्र के चारों ओर एक बार घूमने में लगा समय क्या कहलाता है- ब्रह्मांड
वर्ष (Cosmos
Year)
सूर्य को हमारी आकाशगंगा/मंदाकिनी के केन्द्र की परिक्रमा करने में कितना समय लगता है- लगभग 23 करोड़ वर्ष
पृथ्वी के सबसे निकट का तारा कौन सा
है- सूर्य
सूर्य अपने अक्ष पर किस
प्रकार घूमता है- पूर्व से पश्चिम
सूर्य की ऊर्जा का मुख्य
स्रोत क्या है- नाभिकीय संलयन
सूर्य में किस गैस की
प्रधानता पाई जाती है- हाइड्रोजन 71% तथा हिलियम 26.5%
सूर्य के बाहरी सतह का
तापमान कितना होता है- 6000 डिग्री सेल्सियस
सूर्य का प्रकाश पृथ्वी
तक पहुंचने में लगा समय है- 8 मिनट16 सेकंड
पृथ्वी के ध्रुवों पर सौर
ज्वाला क्या कहलाती है- उत्तरी ध्रुव (औरोरा बोरियालिस) दक्षिणी ध्रुव (औरोरा औस्ट्रेलिस)
सौर
कलंक
(Sun Spot) क्या है- अपेक्षाकृत ठंडे भाग
सूरज के धब्बे का तापमान उसके आसपास के
क्षेत्र से कितना कम होता है- लगभग 1500 डिग्री सेल्सियस कम
सूर्य के धब्बों का एक पूर्ण चक्र कितने वर्षों का होता है- 22 वर्ष
सूर्य के सतह पर धब्बे दिखाई देने पर
पृथ्वी पर उत्पन्न होता है-
चुंबकीय झंझावात
पृथ्वी से सूर्य के बाद सबसे नजदीक का तारा
है- प्रोक्सिमा
सेंटोरी
पृथ्वी को सूर्यातप का कितना भाग प्राप्त
होता है- 2 अरबवां भाग
सूर्य के निकटतम तारा कौन सा है- प्रोक्सिमा
सेंचुरी
सूर्य के दुगने द्रव्यमान वाला तारा कौन
सा है जो पृथ्वी से लगभग 9 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है- साइरस
अथवा डॉग स्टार
पृथ्वी
तथा सूर्य के मध्य निकटतम दूरी (उपसौर/पेरीहेलीयन) कब होती है- 3 जनवरी
पृथ्वी
तथा सूर्य के मध्य अधिकतम दूरी (अपसौर/अपहिलीयन) कब होती है- 4 जूलाई
खगोलीय इकाई किसके बराबर होती है- सूर्य एवं पृथ्वी के मध्य औसत दूरी के
सूर्यग्रहण कब होता
है-
केवल अमावस्या (New Moon day) को जब चन्द्रमा सूर्य एवं
पृथ्वी के मध्य आ जाता है
सूर्य ग्रहण के समय सूर्य
का दिखाई देने वाला भाग क्या कहलाता है- सूर्य किरीट (Corona)
प्रकाशमंडल की सतह में
पाए जानेवाले छोटे-छोटे प्रकशित क्षेत्र क्या कहलाते हैं- ग्रैनूल
प्रकाशमंडल की सतह में
पाए जानेवाले अपेक्षाकृत ठंडे एवं अंधेरे धब्बों को क्या कहा जाता है- सौर कलंक (Sun Spot)
सौर कलंक में पाया जानेवाला काला
केन्द्र क्या कहलाता है-
अम्ब्रा
प्रकाशमंडल की सतह में
पाए जानेवाले गर्म एवं प्रकाशित क्षेत्र क्या कहलाता है- फैकुला
सूर्य के प्रकाशमंडल से सौर्यिक ऊर्जा
का विकिरण किस रूप में होता है-विद्युतचुंबकीय तरंग (Electromagnetic Waves) के रूप में
सूर्य की संरचना |
||
1 |
क्रोड (Core) |
हाइड्रोजन से भरा सूर्य का सबसे आंतरिक स्तर जहां ऊर्जा
उत्पन्न होती है। |
2 |
संवाहक घेरा (Convective Layer) |
क्रोड के ऊपर का स्तर जो क्रोड में बने ऊर्जा का संवहन
करता है। |
3 |
प्रकाश मंडल (Photosphere) |
सूर्य का सबसे ऊपरी स्तर जहां से किरणों का विकिरण होता
है तथा सूर्य का व्यास निर्धारित किया जाता है। |
4 |
सौर वायुमंडल (Solar Atmosphere)-इसके अनेक स्तर होते हैं |
|
|
सौर वायुमंडल के स्तर- वर्णमंडल(Chromosphere) हाइड्रोजन गैस से बना स्तर जो पूर्ण सूर्यग्रहण के समय
प्रकाश मंडल के किनारे गुलाबी दिखता है किरीट या कोरोना(Corona)- सूर्यग्रहण के
समय दिखाई देनेवाला स्तर जो X किरण
उत्सर्जित करता है। सामान्य स्थिति में प्रकीर्णित सूर्य प्रकाश के कारण कोरोना
दिखायी नहीं देता है। सूर्य कलंक अथवा सूर्य धब्बे (Sun Spot)- सौर कलंक सूर्य में पाए जानेवाले गैस के खोल है जिनका
तापमान आसपास के तापमान से लगभग 1500oC
तक कम होता
है। सौर कलंक घटना के समय पृथ्वी पर चुंबकीय झंझावत उत्पन्न
होते हैं और चुम्बक की सूई की दिशा बदल जाती है तथा रेडियो, टीवी प्रसारण में बाधा उत्पन्न होती है । |
सूर्य किरीट जिसे
“सूर्य का मुकुट” भी कहा जाता है
किस किरण को उत्सर्जित करता है- एक्स-रे
पूर्ण सूर्यग्रहण के समय
किसके द्वारा प्रकाश की प्राप्ति होती है- सूर्य किरीट (Corona) द्वारा
सूर्यग्रहण अधिकतम
कितनी देर के लिए हो सकता है- 8 मिनट
सूर्यग्रहण के समय
सूर्य का कौन सा भाग दिखाई देता है-कोरोना
डायमंड रिंग की घटना
कब घटित होती है- पूर्ण
सूर्यग्रहण के समय जब चन्द्रमा सूर्य को पूर्णतः ढक लेता है
सूर्य
के अध्ययन हेतु भारत का भावी मिशन है आदित्य-1
ब्लैक होल
सर्वप्रथम ब्लैक होल शब्द का प्रयोग किया गया- जॉन व्हीलर द्वारा
अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपने किस सिद्धांत के द्वारा प्रथम बार ब्लैक
होल की भविष्यवाणी की थी- सापेक्षता का सिद्धांत
ब्लैक हॉल सिद्धांत को सर्वप्रथम किसके
द्वारा प्रस्तुत किया गया- भारतीय भौतिकविद सुब्रमण्यम चन्द्रशेखर द्वारा
किस कारण से ब्लैक हॉल में इतना अधिक
गुरुत्व पाया जाता है कि प्रकाश किरण भी वहां से निकल नहीं पाती- उच्च
घनत्व के कारण
इवेंट होराइजन क्या है- ऐसी
सीमा जो अंतरिक्ष में ब्लैक होल के चारों ओर के क्षेत्र को परिभाषित करती है।
ब्लैक हॉल की उपस्थित का पता लगाया जा
सकता है-
ब्लैक हॉल के आस-पास के पिंडों तारों एवं गैसों के व्यवहार के
द्वारा क्योंकि अत्यधिक गुरुत्व के कारण ब्लैक हॉल प्रकाश को निकलने नहीं देता।
ब्लैक होल द्वारा किस प्रकार के विकिरण का
उत्सर्जन होता है- कोई विकिरण उत्सर्जित नहीं होता क्योकि अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण के
कारण यह न तो विकिरण उत्सर्जित करता है और न ही परावर्तित
रॉग ब्लैकहोल क्या है- दो या दो
से अधिक ब्लैकहोल का समूह
ग्रह(Planet)
अंतर्राष्ट्रीय खगोलशास्त्रीय संघ के अनुसार ग्रह की श्रेणी हेतु शर्त-
- जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
- उनका द्रव्यमान कम से कम इतना हो कि अपने गुरुत्वाकर्षण के कारण आकार लगभग गोल हो गया हो ।
- वह अपने किसी पड़ोसी पिंड की कक्षा को न लांघता हो ।
आंतरिक अथवा पार्थिव ग्रह |
बाह्य अथवा जोवियन
ग्रह |
अपेक्षाकृत छोटे
एवं सघन |
अपेक्षाकृत बड़े
एवं कम घने |
बुध, शुक्र, पृथ्वी एवं मंगल |
बृहस्पति, शनि, अरुण एवं वरुण |
चट्टानों और
धातुओं से बने अपेक्षाकृत अधिक घनत्व वाले |
हाइड्रोजन, हीलियम, अमोनिया, मिथेन से बने |
पृथ्वी के समान
होने के कारण पर्थिव ग्रह कहा जाता है। |
बृहस्पति के समान
होने के कारण बृहस्पतीय ग्रह कहे जाते हैं। |
पार्थिव ग्रह जनक तारे के समीप बनें हैं जहां अत्यधिक तापमान के कारण गैसें संघनित नहीं हो पायी और घनीभूत न हो सकी जबकि जोवियन ग्रहों की रचना अपेक्षाकृत दूर हुई । इसी क्रम में सौर वायु सूर्य के नजदीक होने से बहुत शक्तिशाली थी और पार्थिव ग्रहों से गैस व धूलकण को उड़ा ले गयी जबकि जोवियन ग्रह पर शक्तिशाली नहीं होने के कारण गैसों को हटा नहीं पायी । पार्थिव ग्रह के छोटे होने से इनकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति भी कम रही जिसके कारण इनसे निकली गैस यहां नहीं रूक पायी । |
बुध (Mercury)- प्रमुख तथ्य |
|
सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है। सूर्य का निकटतम ग्रह है। बुध का कोई उपग्रह नहीं है। |
|
बुध पर वायुमंडल नहीं होने से दिन अत्यधिक गर्म तथा
रातें बर्फीली होती है । इस प्रकार यह सर्वाधिक दैनिक तापांतर वाला ग्रह है। |
|
सूर्य की परिक्रमा करने में लगा समय- 88 दिन |
|
शुक्र (Venus)- प्रमुख तथ्य |
|
उपनाम |
पृथ्वी की जुड़वा बहन (Sister Plante) भोर का तारा(Morning Star) सांय का तारा (Evening Star) सौन्दर्य का देव |
सूर्य से दूरी में |
दूसरा ग्रह |
आकार,भार एवं बनावट |
पृथ्वी के लगभग समान होने के कारण इसे पृथ्वी की जुड़वा
बहन कहा जाता है। |
उपग्रह |
बुध ग्रह की तरह ही कोई उपग्रह नहीं है। |
परिक्रमा दिशा |
सामान्य ग्रहों के विपरित अरुण (Uranus) ग्रह की तरह सूर्य का पूर्व से पश्चिम दिशा में परिक्रमा
करता है। |
जीवन की संभावना |
शुक्र के वायुमंडल में CO2 की प्रधानता तथा ताप
अधिक होने के कारण जीवन की संभावना कम है । |
अन्य विशेषता |
सौरमंडल का सबसे चमकीला ग्रह तथा सबसे गर्म ग्रह (औसत तापमान 4640C) |
चारों ओर सल्फयूरिक एसिड के बादल पाए जाते हैं। |
|
नामकरण |
इस ग्रह का नाम रोम की प्यार एवं सुंदरता की देवी Venus के नाम पर रखा गया है । ग्रहों में यह एक ऐसा ग्रह
हैजिसका नाम किसी देवी के नाम पर है। |
|
सबसे ऊंचा पर्वत- मैक्सवेल मोंटेस |
किस ग्रह को पहले भटकनेवाला तारा’ (wandering star) कहा जाता था- शुक्र
सर्वप्रथम
किसने बताया कि पृथ्वी गोल है- अरस्तु ने अपनी पुस्तक ऑन द हेवेन्स में बताया
एक जीवधारी के
रूप में पृथ्वी का वैज्ञनिक नाम क्या है- ग्रीन प्लानेट
किसी वर्ष में कब सूर्य विषुवत रेखा पर सीधा चमकता है- 21 मार्च एवं 23 सितम्बर
भूपर्पटी में सर्वाधिक मात्रा में पाया जानेवाला तत्व-ऑक्सीजन(46.71%)
पृथ्वी की चुम्बकीय विषुवत रेखा दक्षिण भारत में किस स्थान से
अति निकट होकर गुजरती है- थुम्बा, केरल
पृथ्वी (Earth) – प्रमुख तथ्य |
|
आकृति |
लध्वक्ष गोलाभ (Oblate
Spheroid) जियॉड आकृति |
सूर्य से दूरी के क्रम में |
तीसरा ग्रह |
ग्रहों में आकार क्रम में |
पांचवा सबसे बड़ा ग्रह |
किन ग्रहों के मध्य स्थित |
शुक्र एवं मंगल |
पृथ्वी के सबसे निकट ग्रह |
शुक्र |
उपनाम |
नीला ग्रह, ग्रीन प्लानेट |
उपग्रह |
चन्द्रमा एकमात्र उपग्रह |
सूर्य की परिक्रमा समय |
365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 45 सेकेंड |
अपने अक्ष पर झुकाव |
23.30o |
अपने कक्ष पर झुकाव |
66.30o |
सूर्य प्रकाश आने में समय |
8 मिनट 18 सेकेंड |
विषुवतरेखीय व्यास |
12,756 किमी |
ध्रुवीय व्यास |
12,714 किमी |
पृथ्वी का घनत्व |
5.52 ग्राम प्रति घन सेमी |
पृथ्वी किस गति से सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है-29.8 KM/S
पृथ्वी पर दिन और रात किस कारण होते हैं- पृथ्वी के घूर्णन के कारण
पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन का कारण है- सूर्य की परिक्रमा करना
पृथ्वी के संघटन में सबसे ज्यादा क्या पाया जाता है- लोहा (32.07%), ऑक्सीजन (31.12%) सिलिकन
(15.12%)
पृथ्वी को नीला ग्रह क्यों कहा जाता है-
जल की उपस्थिति के कारण
पृथ्वी द्वारा सूर्य की एक परिक्रमा को क्या कहते है- सौर वर्ष
पृथ्वी अपने अक्ष पर किस दिशा में घूमती है-पश्चिम से पूर्व की ओर
उत्तरी गोलार्द्ध में पृथ्वी का चुम्बकीय ध्रुव कहां स्थित है- कनाडा के उत्तर में क्वीन एलिजाबेथ द्वीप पर
मंगल (Mars)- प्रमुख तथ्य |
|
सूर्य से दूरी के क्रम में |
चौथा ग्रह
|
उपग्रह |
फोबोस एवं डीमोस |
सभी ग्रहों में आकार के क्रम में |
सौरमंडल का दूसरा सबसे छोटा ग्रह |
किन ग्रहों के मध्य स्थित |
पृथ्वी एवं बृहस्पति |
सूर्य की परिक्रमा समय |
686 दिन |
लाल ग्रह |
लौह ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण |
सबसे ऊंचा पर्वत |
निक्स ओलम्पिया (एवरेस्ट से तीन गुणा ऊंचा) |
सबसे बड़ा ज्वालामुखी |
ओलम्पस मोन्स |
सौरमंडल का सबसे छोटा उपग्रह कौन सा है- डीमोस
मंगल ग्रह
अभियान में प्रथम प्रयास में सफलता अर्जित करने वाला विश्व का पहला देश
कौन है- भारत (सबसे सस्ता अभियान)
भारत का मंगल मिशन |
भारत द्वारा मंगलयान का प्रक्षेपण- 5 नवम्बर 2013 मंगलयान द्वारा मंगल की कक्षा
में प्रवेश- 24 सितम्बर 2014 मिशन अवधि – 300 दिन प्रक्षेपक
वाहन – PSLV सी25 |
मंगल पर सबसे पहले पहुंचने वाला देश- अमेरिका 1971 में
एशिया का पहला देश जो सबसे पहले मंगल ग्रह तक पहुंचा- भारत
पृथ्वी की तरह किस ग्रह पर जीवन की संभावना है-मंगल ग्रह
सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलम्पस मोन्स जो माउंट एवरेस्ट से 3 गुणा ऊंचा है किस ग्रह पर है- मंगल
भारत से पहले किन देशों ने मंगल अभियान को सफलतापूर्वक लांच किया था- अमेरिका, रूस और
यूरोपीय संघ
चीन का मंगल पर पहला स्वतंत्र मिशन का नाम है- तियानवेन-1
मंगल ग्रह पर यान भेजने वाला पहला अरब देश- संयुक्त अरब अमीरात
संयुक्त अरब अमीरात के मंगलयान का क्या नाम है-अल-अमल
(होप)
सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह गेनीमेड किसका उपग्रह है- बृहस्पति
अपने अक्ष पर सबसे तेज गति से घूर्णन करनेवाला ग्रह है-बृहस्पति
बृहस्पति (Jupiter)-प्रमुख तथ्य |
|
सूर्य से दूरी का क्रम |
पांचवा ग्रह |
संघटन |
गैस एवं द्रव्य से बना ग्रह,ठोस धरातल का अभाव |
सभी ग्रहों में आकार के क्रम में |
सौरमंडल का सबसे बड़ा एवं भारी ग्रह |
उपग्रह की संख्या |
79 (सबसे बड़ा उपग्रह-गेनीमेड) |
सूर्य की परिक्रमा समय |
11.9 वर्ष |
कौन सा ग्रह तारा एवं ग्रह दोनों के गुण
प्रदर्शित करता है- बृहस्पति
विशाल लाल धब्बे वाला गृह कौन-सा है-बृहस्पति
बृहस्पति के वलय (जोवियन वलय) किससे बने हुए हैं- सिलिकेटों से
लघु सौर तंत्र किसे कहा जाता है- बृहस्पति
शनि (Saturn) –प्रमुख तथ्य |
|
सूर्य से दूरी के क्रम में |
छठा ग्रह |
सभी ग्रहों में आकार के क्रम में |
सौरमंडल का दूसरा बड़ा ग्रह |
उपनाम |
गैसों
का गोला, गलैक्सी समान ग्रह |
संघटन |
गैस एवं द्रव्य से बना जिसमें ठोस धरातल का अभाव
है। |
उपग्रह |
सर्वाधिक 82 उपग्रह वाला ग्रह |
सूर्य की परिक्रमा समय |
29.5 वर्ष |
सबसे बड़ी विशेषता |
ग्रह के चारों ओर वलय (10 वलय) |
सौरमंडल में सबसे कम घनत्व वाला ग्रह कौन सा
है- शनि
सबसे कम घनत्व (0.70 ग्राम प्रति घन सेमी) होने के कारण किस ग्रह को पानी में डालने पर तैरने लगेगा- शनि
पृथ्वी से देखने पर शनि किस रंग का दिखता है- पीला
उपग्रह जो शनि की कक्षा में विपरित दिशा में परिक्रमा करता है- फोबे
नंगी आँखों द्वारा किस ग्रह को देख सकते है-
शनि ग्रह
अरुण (Uranus)-प्रमुख तथ्य |
|
सूर्य से दूरी के क्रम में |
सातवां ग्रह
|
सभी ग्रहों में आकार के क्रम में |
सौरमंडल का तीसरा सबसे बड़ा ग्रह |
संघटन |
गैस एवं द्रव्य से बना जिसमें ठोस धरातल का अभाव
है। |
उपग्रह |
27 उपग्रह |
सूर्य की परिक्रमा समय |
84 वर्ष |
खोजकर्ता |
सर विलियम हर्शेल |
विशेषता |
मिथेन गैस की प्रधानता के कारण हरा रंग का दिखता
है। (नीला-हरा) |
शनि की तरह चारों ओर धुंधले वलय की संख्या
कितनी है-
9
किस ग्रह को प्रथम आधुनिक ग्रह कहा जाता है- अरुण
सामान्य ग्रहों के विपरित अरुण (Uranus)
ग्रह भी शुक्र की तरह सूर्य का पूर्व से पश्चिम दिशा में परिक्रमा करता है।
किस ग्रह को लेटा हुआ ग्रह कहा जाता है- अरुण
वरुण (Neptune)-प्रमुख तथ्य |
|
सूर्य से दूरी के क्रम में |
आठवां एवं अंतिम |
सभी ग्रहों में आकार के क्रम में |
चौथा सबसे बड़ा |
संघटन |
गैस एवं द्रव्य से बना ठोस धरातल का अभाव |
उपग्रह |
ट्राइटन, नेरेइड आदि |
सूर्य परिक्रमा समय |
165 वर्ष, अन्य गहों में
सबसे ज्यादा |
खोजकर्ता |
जॉन गॉले |
वायुमंडल |
हाइड्रोजन गैस की अधिकता |
विशेषता |
सौरमंडल का सबसे ठंडा ग्रह |
शनि अरुण की भांति वलय |
उपग्रह (Satelite)
वे पिंड जो किसी ग्रह की परिक्रमा करते हैं क्या कहलाते हैं- उपग्रह
उपग्रह किसके प्रकाश से प्रकाशवान होता है- तारे (सूर्य) के प्रकाश से
किस ग्रह के सबसे ज्यादा उपग्रह है- शनि 82 उपग्रह (बृहस्पति-79)
किस ग्रह के कोई उपग्रह नहीं है- बुध तथा शुक्र
फोबोस तथा डीमोस किसके उपग्रह है- मंगल के
टाइटन, टेथिस, पंडोरा किस ग्रह के उपग्रह है- शनि
शनि का सबसे बड़ा उपग्रह कौन सा है- टाइटन
सौरमंडल का एकमात्र उपग्रह जहां सघन
वायुमंडल है- टाइटन
टिटेनिया, एरियल किस ग्रह के उपग्रह है- अरुण
किस ग्रह के उपग्रहों के नाम अंग्रेज़ी नाटककार विलियम शेक्सपीयर और अलेक्जेंडर पोप की कहानियों के पात्रों पर रखे गए हैं- अरुण ग्रह
ट्राइटन किस ग्रह का उपग्रह है- वरुण के उपग्रह
वरुण का इकलौता उपग्रह जो अपने गुरुत्वाकर्षक खिचाव के कारण गोल आकार का है- ट्राइटन
पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चन्द्रमा की उत्पत्ति किससे मानी जाती है-पृथ्वी के एक टुकड़े से
किस कारण से हमें चन्द्रमा का केवल एक ही
सतह दिखायी देता है- चन्द्रमा का परिक्रमण काल एवं धूर्णन काल समान होने के कारण
चन्द्रमा का वह भाग जो हमेशा अंधकार में डूबा
रहता है क्या कहलाता है- शांति का सागर (Sea of Tranquility)
चन्द्रमा पर जलरहित क्षेत्र को क्या कहा
जाता है- तूफान का महासागर (Ocean of Strom)
चन्द्रमा पर सबसे ऊंचा स्थान क्या है- दक्षिणी
ध्रुव पर स्थित लिबनिट्ज पर्वत,
35000 फीट
चन्द्रमा का गुरुत्वीय क्षेत्र पृथ्वी की अपेक्षा कितना है- 1/6
चन्द्रमा की परिभ्रमण तथा परिक्रमण अवधि क्या है- 27 दिन 8 घंटे
चन्द्रमा पर कैसा वायुमंडल है- वायुमंडल नहीं पाया जाता
चन्द्रमा पर वायुमंडल न होने का एक प्रमुख
कारण क्या है- तापान्तर
अधिक होना (दिन में 100-130oC तो रात में -170oC तक
तापमान)
चन्द्रमा पर कोई ध्वनि क्यों नहीं सुनाई
देती- वायुमंडल न होने कारण
चन्द्रमा एवं पृथ्वी के मध्य दूरी क्यों घटती-बढ़ती रहती है चन्द्रमा का पथ परवलयाकार होने के कारण
पृथ्वी एवं चन्द्रमा के मध्य न्यूनतम दूरी क्या कहलाती है- पेरीजी
पृथ्वी एवं चन्द्रमा के मध्य अधिकतम दूरी क्या कहलाती है- अपोजी
पेरीजी की स्थिति में चन्द्रमा दिखता है-अपेक्षाकृत बड़ा एवं चमकीला
चन्द्रमा का प्रकाश पृथ्वी तक अपने में
समय लगता है-1.3 सेकेंड
चन्द्रमा से पृथ्वी की औसत दूरी कितनी है- 382 हजार किमी
भारत द्वारा चन्द्रयान-1 अभियान कब भेजा गया था- 2008
सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है- गानीमेड
सौरमंडल का सबसे छोटा उपग्रह है- डीमोस
किस उपग्रह को जीवाश्म ग्रह कहा जाता है- चंद्रमा
प्रमुख तथ्य |
|
सुपर मून
या पेरीजी
फुल मून |
वह स्थिति जब
चन्द्रमा पृथ्वी
से सबसे
नजदीक होता है। |
ब्लू मून |
एक कलैंडर माह
में जब
2 पूर्णिमाएं हो
तो दूसरी
पूर्णिमा का
चांद ब्लू
मून कहलाता
है। |
ब्लू मून
ईयर |
जब किसी वर्ष
में दो
या दो
से अधिक
ब्लू मून
की घटना
होती है
तो उसे
ब्लू मून
ईयर कहा
जाता है। |
ब्लड मून |
जब पूर्ण चन्द्र ग्रहण होता हो तो उस समय चांद अधिक चमकीला हो जाता है और तांबे जैसा नजर आता है इस कारण इस घटना को ब्लड मून (Blood Monn) कहा जाता है। |
पृथ्वी से चन्द्रमा का कितना भाग देख सकते है- 57%
किस आकाशीय पिंड को ‘पृथ्वी पुत्र’ कहा जाता है- चंद्रमा
किस खगोलीय पिंड को ‘रात की रानी’ कहा जाता है-चंद्रमा
‘ज्वार भाटा की स्थिति में सबसे अधिक प्रभाव किसका होता है- चंद्रमा का
लगातार चार पूर्ण चन्द्रग्रहण की घटना को क्या कहा जाता है- टेट्राड
अधिकांश कृत्रिम उपग्रह को पूर्व दिशा से क्यों प्रक्षेपित किया जाता है- उपग्रह को निकास वेग मिलने के कारण
दूर संवेदी उपग्रह सामान्यतः किस कक्षा में स्थापित किए जाते हैं- ध्रुवीय सूर्य समतुल्य कक्षा
दूर संवेदी उपग्रहों द्वारा पृथ्वी के एक परिभ्रमण में सुदूर-संवेदन किया जाना वाला क्षेत्र क्या कहलाता है-स्वाथ
दूर संचार उपग्रह भू-स्थैतिक कक्षा में कितनी ऊंचाई पर स्थापित किए जाते हैं- 36,000 किमी
दूर संचार उपग्रहों को भू-स्थैतिक उपग्रह क्यों कहा जाता है इन उपग्रहों का घूर्णन काल पृथ्वी के घूर्णन काल के बराबर होता है इस कारण ये स्थिर प्रतीत
होते हैं और इनको भू-स्थैतिक उपग्रह कहा जाता है।
बौने ग्रह (Dwarf) अथवा प्लूटोन्स
ऐसे ग्रह जो अपने आकार, द्रव्यमान, परिभ्रमण चक्र तथा गुरुत्वाकर्षण बल के मानकों में अंतर्राष्ट्रीय मानकों को पूरा नहीं करते उनको किस श्रेणी में रखा जाता है- बौने ग्रह
प्लूटोन्स का क्या अर्थ है- प्लूटो जैसे अन्य पिंड
आकाशीय
पिंड प्लूटो, चेरॉन, सेरस, जेना क्या है- बौने ग्रह
प्लूटो
की ग्रह की मान्यता कब समाप्त हो गयी- 2006
प्लूटो
की कक्षा किस ग्रह को काटती है- वरुण (Neptune)
बौने
ग्रह की श्रेणी में आने से पूर्व चेरॉन माना जाता था-प्लूटो का उपग्रह
सेरेस
जो 2006 से पूर्व क्षुद्रग्रह (सबसे चमकीला) की श्रेणी में आता था, अब किस श्रेणी में
रखा जाता है- बौने ग्रह
क्षूद्रग्रह (Asteroids)
सूर्य
की परिक्रमा करनेवाले भिन्न भिन्न आकार के चट्टानी मलबे जो मुख्य रूप से मंगल तथा
बृहस्पति की कक्षाओं के मध्य विचरण करते हैं क्या कहलाते हैं- क्षूद्रग्रह
अंतरिक्ष में क्षूद्रग्रह कहां पाए जाते हैं- मंगल एवं बृहस्पति ग्रह के मध्य
क्षूद्रग्रह किस प्रकार परिक्रमा करते हैं- अन्य ग्रहों के समान सूर्य के चारों ओर पश्चिम से पूर्व (Anti Clockwise)
क्षुद्रगहों
को किस अन्य नाम से भी जाना जाता है- लघु ग्रह, अवांतर ग्रह कूपर बेल्ट
प्लूटो की खोज किसके द्वारा की गयी- क्लाइड टॉमबैग द्वारा
प्लूटो को ग्रह की श्रेणी में न मानने के पीछे वैज्ञानिकों का तर्क क्या था- प्लूटो द्वारा वरुण (नेप्च्यून) की कक्षा से होकर गुजरना
एकमात्र
क्षुद्रग्रह जिसे नंगी आंखों से देखा जा सकता है- फोर वेस्टा
उल्का अथवा उल्का पिंड (Meteors/Meteorite)
क्यूपर बेल्ट क्या है- उल्काओं का बड़ा स्रोत
उल्का पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर घर्षण के कारण प्रज्ज्वलित हो जाते हैं तो इसे क्या कहा जाता है- टूटता हुआ तारा
उल्का
को उल्कापिंड कब कहा जाता है- जो
उल्काएं वायुमंडल में पूरी तरह से जल नहीं पाती और बचा हुआ अवशेष पृथ्वी के धरातल
पर गिरता है तो वह उल्कपिंड कहलाता है
धूमकेतु या पुच्छल तारा (Comet)
धूमकेतु (पुच्छल तारा) क्या है- धूल, गैस और बर्फ से बना पिंड
धूमकेतु को पुच्छल तारा क्यों कहा जाता है जब कोई धूमकेतु सूर्य के नजदीज जाता है तो गर्म होने के बाद उससे गैस के फुहारे निकलते है जिससे पूँछ जैसी संरचना बनती है और इसे पुच्छल तारा कहा जाता है।
कौन सा पुच्छल तारा सामान्यतः 76 वर्षों बाद दिखायी देता है- हेली पुच्छल तारा
हेली पुच्छल तारा को अंतिम बार देखा गया- 1986 में (आगामी-2026)
पुच्छल तारे की पूँछ सूर्य से किस ओर होती है- सूर्य के विपरित
धूमकेत
की पूँछ में कौन सी खतरनाक रसायन पायी जाती है-साइनोजेन
पुच्छल तारे के शीष को क्या कहा जाता है- कोमा
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