बिहार एवं सूचना प्रौद्योगिकी
दूरसंचार क्षेत्र में 117 करोड़ ग्राहकों के साथ भारत ग्राहकों के मामले में दुनिया में दूसरा स्थान पर है । कोविड-19 महामारी ने ऑनलाइन कक्षाओं सहित ऑनलाइन सेवाओं के लिए लोगों की दूरसंचार पर निर्भरता और अधिक बढ़ा दी है ।
मई 2023 में आए समाचार के अनुसार बिहार में आज भी 45 प्रतिशत लोग संचार सेवाओं से वंचित हैं। ट्राई की ओर से हाल में जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार बिहार दूरसंचार घनत्व में 55.23% के साथ सबसे नीचे है जबकि 273.67 % के साथ दिल्ली शीर्ष पर है। उल्लेखनीय है कि दूरसंचार घनत्व के मामले में राष्ट्रीय औसत 84.51 है। इस प्रकार 5जी आने के बाद भी बिहार में लगभग 45% आबादी के पास मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं है।
सूचना प्रौद्योगिकी
अधिसंरचना
- भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण की रिपोर्ट के
अनुसार भारत में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 2015 के 30.2 करोड से 173% बढ़कर मार्च 2021 में 82.5 करोड़ हो गई है ।
- बिहार में भी इंटरनेट के ग्राहकों की संख्या बढ़ी है और 234% की वृद्धि दर्ज करते हुए यह 2015 के 1.7 करोड़ से बढ़कर 2021 में 5.5 करोड़ हो गई है। दूसरे शब्दों में बिहार की इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या पूरे देश की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ी है ।
- इस अवधि में बिहार में ग्रामीण इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 338% बढ़कर 79 लाख से बढ़कर 346 लाख हो गई है । बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में 338% की वृद्धि बिहार के शहरी क्षेत्रों में हुई 171% की वृद्धि से काफी अधिक है ।
बिहार में ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट ग्राहकों की
वृद्धि दर शहरी ग्राहकों की अपेक्षा अधिक है । इस प्रकार यह बिहार की डिजिटल
अर्थव्यवस्था में ग्रामीण आबादी के डिजिटल समावेश और मुख्यधारा में आने को
प्रदर्शित करता है जो निश्चित ही ग्रामीण क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका
निभा सकता है।
- सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रसार के कारण
ही कोविड-19 महामारी जैसी चुनौतियों का सामना बिहार ने सफलतापूर्वक किया।
- डिजिटल समावेशन से राज्य के किसान अब नियमित रूप से
वेब किओस्क पहुंचकर आसानी से मौसम के पूर्वानुमान, कृषि संबंधी
आंकड़े, कृषि उत्पादों के बाजार मूल्य का नियमित अपडेट,
ग्रामीण विकास तथा कृषि संबंधी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त
कर रहे हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी
विभाग की मुख्य पहलकदमियां
बिहार सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अवसंरचना का विकास
करने और पूरे राज्य में अनिवार्य डिजिटल सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु
वर्ष 2007
में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की स्थापना की गयी । बिहार में सूचना
प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के बारे में जागरुकता फैलाने,
सूचना प्रौद्योगिकी कौशल प्रशिक्षण देने तथा सूचना प्रौद्योगिकी
परितंत्र तैयार करने की दिशा में भी कार्य किया जाता है । सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
द्वारा ली गई कुछ मुख्य पहलकदमियां निम्नलिखित है-
गृह पृथक्करण निगरानी
गृह पृथक्करण निगरानी कोविड एप से स्वास्थ्यकर्मियों
को कोविड-19
महामारी के दौरान गृह पृथक्करण (होम आइसोलेशन)
वाले रोगियों का नियमित अनुश्रवण, निगरानी तथा
रोगियों तक पहुंचने और उनका जीवन बचाने में मदद मिली।
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र
में कौशल वृद्धि
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा पूरे राज्य में सूचना
प्रौद्योगिकी सक्षमित सेवा क्षेत्र के तहत 121 कौशल विकास केंद्रों के
जरिए राज्य के युवाओं को अलग अलग पाठ्यक्रम के लिए तकनीकी कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध
करा रहा है।
ई-ऑफिस
सरकार के कामकाज को सरल, प्रभावी, जवाबदेह और पारदर्शी बनाने तथा सुशासन स्थापना
करने में ई ऑफिस की महत्वपूर्ण भूमिका है । वर्तमान
में 12 विभागों और 23 सार्वजनिक
उपक्रमों द्वारा एवं ई ऑफिस का उपयोग किया जा रहा है।
बिहार राज्य आकड़ा केन्द्र और
आपदा निवृत्ति
आंकड़ों की बहुस्तरीय सुरक्षा के साथ उच्च कुशलता वाले
आंकड़ा भंडारण से सुसज्जित बिहार राज्य आंकड़ा केन्द्र शीघ्र आरंभ होनेवाला है जो राज्य
में ई शासन की दिशा में बुनियाद साबित होगा ।
बिहार आधार प्रमाण रूपरेखा
यह बिहार में आधार आधारित सारी लेन देन को सक्षम बनाता
है और इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से तीव्रता के साथ सभी लाभार्थियों के सुरक्षित प्रमाणन
और पहचान में मदद करता है ।
सेक्लैन
इसे सचिवालय स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क भी
कहा जाता है जो उच्च गति का और सुरक्षित लैन उपलब्ध कराता है जिसके माध्यम से उच्च
गति से डाटा संचरण होता है।
वाईफाई कैंपस परियोजना
विकसित भारत के सात निश्चय योजना के तहत इस परियोजना का मकसद पूरे परिसर में वाई-फाई नेटवर्क उपलब्ध कराना है । अभी
तक राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के अंतर्गत 321 महाविद्यालय
इस योजना का लाभ उठा रहे है।
सेवा प्लस
राज्य सरकार की सारी सेवाओं को एक ही पोर्टल पर उपलब्ध
कराने हेतु सेवा प्लस लाया गया है । लोक सेवा अधिकार अधिनियम के तहत विभिन्न
विभागों की कुल 35
सेवाएं उपलब्ध करायी जाती है और प्रतिदिन 1.4 लाख आवेदनों का निराकरण होता है ।
ई-खरीद
इसके माध्यम से वर्चुअल रूप में खरीद से संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराई जाती है।
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की आगामी परियोजनाएं
बिहार ई-सेवा सिस्टम( बिस्वास)
सूचना
प्रौद्योगिकी विभाग बिहार ई-सेवा सिस्टम नामक राज्य का एक एकीकृत पोर्टल
विकसित करने की प्रक्रिया में है जिससे शासन की क्षमता बढ़ेगी और सशक्त समाज के
निर्माण में मदद मिलेगी।
स्मार्ट कृषि उत्कृष्टता केंद्र
पटना राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पटना के
साथ मिलकर पटना में स्मार्ट कृषि उत्कृष्टता केंद्र का अनुषंगी केंद्र स्थापित
कर रहा है।
इससे बिहार में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के उपयोग
से कृषि की उत्पादकता सुधार लाने में मदद मिलेगी।
बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान उद्भवन केंद्र
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,
इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मशीन शिक्षा,
आभासी यथार्थ, क्लाउड आदि के क्षेत्र
में एक और उद्भवन केंद्र की स्थापना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
प्रौद्योगिकी आधारित ये सभी स्टार्टअप वित्तीय प्रौद्योगिकी, कृषि प्रौद्योगिकी,
ई-कॉमर्स, ऊर्जा, निर्माण,
स्मार्ट सिटी, परिवहन और लॉजिस्टिक जैसे
विभिन्न क्षेत्रों में समाधान दे रहे हैं।
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं कार्यालय
राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी
संस्थान के दो और प्रशिक्षण केंद्र बक्सर और मुजफ्फरपुर में शीघ्र शुरू होने जा
रहे हैं ।
भागलपुर और दरभंगा में भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी
पार्क के केंद्र अगले कुछ महीनों में आरंभ हो जाएंगे ।
आईटी टावर, आईटी पार्क और
आईटी सिटी
पटना के डाकबंगला और बंदर बगीचा में आईटी टावर बनाने
का निर्णय लिया है ।
बिहटा में एक सूचना प्रौद्योगिकी पार्क के निर्माण पर
विचार किया जा रहा है।
राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के समीप आईटी सिटी 1 और 2 के निर्माण के लिए भूमि आवंटन कर दी गई
है।
सुरक्षा संचालन केंद्र
यह केंद्रीकृत स्थान है जहां से सूचना सुरक्षा टीमें
साइबर सुरक्षा संबंधी मामलों का अनुश्रवण, पहचान,
विश्लेषण और प्रतिक्रिया का काम करेगी।
व्यवसायिक प्रक्रिया आउटसोर्सिंग
प्रोत्साहन योजना
राज्य सरकार सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवा कंपनियों
को राज्य में व्यवसायिक प्रक्रिया आउटसोर्सिंग शुरू करने में सहयोग देने की योजना
पर काम कर रही है
राज्य सरकार की योजना उद्योग 4.0 की सेवा प्रदान करने के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, लॉक चैन, बिग डाटा आदि प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की है जिसके फलस्वरूप कृषि में ब्लॉकचेन आधारित जमीन का खाता, भौगोलिक सूचना प्रणाली, इंटरनेट ऑफ थिंग्स का उपयोग, सुरक्षा और निगरानी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बिग डाटा आदि का उपयोग किया जा सके।
69th BPSC Mains Answer writing Telegram Group only Rs. 2250/-
कार्यक्रम की रूपरेखा
- BPSC Mains के नवीन पैटर्न पर आधारित Telegram based online Test
- प्रथम चरण - 20 मई 2023 से 20 जुलाई 2023 तक
- द्वितीय चरण – प्रारंभिक परीक्षा के बाद से 40-50 दिनों तक मुख्य परीक्षा के पूर्व ।
- सोमवार से शुक्रवार तक प्रति दिन 1 प्रश्न का अभ्यास जिसे प्रारंभिक परीक्षा के बाद बढ़ाया जाएगा । हमारा लक्ष्य मुख्य परीक्षा के 200 अति संभावित प्रश्नों का अभ्यास करना है ।
- सामान्य अध्ययन के पारम्परिक प्रश्नों के अलावा जनवरी 2023 से अक्टूबर 2023 तक के सभी महत्वपूर्ण घटनाओं, आर्थिक समीक्षा, बजट एवं बिहार पर विशेष रूप से उत्तर लेखन का अभ्यास किया जाए। इसमें सांख्यिकी संबंध प्रश्न नहीं होगें ।
- उत्तर लेखन टेलीग्राम के माध्यम से हिन्दी माध्यम में होगा ।
- निबंध लेखन के तहत अभ्यास प्रारंभिक परीक्षा के बाद किया जाएगा ।
कार्यक्रम की विशेषता
- GK BUCKET टीम द्वारा प्रश्नों का सूक्ष्म विश्लेषण एवं मूल्यांकन ।
- हमारी टीम के अनुसार प्रत्येक प्रश्न का मॉडल उत्तर, मूल्यांकन, आवश्यक सलाह, आदि ।
- संसाधन, कोचिंग तक पहुंच एवं समय की कमी जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक ।
- बदलते पैटर्न तथा बदलती प्रकृति में हमारा उद्देदश्य आपको सर्वोत्तम प्रदान करना है ।
- उपरोक्त नियम में समय एवं आवश्यकता के अनुसार आवश्यक बदलाव किए जा सकते है।
कार्यक्रम के लाभ
- मुख्य परीक्षा की तैयारी को निरंतरता देने में सहायक ।
- बिहार संबंधी मुद्दों पर विशेष प्रश्नों का अभ्यास कराया जाएगा ।
- पीटी रिजल्ट के बाद अत्यंत कम समय में दोहराव से आत्मविश्वास आएगा।
- प्रश्नों की प्रकृति समझने, उसे हल करने, समय प्रबंधन का अभ्यास होगा ।
- न्यूनतम शुल्क में बेहतर गुणवत्ता के साथ तैयारी का अवसर ।
- सितम्बर में GK BUCKET टीम द्वारा तैयार BPSC Mains Special Notes अपडेटेड नोट्स आ जाएगा तो इस कार्यक्रम में शामिल सदस्य उस समय विशेष छूट (लगभग 40% तक) के साथ नोटस को प्राप्त कर सकते हैं।
- ज्यादा जानकारी के लिए कॉल करें 74704-95829
- BPSC Mains Answer Writing Group में जुड़ने के लिए व्हाटसएप/कॉल करें 74704-95829
68th BPSC मुख्य परीक्षा के मॉडल उत्तर देखने के लिए नीचे क्लिक करें।
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