रासायनिक बंधन
जब विभिन्न तत्व के परमाणु रासायनिक अभिक्रिया करके परस्पर आपस
में बंध का निर्माण करते हैं तो यह कहलाती है- रासायनिक बंधन
रासायनिक बंधन के फलस्वरूप होता है- नए अणु का निर्माण
किस स्थिति में इलेक्ट्रॉनों का आदान प्रदान नहीं होता है- जब बाह्यतम कक्षा में अष्टक पूर्ण होता है।
इलेक्ट्रॉनों के पुनर्वितरण के फलस्वरूप बने बंधन को कहते है- परमाणु बंधन (Atomic Bond)
परमाणु अपना अष्टक पूरा करने हेतु अन्य परमाणुओं के साथ किस
प्रकार की क्रिया करता है- इलेक्ट्रान का
आदान प्रदान अथवा साझेदारी
किसी तत्व के रासायनिक गुण किसके द्वारा निर्धारित होते हैं- इलेक्ट्रॉन की संख्या द्वारा
कोई भी परमाणु किस प्रकार से अपना अष्टक पूर्ण कर सकता है- इलेक्ट्रान का त्याग, ग्रहण अथवा साझेदारी
से
जब किसी परमाणु के बाहरी कक्षा में इलेक्ट्रान की संख्या 8 हो जाती है तब क्या होता है- वह परमाणु
स्थायी बन जाता है
आयन (Ion)
विद्युत आवेशित परमाणु या परमाणुओं का वह समूह जिस पर
नेट आवेश होता है क्या कहलाता है- आयन
जब कोई परमाणु अथवा तत्व इलेक्ट्रान देता है या उसमें इलेक्ट्रान
की कमी आती है तो उस पर कौन सा आवेश आता है- धनायन
सभी धातु तत्वों के आयन की प्रकृति कैसी होती है- धनायन
जब कोई परमाणु अथवा तत्व इलेक्ट्रान ग्रहण करता है या इलेक्ट्रान
की वृद्धि होती है तो उस पर कौन सा आवेश आता है- ऋणायन
सभी अधातुओं के आयन की प्रकृति कैसी होती है- ऋणायन
अपवादस्वरूप हाइड्रोजन और अमोनिया अधातु के आयन की प्रकृति होती
है- धनायन
ऐसे आयन जिसमें इलेक्ट्रान की संख्या समान होती है क्या कहलाते हैं- समइलेक्ट्रोनिक
संयोजकता (Valency)
तत्वों के परमाणुओं के परस्पर संयोजन की क्षमता क्या कहलाती है- संयोजकता (Valency)
संयोजकता का इलेक्ट्रॉनिक सिद्धांत किसने दिया- कौसल व जी.एन. लुइस ने
संयोजकता शब्द का प्रथम प्रयोग किसने किया- फ्रैकलैंड
किसी तत्व की संयोजकता किस पर निर्भर करती है- उसके परमाणु के बाह्यतम कक्षा में उपस्थित इक्ट्रॉन की संख्या
पर
संयोजकता के इलेक्ट्रॉनिक सिद्धान्त को किस नाम से जानते हैं-अष्टक नियम (8 इलेक्ट्रानों के समूह को अष्टक कहा
जाता है)
रासायनिक बंधन Chemical Bonding
रासायनिक बंध बनने के प्रमुख कारण क्या है-
लुईस अष्टक
नियम- प्रत्येक तत्व अपने संयोजी कोश में 8
इलेक्ट्रॉन प्राप्त करके अधिक स्थायित्व अर्थात निकटतम अक्रिय गैस
का विन्यास (configuration) प्राप्त करने की प्रवृत्ति
रखता है जिस कारण यह बंध बनाता है।
स्थितिज
ऊर्जा घटाने की प्रवृति- ब्रह्माण्ड
में उपस्थित प्रत्येक तंत्र अपनी स्थितिज ऊर्जा को कम करके अधिक स्थायी होने की प्रवृति
रखता है। बंध निर्माण में परमाणुओं की स्थितिज ऊर्जा घट जाती है अर्थात बन्धित परमाणु
(Bonded atom) आबंधित परमाणु की तुलना में अधिक स्थाई
होता है क्योंकि इसकी ऊर्जा कम होती है।
रासायनिक बंधन के प्रकार |
||
1 |
वैद्युत संयोजक बंध (Electrovalent Bond) |
एक परमाणु से दूसरे परमाणु में इलेक्ट्रॉनों के आदान प्रदान से बननेवाला बंध। |
2 |
सहसंयोजक बंध (Covalent Bond) |
दो परमाणुओं
के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बननेवाला बंध। |
3 |
उप सहसंयोजक बंध (Co-ordinate Bond)- |
जब परमाणुओं के बीच साझेदारी द्वारा इलेक्ट्रान
युग्म केवल एक परमाणु द्वारा प्राप्त हो तो ऐसा बंध उपसहसंयोजक बंध कहलाता है। |
संपूर्ण विश्व भूगोल का वीडियो लिंक
जब बंध का निर्माण इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण के द्वारा होता है तो
उसे क्या कहते हैं- विद्युत संयोजक बंध (Electrovalent
Bond)
वैद्युत संयोजक बंध को अन्य किस नाम से जानते हैं- आयनिक बंध
NaCl में कौन-सा बंध है-
विद्युत संयोजक बंध
सहसंयोजक बंध किस प्रकार की समावयवता प्रदर्शित करते हैं-त्रिविम समावयवता
सहसंयोजक बंध के महत्वपूर्ण गुणों को बताने हेतु कौन एक अच्छा उदाहरण
है- जल
सहसंयोजी यौगिकों का द्रवणांक एवं क्वथनांक होता है- निम्न
सहसंयोजक
यौगिक तथा आकृतियां |
|
जल |
कोणीय |
कार्बन
डाइऑक्साइड |
एकरैखिक |
मिथेन |
चतुष्फलकीय |
अमोनिया |
पिरामिड |
फॉस्फीन |
पिरामिड |
एथिलीन |
तलीय |
एसीटिलीन |
एकरैखिक |
जब दो परमाणुओं की विद्युत ऋणात्मकता के बीच कम अंतर हो, तब बंधन कैसा होगा- ध्रुवीय
सहसंयोजक
जब दो परमाणुओं की विद्युत ऋणात्मकता के बीच अंतर शून्य के बराबर
हो, तब कैसा बंधन बनेगा- सहसंयोजी
बंधन
उपसहसंयोजी बंधन में जो परमाणु इलेक्ट्रॉन जोड़ी प्रदान करता है, उसे क्या कहते हैं- प्रदाता (Donor)
उपसहसंयोजी बंधन में जो परमाणु इलेक्ट्रॉन जोड़ी को स्वीकार करता
है उसे क्या कहते हैं- ग्रहता (Acceptor)
इलेक्ट्रानों का ऐसा जोड़ा जो सहसंयोजक बंध बनाने में भाग नहीं लेता
क्या कहलाता है- इलेक्ट्रॉन की निर्जन
जोड़ी
बंधन ऊर्जा का क्रम क्या है-
एकल बंध< द्विबंध< त्रिबंध
हाइड्रोजन बंधन किन यौगिकों में पाया जाता है- फ्लोरीन, ऑक्सीजन और नाइट्रोजन के यौगिकों में
जब दो परमाणुओं के ऑर्बिटल एक-दूसरे से एक रैखिक अक्ष पर अतिव्यापन करते हैं तब दोनों परमाणुओं के बीच
बने बंधन को क्या कहते हैं- सिग्मा बंधन
जब दो परमाणविक ऑर्बिटलों का पार्श्व अतिव्यापन होता है, तो इससे निर्मित बंधन को क्या कहते हैं-
पाई बंधन
किसी रवे (Crystal) के आयनों को एक-दूसरे से अनन्त दूरी तक अलग करने
के लिए आवश्यक ऊर्जा को क्या कहते हैं- जालक ऊर्जा
जब दो परमाणुओं की विद्युत ऋणात्मकता के बीच काफी अंतर हो, तब उनके बीच बंधन कैसा होगा- आयनिक
किसमें सहसंयोजक व आयनिक बंध होते हैं- NaOH
कृपया ध्यान दें
यहां दिए गए सभी प्रश्न हमारे वन लाइनर नोट्स से लिए गए हैं जो सभी एकदिवसीय परीक्षाओं हेतु बहुत ही उपयोगी है तथा कई लोगों को BPSC, BIHAR SI, RAILWAY,SSC, UPPSC, आदि परीक्षाओं में हमारे नोट्स के माध्यम से लाभ हुआ है।
आप चाहे तो इन सभी प्रश्नों के कलरफुल नोट्स आर्डर कर अपने घर पर मंगा कर पढ़ सकते हैं । ज्यादा जानकारी के लिए Whatsapp/Call 74704-95829
No comments:
Post a Comment