प्राकृतिक वनस्पति
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प्राकृतिक वनस्पति- पौधा समुदाय जो लंबे समय तक बिना किसी
बाहरी हस्तक्षेप के उगता है तथा इसकी प्रजातियां उस क्षेत्र की जलवायु एवं मृदा
परिस्थतियों में अपने को ढाल लेता है
वनस्पति
की सघनता, जैव
भार एवं जैव विविधता को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारक क्या है- वर्षा की मात्रा
भारत
में पायी जानेवाली पौध प्रजातियों का कितना भाग विदेशी है-40%
भारत
में चीन–तिब्बत क्षेत्र से आए विदेशी पौधों को क्या कहा जाता है- बोरियल
थार
मरुस्थल एवं पश्चिमी भारत में किस क्षेत्र के पौधों की प्रधानता है-उत्तरी
अफ्रीका
भारत के उत्तर—पूर्वी पहाडि़यां क्षेत्र में किस क्षेत्र
के वनस्पतियों का आवरण पाया जाता हैं- इंडोमलशियाई मूल की वनस्पतियां
भारत
में शीतोष्ण कटिबंधीय वनस्पतियां सामान्यतः कहां पायी जाती है- हिमालयी
क्षेत्र में
भारत
में शीतोष्ण कटिबंधीय वनस्पतियों के प्रमुख वृक्ष जिनका आर्थिक महत्व है- मगनोलिया, सिनकोना, लैरल, वैटल आदि
मसाला
बगान हेतु भारत की कौन सा क्षेत्र महत्वपूर्ण है-उष्ण कटिबंधीय सदाबहार क्षेत्र
एशिया
का सबसे बड़ा टयूलिप उद्यान है- सिराज बाग, जम्मू-कश्मीर
भारत
में वानस्पतिक संसाधनों के सर्वेक्षण एवं पहचान हेतु कौन सा संस्थान कार्य करता
है-भारतीय वानस्पतिक
सर्वेक्षण विभाग, कोलकात्ता
भारत
में जीव जंतुओं के सर्वेक्षण एवं पहचान हेतु कौन सा संस्थान कार्य करता है- भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग, कोलकात्ता
भारतीय
वन सर्वेक्षण विभाग,
देहरादून की स्थापना कब हुई-1981
भारतीय
वन सर्वेक्षण विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय है- कोलकाता, बंगलुरु, शिमला एवं नागपुर
इंदिरा
गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी –देहरादून
भारतीय
वन प्रबंधन संस्थान भोपाल
जीबी
पंत हिमालयन पर्यावरण और विकास संस्थान-अल्मोडा, उत्तराखंड
भोजपत्र
वृक्ष भारत में मिलता है- हिमालय
में
कत्था
बनाने में किस पेड़ की लकड़ी का उपयोग होता है- खैर
समुद्री
एवं स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र के बीच सेतु का कार्य किस वनस्पति द्वारा होता है- ज्वारीय
अथवा कच्छ वनस्पति
जंगल
की आग किसे कहा जाता है- ब्यूटिया मोनोस्पर्मा/पलाश
बीड़ी
किस वृक्ष के पत्ते से बनायी जाती है- तेंदू
भारत
के सर्वाधिक वृहद क्षेत्र में पाया जाने वाला वन है-उष्णकटिबंधीय
आर्द्र पर्णपाती वन
भारत
में सागौन का वन पाया जाता है- मध्यप्रदेश
वह पौधे जिसमें फूल नहीं होते हैं- फर्न
सामाजिक वानिकी में प्रयुक्त बहुद्देशीय वृक्ष का उदाहरण है- खेजरी
भारतीय वनों के प्रकार |
|
1 |
उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन एवं अर्द्धसदाबहार वन |
2 |
उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन |
3 |
उष्णकटिबंधीय कांटेदार वन |
4 |
पर्वतीय वन |
5 |
वेलांचली व अनूप वन |
उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन
किस
प्रकार के वनों में वन सघन एवं परतों वाली वनस्पतियों की उपस्थिति पायी जाती है- उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन
उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन |
|
स्थिति |
पश्चिमी घाट की पश्चिमी ढाल, उत्तर पूर्वी पहाड़ी तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीप
समूह |
वार्षिक वर्षा एवं तापमान |
200 cm से ज्यादा एवं
तापमान 22 डिग्री C से ज्यादा |
वृक्षों की लंबाई |
60 मीटर
या उससे ज्यादा |
मुख्य वृक्ष प्रजातियां |
सिनकोना,
रोजवुड, महोगनी,
एबनी, आर्किड |
उष्ण
कटिबंधीय सदाबहार वन एक विशेषता क्या है- इन वनों में वृक्षों में पत्ते झड़ने, फुल
लगने का समय अलग-अलग होता है इस कारण वर्ष भर हरे-भरे/सदाबहार रहते हैं ।
भारत
में उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वनस्पतियों का घर किसे कहा जाता है- अंडमान एवं निकोबार
उष्ण
कटिबंधीय सदाबहार वनस्पतियों का आर्थिक महत्व अपेक्षाकृत कम क्यों है- वृक्ष की लकडि़यां कठोर होना तथा गम्यता कठिन होना
उष्ण कटिबंधीय अर्द्धसदाबहार वन
उष्ण कटिबंधीय अर्द्धसदाबहार वन |
|
स्थिति |
उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वनों से कम वर्षा
वाले भाग |
वृक्ष प्रजातियां |
साइडर,
लॉरेल, होलक,
रोजवुड |
सदाबहार एवं आर्द्र
पर्णपाती वनों का मिश्रित रूप कौन सा वन होता है- अर्ध-सदाबहार
वन
सदाबहार
वनों की दोहन का मुख्य कारण क्या है- अपेक्षाकृत
गम्यता आसान होना
व्यापारिक दोहन के अलावा अर्ध-सदाबहार वनों के विनाश का प्रमुख कारण क्या है- स्थानांतरित कृषि
उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन को कहा जाता है- मानसूनी वन
जल की उपलब्धता पर इन वनों को किन 2 भागों
में बांटा गया है- आर्द्र
पर्णपाती तथा शुष्क पर्णपाती वन
उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन |
|
आर्द्र पर्णपाती वन |
वर्षा क्षेत्र- 100 से 200 सेमी |
प्रमुख क्षेत्र– पूर्वोत्तर
राज्यों, हिमालय के गिरीपद, पश्चिमी घाट के पूर्वी ढाल |
|
वृक्ष- सागवान,
साल, शीशम, महुआ,
सेमल, चंदन |
|
शुष्क पर्णपाती वन |
वर्षा क्षेत्र- 70 से 100 सेमी |
मुख्य क्षेत्र-उत्तर
प्रदेश एवं बिहार के मैदानी भागों में |
|
मुख्य वृक्ष- तेंदु,
पलाश, अमलतास, बेल |
उष्ण कटिबंधीय
कांटेदार वन
उष्ण
कटिबंधीय कांटेदार वन के मुख्य क्षेत्र कौन से हैं- पंजाब, हरियाणा, राजस्थान गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के अर्धशुष्क
क्षेत्र
- वार्षिक वर्षा की मात्रा - 50 सेमी से कम
- घास एवं झाडि़यों की प्रधानता होती है। पौधे लगभग पूरे वर्ष पत्ते रहित रहते है और झाडि़यों के समान दिखते हैं।
- प्रमुख वृक्ष- बबूल, बेर, खजूर, नीम, खेजडी पलास
पर्वतीय वन
भारत
के पर्वतीय वनों को कितने भागों में बाटां
जाता है- 2 भागों में उत्तरी पर्वतीय वन एवं दक्षिणी
पर्वतीय वन
हिमालय
में ऊंचाई के साथ वनस्पति में परिवर्तन का कारण
- तापमान में गिरावट
- वर्षा में बदलाव
- मिट्टी का अनउपजाऊ होना
पश्चिमी हिमालय संसाधन प्रदेश के प्रमुख संसाधन क्या है- वन
हिमालय
गिरीपदीय क्षेत्र में किसकी प्रधानता है-पर्णपाती वनस्पतियों
की
हिमालय में
1000-2000 मीटर की ऊंचाई पर किस वनस्पति की प्रधानता होती है- आर्द्रशीतोष्ण कटिबंधीय वन
देवदार, चिनार, वालन
जैसे वृक्ष सामान्यत: मिलते है- पश्चिमी हिमालय
हिमालय क्षेत्र
में अधिक ऊंचाई वाले भाग में किस वनस्पति की प्रधानता है-टुण्ड्रा वनस्पति (लाइकेन,
मॉस)
हिमालय क्षेत्र
में किस ढाल पर अपेक्षाकृत वनस्पति की मात्रा ज्यादा है-दक्षिणी ढाल, (कारण- अधिक वर्षा)
नीलगिरी, अन्नामलाई,
पालनी पहाडि़यों पर पाए जानेवाले शीतोष्ण कटिबंधीय वनस्पतियों को कहा जाता है- शोलास
दक्षिण भारत के
शोलास वनों में किन वृक्षों की प्रधानता है- मगनोलिया, सिनकोना, लैरल, वैटल
वेलांचली व अनूप वन
राष्ट्रीय
कच्छ वनस्पति आनुवांशिक संस्थान कहां स्थित है- उड़ीसा
मैंग्रोव
किस प्रकार की वनस्पति है- वैसी वनस्पति जो तटीय खारे पानी में उगती है
विश्व
में सर्वाधिक मैंग्रोव वनस्पति पायी जाती है- इंडोनेशिया (21%)
विश्व
में सर्वाधिक सघन मैंग्रोव वनस्पति मिलती है-मलेशिया
भारत
का सबसे बड़ा मैंग्रोव क्षेत्र कौन सा है- सुन्दरवन, पश्चिम बंगाल
विश्व
के कुल मैंग्रोव वनस्पति का कितना क्षेत्र भारत
में है- 7%
तमिलनाडु
की देशज प्रजाति “राइजोफोरा एन्नामलायाना” क्या है- मैंग्रोव वनस्पति
“हेरीटेरिया कनिकेंसिस” कच्छ वनस्पति भारत के किस राज्य में मिलती है- भीतरकनिका, गुजरात
राष्ट्रीय वन नीति एवं वन स्थिति
रिपोर्ट 2019
भारत में सबसे पहले वन नीति कब बनायी गयी- 1894
राष्ट्रीय वन नीति 1894 को
संशोधित किया गया- 1952 तथा 1988
राष्ट्रीय वन नीति के तहत मैदानी तथा पर्वतीय भाग में कितने भागों में वनाच्छादन का लक्ष्य रखा गया- क्रमशः 20 तथा 60%
‘भारतीय
वन स्थिति रिपोर्ट-2019’ किस क्रम की रिपोर्ट है-16वीं
भारतीय वन सर्वेक्षण द्वारा कितने वर्ष के अंतराल पर ‘भारतीय
वन स्थिति रिपोर्ट’ को प्रकाशित किया जाता है- 2 वर्ष
वन संसाधनों के आकलन के लिये वन स्थिति रिपोर्ट 2019 में किस
उपग्रह से प्राप्त आंकड़ों का प्रयोग किया गया- भारतीय दूरसंवेदी उपग्रह रिसोर्ससेट -2
वन स्थिति रिपोर्ट 2019 में जोड़ा गया नया अध्याय है-‘वनों के प्रकार एवं
जैव विविधता’ (Forest Types and Biodiversity)
ऐसी भूमि जिसे किसी सरकारी अधिनियम या नियम के अंतर्गत वन के रूप में अधिसूचित किया गया हो या उसे सरकारी रिकॉर्ड में ‘वन’ के रूप में दर्ज़ किया गया हो क्या कहलाती है- रिकार्डेड फारेस्ट एरिया
भारत वन
स्थिति रिपोर्ट-2019 में
आद्रभूमियों को किसमें शामिल किया गया है- रिकार्डेड
फारेस्ट एरिया में
भारत की आर्द्रभूमियाँ देश के रिकार्डेड फारेस्ट एरिया के कितने प्रतिशत क्षेत्र को कवर करती हैं- लगभग 3.83%
भारत के रिकार्डेड फारेस्ट एरिया में कमी दर्ज की गयी- 0.05%
भारत की आर्द्रभूमियाँ देश के रिकार्डेड फारेस्ट एरिया के कितने
प्रतिशत क्षेत्र को कवर करती हैं- लगभग 3.83%
भारत के कुल
वनावरण का कितना प्रतिशत वनों में लगने वाली आग से प्रभावित है- 21.40%
पूर्वोत्तर
में किस राज्य के अलावा शेष सभी उत्तर-पूर्वी राज्यों के वनावरण क्षेत्र में
कमी दर्ज हुई- असम एवं त्रिपुरा
सर्वाधिक
वनावरण प्रतिशत वाले शीर्ष 3 राज्य है-मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय
सर्वाधिक वन
क्षेत्रफल वाले शीर्ष 3 राज्य कौन है- मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़
वन क्षेत्रफल
में वृद्धि वाले शीर्ष 3 राज्य है- कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल
वनों पर ईंधन की लकड़ियों के लिये
आश्रित राज्यों में सर्वाधिक आश्रित
राज्य है- महाराष्ट्र
इमारती लकड़ी, चारा और
बाँस पर सर्वाधिक आश्रित राज्य- मध्य प्रदेश
भारतीय वनों के कुल कार्बन स्टॉक में
मृदा जैविक कार्बन (Soil
Organic Carbon) कितना योगदान देता है- लगभग 56%
मैंग्रोव
वनस्पति में 2017 की तुलना में
कितनी की वृद्धि हुई- 1.10%
मैंग्रोव
वनावरण में सर्वाधिक वृद्धि दर्ज करने वाला राज्य है- गुजरात
सर्वाधिक
मैंग्रोव आच्छादित राज्य |
|
पश्चिम
बंगाल |
42.45% |
गुजरात |
23.66% |
अंडमान
निकोबार द्वीप समूह |
12.39 % |
आर्द्रभूमि क्षेत्र के तहत आनेवाले
रिकार्डेड फारेस्ट एरिया में भारत के किस राज्य का प्रथम स्थान है- गुजरात (पश्चिम बंगाल-द्वितीय)
वनों एवं वृक्षों से आच्छादित क्षेत्र
देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का कितना प्रतिशत है- 24.56%
वनावरण क्षेत्र देश के कुल भौगोलिक
क्षेत्रफल का कितना है-21.67%
देश में कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का
कितना प्रतिशत वृक्षावरण है- 2.89%
देश में वनाच्छादित क्षेत्रफल में
कितने प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई -0.56%
देश में वृक्ष आच्छादित क्षेत्रफल में
कितने प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई -1.29%
वनावरण और वृक्षावरण क्षेत्रफल में
कुल कितनी वृद्धि दर्ज हुई -0.65%
सर्वाधिक वनावरण प्रतिशत वाला राज्य
कौन सा है-मिज़ोरम, 85.41%
सर्वाधिक वन क्षेत्रफल वाला राज्य- मध्य प्रदेश
वन क्षेत्रफल में वृद्धि वाला शीर्ष
राज्य- कर्नाटक
उष्णकटिबंधीय
सामुद्रिक पारिस्थितिकी में जैव विविधता का विशाल
भंडार किसे माना जाता है-
प्रवाल भित्ती/ मूंगे की चट्टान
लक्षद्वीप
में किस प्रकार के प्रवाल पाए जाते हैं- वलय प्रवाल भित्ति
कच्छ
की खाड़ी में किस प्रकार के प्रवाल हैं- तटीय प्रवाल भित्ति
राष्ट्रीय प्रवाल भित्ति अनुसंधान केंद्र
स्थापित किया गया- पोर्ट ब्लेयर
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प्रश्न- वनस्पति
की सघनता, जैव भार एवं जैव विविधता को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारक क्या है?
- मृदा
- तटीय स्थिति
- मौसम
- वर्षा की मात्रा
उत्तर- वर्षा की मात्रा
प्रश्न- भारत में
पायी जानेवाली पौध प्रजातियों का लगभग 40% भाग विदेशी है
जिसमें चीन–तिब्बत क्षेत्र से आए विदेशी पौधों को क्या कहा जाता है?
- सुफिया
- बोरियल
- तूकोची
- उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- बोरियल
प्रश्न- थार मरुस्थल एवं पश्चिमी भारत में किस
क्षेत्र के पौधों की प्रधानता है?
- चीन
- उत्तरी अफ्रीका
- दक्षिणी अमेरिका
- उत्तरी अफ्रीका
उत्तर -उत्तरी अफ्रीका
प्रश्न- भारत के
उत्तर पूर्वी पहाडि़यां क्षेत्र में किस क्षेत्र के वनस्पतियों का आवरण पाया
जाता हैं?
- अफ्रीकन
- साइबेरियन
- ब्राजीलियन
- इंडो मलेशियाई
उत्तर- इंडो मलेशियाई मूल की
वनस्पतियां
प्रश्न- भारत में शीतोष्ण
कटिबंधीय वनस्पतियां सामान्यतः कहां पायी जाती है?
तटवर्ती क्षेत्र
थार क्षेत्र
पठारी क्षेत्र
हिमालयी क्षेत्र
उत्तर - हिमालयी क्षेत्र
में
प्रश्न- भारत में मगनोलिया, सिनकोना, लैरल, वैटल आदि जिनका आर्थिक महत्व है किससे
संबंधित वृक्ष है?
- उष्ण कटिंबधीय वन
- ज्वारीय वन
- सदाबहार वन
- शीतोष्ण कटिबंधीय
उत्तर- शीतोष्य कटिबंधीय
प्रश्न- मसाला
बगान हेतु भारत की कौन सा क्षेत्र महत्वपूर्ण है?
- उष्ण कटिंबधीय सदाबहार क्षेत्र
- समशीतोष्ण क्षेत्र
- पर्वतीय वन
- शीतोष्ण कटिबंधीय
उत्तर- उष्ण कटिबंधीय सदाबहार
क्षेत्र
प्रश्न- एशिया का
सबसे बड़ा टयूलिप उद्यान कहां है?
- दिल्ली
- जम्मू कश्मीर
- उत्तराखंड
- तमिलनाडु
उत्तर- सिराज बाग, जम्मू-कश्मीर
प्रश्न- भारत में
वानस्पतिक संसाधनों के सर्वेक्षण एवं पहचान हेतु गठित संस्थान भारतीय
वानस्पतिक सर्वेक्षण विभाग का मुख्यालय कहां है?
- कोयम्बटूर
- कोलकात्ता
- नागपुर
- मुम्बई
उत्तर- कोलकात्ता
भारत में जीव जंतुओं के सर्वेक्षण एवं
पहचान हेतु भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग का मुख्यालय भी कोलकात्ता है ।
प्रश्न- भारतीय वन
सर्वेक्षण विभाग, देहरादून की स्थापना कब हुई?
- 1975
- 1965
- 1981
- 1971
उत्तर- 1981
प्रश्न- भारतीय वन
सर्वेक्षण विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय कोलकाता के अलावा किस स्थान पर है ?
- बंगलुरु
- शिमला
- नागपुर
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोकत सभी
प्रश्न- निम्न में कौन सुमेलित नहीं है?
- भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग-कोलकात्ता
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी –देहरादून
- भारतीय वन प्रबंधन संस्थान भोपाल
- जीबी पंत हिमालयन पर्यावरण और विकास संस्थान- शिमला
उत्तर जीबी पंत हिमालयन
पर्यावरण और विकास संस्थान-अल्मोडा, उत्तराखंड में है।
प्रश्न- निम्न
में असत्य कथन को बताएं?
- भोजपत्र वृक्ष भारत में हिमालय में मिलता है।
- कत्था बनाने में किस खैर पेड़ की लकड़ी का उपयोग होता है।
- समुद्री एवं स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र के बीच सेतु का कार्य- ज्वारीय अथवा कच्छ वनस्पति
- जंगल की आग तेंदु पत्ता को कहा जाता है।
उत्तर- जंगल की आग ब्यूटिया
मोनोस्पर्मा/पलाश को कहा जाता है।
प्रश्न- भारत के
सर्वाधिक वृहद क्षेत्र में पाया जाने वाला वन है?
- उष्ण कटिंबधीय वन
- सदाबहार वन
- शीतोष्ण कटिबंधीय
- उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
उत्तर- उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
प्रश्न- निम्न
में असत्य कथन बताएं ?
- तेंदू वृक्ष के पत्ते से बीड़ी बनायी जाती है।
- भारत में झारखंड में सागौन वन पाया जाता है।
- फर्न नामक पौधे में फूल नहीं होते हैं।
- सामाजिक वानिकी में प्रयुक्त बहुद्देशीय वृक्ष का उदाहरण खेजरी है।
उत्तर- भारत में मध्यप्रदेश में सागौन
वन पाया जाता है।
प्रश्न- किस
प्रकार के वनों में वन सघन एवं परतों वाली वनस्पतियों की उपस्थिति पायी जाती है?
- उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
- उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
- पर्वतीय वन
- वेलांचली व अनूप वन
उत्तर- उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन
प्रश्न- निम्न का
संबंध किस वन से है?
- स्थिति- पश्चिमी घाट की पश्चिमी ढाल, उत्तर
पूर्वी पहाड़ी तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह
- वार्षिक वर्षा 200 cm से ज्यादा एवं
तापमान 22 डिग्री C से ज्यादा
- वृक्ष प्रजातियां- सिनकोना, रोजवुड, महोगनी, एबनी, आर्किड
- उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
- उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
- पर्वतीय वन
- वेलांचली व अनूप वन
उत्तर- उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन
प्रश्न- भारत में
उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वनस्पतियों का घर किसे कहा जाता है?
- पश्चिमी घाट
- पूर्वोत्तर भारत
- मध्य भारत
- अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह
उत्तर- अंडमान एवं निकोबार
प्रश्न- निम्न तथ्य किस प्रकार के वनों की विशेषता प्रदर्शित कर रहे हैं?
- वृक्षों में पत्ते झड़ने, फुल लगने का समय अलग-अलग होना।
- वृक्ष की लकडि़यां कठोर होना तथा वन गम्यता कठिन होना
- वनस्पतियों का आर्थिक महत्व अपेक्षाकृत कम
- उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
- उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
- शीतोष्ण कटिबंधीय वन
- पर्वतीय वन
उत्तर- उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन
विशेष-उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वनों में वृक्षों में पत्ते झड़ने, फुल लगने का समय अलग-अलग होता है इस कारण वर्ष भर हरे-भरे/सदाबहार रहते
हैं । इसी क्रम में वृक्ष की लकडि़यां कठोर होना तथा वन गम्यता कठिन होने से
आर्थिक महत्व कम है।
प्रश्न- साइडर, लॉरेल, होलक, रोजवुड वृक्ष प्रजातियां का संबंध किस
प्रकार के वनों से है?
- उष्णकटिबंधीय अर्द्धसदाबहार वन
- उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
- पर्वतीय वन
- वेलांचली व अनूप वन
उत्तर- उष्ण कटिबंधीय अर्द्धसदाबहार वन
प्रश्न- अर्ध-सदाबहार वन किस प्रकार के वनों का
मिश्रित रूप होता है?
- पर्णपाती वन एवं कांटेदार वन
- सदाबहार एवं वेलांचली वन
- सदाबहार एवं आर्द्र पर्णपाती
- सदाबहार एवं पर्वतीय वन
उत्तर- सदाबहार एवं आर्द्र पर्णपाती
प्रश्न- सदाबहार वनों की विनाश/दोहन का मुख्य कारण क्या है?
- अपेक्षाकृत
गम्यता आसान होना
- व्यापारिक दोहन
- स्थानांतरित कृषि
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी
प्रश्न- निम्न में किसे उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन भी
कहा जाता है?
- अर्द्धसदाबहार वन
- मानसूनी वन
- पर्वतीय वन
- वेलांचली व अनूप वन
उत्तर- मानसूनी वन
प्रश्न-जल की उपलब्धता के आधार पर उष्णकटिबंधीय
पर्णपाती वन को आर्द्र पर्णपाती तथा शुष्क पर्णपाती वन में बांटा गया है जिसमें आर्द्र पर्णपाती वन की विशेषता निम्न
में से क्या है?
- वर्षा क्षेत्र- 100 से 200 सेमी
- प्रमुख क्षेत्र– पूर्वोत्तर राज्यों, हिमालय के गिरीपद, पश्चिमी घाट के पूर्वी ढाल
- वृक्ष- सागवान, साल, शीशम, महुआ, सेमल, चंदन
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी
प्रश्न- निम्न विशेषताएं किस प्रकार के वनों से
संबंधित है?
- वर्षा क्षेत्र- 70 से 100 सेमी
- मुख्य क्षेत्र-उत्तर प्रदेश एवं बिहार के मैदानी भाग
- मुख्य वृक्ष- तेंदु, पलाश, अमलतास, बेल
- आर्द्र पर्णपाती
- शुष्क पर्णपाती
- मानसूनी वन
- पर्वतीय वन
उत्तर- शुष्क पर्णपाती वन
प्रश्न-निम्न विशेषताएं किन वनों से संबंधित है?
- वार्षिक वर्षा की मात्रा - 50 सेमी से कम
- घास एवं झाडि़यों की प्रधानता
- पौधे लगभग पूरे वर्ष पत्ते रहित रहते है और झाडि़यों के समान दिखते हैं।
- प्रमुख वृक्ष- बबूल, बेर, खजूर, नीम, खेजडी पलास
- उष्णकटिबंधीय अर्द्धसदाबहार वन
- उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
- मानसूनी वन
- उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन
उत्तर- उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन
तथा इसके मुख्य क्षेत्र पंजाब, हरियाणा, राजस्थान,
गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के अर्धशुष्क क्षेत्र हैं।
प्रश्न-भारत के पर्वतीय वनों 2 भागों में उत्तरी पर्वतीय वन एवं दक्षिणी पर्वतीय वन में बांटा जाता है । हिमालय
में ऊंचाई के साथ वनस्पति में परिवर्तन का कारण निम्न में से कौन है ?
- तापमान में गिरावट
- वर्षा में बदलाव
- मिट्टी का अनउपजाऊ होना
- उपरोक्त सभी
उततर- उपरोक्त सभी
प्रश्न- हिमालय के वन के संबंध में असत्य कथन बताएं?
- पश्चिमी हिमालय संसाधन प्रदेश के प्रमुख संसाधन वन है।
- हिमालय गिरीपदीय क्षेत्र में कंटीले वनस्पतियों की प्रधानता है
- 1000-2000 मीटर की ऊंचाई पर आर्द्रशीतोष्ण कटिबंधीय वन की प्रधानता ।
- देवदार, चिनार, वालन सामान्यत: पश्चिमी हिमालय में मिलते है
उत्तर- हिमालय गिरीपदीय क्षेत्र में
पर्णपाती वनस्पतियों की प्रधानता है
प्रश्न- हिमालयी वनस्पति के संबंध में सत्य कथन को
बताएं?
- अधिक ऊंचाई वाले भाग में टुण्ड्रा वनस्पति वनस्पति की प्रधानता है।
- लाइकेन, मॉस आदि टुण्ड्रा वनस्पति
हैं।
- हिमालय के दक्षिणी ढाल पर अधिक वर्षा के कारण अपेक्षाकृत वनस्पति की मात्रा ज्यादा है।
- केवल 1
- 2 एवं 3
- 1 एवं 3
- सभी कथन सत्य है
उत्तर- सभी कथन सत्य है
प्रश्न-निम्न में किन क्षेत्रों की पहाडि़यों पर
पायी जानेवाले शीतोष्ण कटिबंधीय वनस्पतियों को शोलास कहा जाता है?
- नीलगिरी पहाडि़या
- अन्नामलाई पहाडि़या
- पालनी पहाडि़यां
- उपरोक्त सभी क्षेत्रों में
उत्तर- उपरोक्त सभी क्षेत्रों में
प्रश्न- दक्षिण भारत के शोलास वनों में मगनोलिया के
अलावा किस/किन वृक्ष अथवा वृक्षों की प्रधानता है?
- सिनकोना
- लैरल
- वैटल
- उपरोक्त सभी
उत्तर- उपरोक्त सभी
प्रश्न-निम्न में असत्य कथन का चयन करें ।
- राष्ट्रीय कच्छ वनस्पति आनुवांशिक संस्थान उड़ीसा में है
- मैंग्रोव तटीय खारे पानी की वनस्पति है
- विश्व में सर्वाधिक मैंग्रोव वनस्पति फिलीपिंस में है।
- विश्व में सर्वाधिक सघन मैंग्रोव वनस्पति मलेशिया में है।
उत्तर- विश्व में
सर्वाधिक मैंग्रोव वनस्पति इंडोनेशिया (21%) में है।
प्रश्न-निम्न में असत्य कथन का चयन करें।
- भारत का सबसे बड़ा मैंग्रोव
क्षेत्र सुन्दरवन, पश्चिम बंगाल है।
- विश्व के कुल मैंग्रोव वनस्पति
का 3% क्षेत्र भारत में है।
- तमिलनाडु की देशज प्रजाति “राइजोफोरा
एन्नामलायाना” मैंग्रोव वनस्पति है।
- “हेरीटेरिया कनिकेंसिस” कच्छ वनस्पति भारत के भीतरकनिका, गुजरात में मिलती है।
उत्तर- विश्व के
कुल मैंग्रोव वनस्पति का 7% क्षेत्र भारत में है।
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