संविधान की प्रस्तावना एवं संविधान का स्रोत
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भारतीय संविधान की प्रस्तावना
भारतीय संविधान की
प्रस्तावना किसके द्वारा प्रस्तुत उद्देश्य प्रस्ताव पर आधारित है- जवाहरलाल नेहरू
प्रस्तावना को सर्वप्रथम
किस देश के संविधान में शामिल किया गया था- अमेरिकी संविधान में
किस संविधान विशेषज्ञ ने
संविधान की प्रस्तावना को ‘संविधान का परिचय’ पत्र कहा है- नानी पालकीवाला
भारत में लौकिक सार्वभौमिकता है क्योंकि संविधान की प्रस्तावना आरंभ होती
है- हम भारत के लोग.....शब्दों से
सभी व्यक्ति पूर्णता और समान रूप से मानव है यह सिद्धांत क्या कहलाता है- सार्वभौमिकता
संविधान
की प्रस्तावना की समाप्ति किन शब्दों के साथ होती है- .... अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।’
भारतीय संविधान की प्रस्तावना
के अनुसार भारतीय संविधान के अधिकार का स्रोत किसमें निहित है- भारत के लोगों में
संविधान में उल्लेखित
किन शब्दों के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय लोग सर्वोच्च सम्प्रभुता
का उदघोष करते हैं- हम भारत के लोग.......संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।
भारतीय संविधान की कुंजी
किसे माना जाता है- प्रस्तावना
संविधान में हमारे राष्ट्र का उल्लेख किस नाम से किया गया है- भारत तथा इंडिया नाम से
भारतीय संविधान के उद्देश्य को कौन प्रतिबिंबित
करता है- प्रस्तावना
किसने संविधान को ‘एक पवित्र दस्तावेज’ की संज्ञा दी- डॉ बी. आर. अंबेडकर
भारतीय संविधान के प्रस्तावना
के अनुसार संविधान के क्या उद्देश्य है- न्याय, स्वतंत्रता, समता एवं बंधुत्व
प्रस्तावना में उल्लेखित
सम्प्रुभता शब्द का क्या अर्थ है- ‘भारत किसी भी विदेशी और आंतरिक शक्ति के नियंत्रण से
पूर्णतः मुक्त सम्प्रुभत्व सम्पन्न राष्ट्र है।’
भारत में समाजवाद का कौन
सा रूप अपनाया गया है- लोकतांत्रिक समाजवाद
लोकतांत्रिक समाजवाद का
क्या तात्पर्य है- वैसी व्यवस्था जिसमें उत्पादन और वितरण के सभी साधनों का
राष्ट्रीयकरण और निजी संपत्ति का उन्मूलन शामिल है
भारतीय संविधान के उद्देश्यों में से एक आर्थिक न्याय का उपबंध कहां किया
गया है- प्रस्तावना तथा राज्य के नीति
निदेशक तत्व में
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में कितने प्रकार के न्याय की व्यवस्था की गई
है- तीन प्रकार के (सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय)
भारतीय संविधान में किस
संशोधन द्वारा समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष
और अखंडता
शब्द को जोड़ा गया- 42वें संविधान संशोधन,1976
भारत को धर्मनिरपेक्ष राज्य वर्णित करता है- संविधान की प्रस्तावना
भारत के संदर्भ में धर्मनिरपेक्ष शब्द का सही भाव क्या व्यक्त करता है- भारत में राज्य का कोई धर्म नहीं है
संविधान में उल्लेखित धर्मनिरपेक्ष
शब्द का क्या तात्पर्य है-‘भारत में सभी धर्मों को राज्यों से समानता, सुरक्षा और समर्थन पाने का अधिकार है।’
धर्म
विरोधी राज्य जो सभी धर्मो का विरोध करता है क्या कहलाता है- नास्तिक राज्य
ऐसा
राज्य जिसका अपना विशेष धर्म होता है जैसे- बांग्ला देश,
पाकिस्तान आदि क्या कहलाता है- सैद्धांतिक राज्य
ऐसा
राज्य जो धर्म के मामले में तटस्थ रहता है तथा उसका अपना कोई विशेष धर्म नहीं
होता है क्या कहलाता है- धर्मनिरपेक्ष राज्य
‘राजनीतिक लोकतंत्र तब तक स्थाई नही बन सकता जब
तक कि उसके मूल में सामाजिक लोकतंत्र नहीं हो।’– डा. बी आर अम्बेडकर
संविधान की प्रस्तावना
में उल्लेखित गणतंत्र का अर्थ है-भारत के राजप्रमुख चुनाव द्वारा सत्ता का
प्रयोग करते हैं ना कि वंशानुगत
स्वतंत्रता, समता,
बंधुता के आदर्श को कहां से ग्रहण किया गया है- फ्रांस की राज्यक्रांति
संविधान में सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक
न्याय के तत्वों को कहां से ग्रहण किया गया है- 1917 की रूसी
क्रांति से
भारतीय संविधान की प्रस्तावना
में अभी तक कितनी बार संशोधन किया जा चुका है- केवल एक बार
किस
वाद में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा यह निर्णय दिया गया कि जहां संविधान की भाषा
संदिग्ध हो, वहां प्रस्तावना विविध निर्वचन में सहायता करती है- बेरूबरी यूनियन
वाद, 1960
किस
वाद में सर्वोच्च न्यायालय ने यह स्पष्ट किया था कि ‘प्रस्तावना
संविधान का हिस्सा नहीं है।’- बेरूबरी यूनियन वाद,1960
किस
वाद में सर्वोच्च न्यायालय ने अपने पूर्व के फैसले को पलटते हुए कहा ‘प्रस्तावना
संविधान का हिस्सा है, और इसे अनुच्छेद 368 के तहत संशोधित किया जा सकता है।’- केशवानंद भारती
वाद,1973
किस
वाद में सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया कि प्रस्तावना संविधान का मूल
ढांचा है- केशवानंद भारती वाद
प्रस्तावना
में वर्णित ‘न्याय’ के तीन अलग-अलग रूपों यथा सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय को किन प्रावधानों के माध्यम से हासिल किया गया है- मौलिक अधिकार और
नीति निर्देशक सिद्धांतों के विभिन्न प्रावधानों के माध्यम द्वारा
भारतीय
संविधान देश में व्यक्तियों को किस प्रकार की समानता प्रदान करने का प्रयास करता
है- सामाजिक, आर्थिक एवं
राजनीतिक समानता
संविधान
के प्रस्तावना में उललेखित समता का अभिप्राय क्या है- समाज के किसी भी वर्ग हेतु
विशेषाधिकार की अनुपस्थिति तथा बिना किसी भेदभाव के सभी को समान अवसर उपलब्ध
कराना
किस
अनुच्छेद के अनुसार धर्म, जाति, लिंग या वर्ग के आधार पर किसी व्यक्ति को
मतदाता सूची में शामिल होने के अयोग्य करार नहीं दिया जा सकता– अनुच्छेद 325
लोकसभा
एवं विधानसभाओं के लिए वयस्क मतदान का प्रावधान संविधान के किस अनुच्छेद में
किया गया है- अनुचछेद 326
प्रस्तावना
में अनुच्छेद 368 के तहत संशोधन किया जा सकता है या नहीं, यह
प्रश्न पहली बार उठाया गया- केशवानंद भारती वाद में
संविधान
सभा के किस सदस्य ने कहा था कि ‘प्रस्तावना संविधान का सबसे सम्मानित
भाग है तथा यह संविधान की आत्मा है।’– पंडित ठाकुर दास
भार्गव
भारतीय संविधान के स्रोत
भारतीय
संविधान की गणतंत्रीय व्यवस्था किस देश की शासन व्यवस्था से ली गयी है- फ्रांस
अति महत्वपूर्ण प्रावधान एवं संबंधित देश |
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आपातकालीन प्रावधान |
जर्मनी |
संविधान संशोधन |
दक्षिण अफ्रीका |
मौलिक कर्तव्य |
सोवियत संघ |
मूल अधिकार |
अमेरिका |
राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा में साहित्य, कला, विज्ञान तथा समाज सेवा इत्यादि के क्षेत्र में
ख्याति प्राप्त व्यक्तियों का मनोनयन किस देश से लिया गया है- आयरलैंड
कैबिनेट मिशन के प्रस्ताव 1946 में गठित अंतरिम
मंत्रिमंडल |
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विभाग |
व्यक्ति |
शिक्षा मंत्री |
सी राजगोपालाचारी |
कार्य, खनन एवं बंदरगाह |
सी एच भाभा |
रेलवे |
आसफ अली |
वित्त |
लियाकत अली खां |
वाणिज्य |
आई आई चुन्दरीगर |
संचार |
अब्दुल रब नश्तर |
स्वास्थ्य |
गजांतर अली खां |
विधि |
जोगेन्द्र नाथ मंडल |
न्यायपालिका
की स्वतंत्रता तथा न्यायिक पुनरावलोकन किस देश से ग्रहण किया गया है- अमेरिका
भारतीय संधीय व्यवस्था
किस देश की संघीय व्यवस्था के समान है- कनाडा
स्वतंत्र भारत का पहला मंत्रिमंडल |
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विभाग |
व्यक्ति |
शिक्षा मंत्री |
मौलाना अबुल कलाम आजाद |
कार्य,खनन एवं ऊर्जा |
वी एन गाडगिल |
वित्त |
आर के षणमुगम शेट्टी |
रेलवे |
जॉन मथाई |
वाणिज्य |
सी एच भाभा |
संचार |
रफी अहमद किदवई |
स्वास्थ्य |
राजकुमारी अमृतकौर |
विधि |
डॉ. बी आर अम्बेडकर |
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 में वर्णित शब्दावली
पर किस देश के संविधान का प्रभाव है- जापान
राज्य
के नीति निर्देशक तत्व किस देश के संविधान से ग्रहण किया गया है- आयरलैंड
केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों के राज्यपाल की नियुक्ति
प्रक्रिया- कनाडा
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक का प्रावधान- आस्ट्रेलिया
भारतीय संविधान में एकल नागरिकता का प्रावधान- ब्रिटेन
भारतीय
संविधान के विदेशी स्रोत |
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संयुक्त राज्य अमेरिका |
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ब्रिटेन |
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आस्ट्रेलिया |
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आयरलैंड |
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जर्मनी का वाइमर संविधान |
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दक्षिण अफ्रीका |
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रूस |
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कनाडा |
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जापान |
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फ़्रांस |
इन प्रश्नों को GK BUCKET STUDY TUBE यूटयूब चैनल पर भी देख सकते हैं।
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