प्रश्न- भारत में प्रमुख प्रकार के मिलेट्स की खेती के लिए उपयुक्त भौगोलिक परिस्थितियाँ क्या हैं ? उदाहरणों के साथ समझाएँ । (70th BPSC)
उत्तर- मिलेट्स मुख्यतः गर्म और शुष्क जलवायु में उगने वाले अनाज हैं। सूखा
क्षेत्र, कम उर्वरता वाली भूमि और चरम जलवायु परिस्थितियों में भी
पनपने के कारण इनकी खेती भारत के शुष्क एवं अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में की जाती है।
- ज्वार – महाराष्ट्र और कर्नाटक इसके प्रमुख उत्पादक राज्य हैं जहां इसके लिए उपयुक्त
शुष्क कृषि होती है। यह चिकनी रेगुर और जलोढ़ मिट्टी में 100 सेमी तक वर्षा वाले क्षेत्रों में पनपता है।
- बाजरा– 40 से 50
सेमी वर्षा वाले शुष्क और गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों में निम्न
गुणवत्ता वाली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है। राजस्थान, उत्तर
प्रदेश और हरियाणा इसके उपयुक्त क्षेत्र है।
- रागी– 50 से 100 सेमी वर्षा और लाल, हल्की काली, बालू तथा जलोढ़ दोमट मिट्टी में उगता
है। यह कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में व्यापक रूप से
उगाया जाता है।
- जौ – यह रबी फसल है जो 75–100 सेमी वर्षा और ठंडी जलवायु में उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान में उगाई जाती है।
- अन्य मिलेट्स- कोडो, कुटकी और सानवा जैसे मिलेट्स संसाधनों की कमी वाले मध्य
भारत के बंजर और आदिवासी क्षेत्रों में उगते हैं ।
इस प्रकार, भारत की भौगोलिक परिस्थितियां मिलेट्स उत्पादन के लिए
उपयुक्त परिस्थितियां बनाती है जिससे यह जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में एक टिकाऊ
विकल्प प्रदान करता है।
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