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Dec 14, 2022

जैन धर्म-महावीर स्‍वामी एवं उनसे संबंधी महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न

 जैन धर्म-महावीर स्‍वामी  संबंधी महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न

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जैन धर्म के संस्थापक किसे माना जाता है- प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव

ऋग्वेद में किस जैन तीर्थकर का उल्लेख मिलता है- ऋषभदेव (1) एवं अरिष्ठनेमी (22)

ऋषभदेव का निर्वाण स्थल- अष्टपद (कैलश)

ऋषभदेव को किस वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई -बरगद

किस तीर्थ कर का निर्वाण स्थल चंपापुरी है- वासु पूज्यनाथ

22वे जैन तीर्थकर अरिष्ठनेमी को  कहां पर निर्वाण प्राप्त हुआ-गिरनार पर्वत

जैन धर्म के 24वें एवं अंतिम तीर्थकर महावीर स्वामी को कहां निर्वाण प्राप्त हुआ- पावापुरी

महावीर स्वामी का जन्म कहां हुआ था- कुंडग्राम, वैशाली, 540 ईसा पूर्व

महावीर के अनुयायियों को मूलतः क्या कहा जाता था- निग्रंथ

महावीर स्वामी एवं बुद्ध से संबंधित तथ्य

 

महावीर स्वामी

महात्मा बुद्ध

पिता

सिद्धार्थ, वज्जि संघ के कुंडग्राम के  ज्ञातृक  कुल के प्रधान

शुद्धोधन इक्ष्वाकु वंशीय क्षत्रिय शाक्य कुल के राजा

माता

त्रिशलालिच्छवी शासक चेटक की बहन 

महामाया (कोलीय वंश)

पालन-गौतमी प्रजापति

जन्म

कुंडग्राम, वैशाली

लुम्बिनी, नेपाल तराई

पत्नी

यशोदा

यशोधरा

पुत्री

अनोज्जा प्रियदर्शनी

पुत्र- राहुल

बचपन नाम

वर्धमान

सिद्धार्थ

ज्ञान प्राप्ति

ऋजुपालिका नदी, साल वृक्ष के नीचे

बोधगया, निरंजना नदी

पीपल वृक्ष

पहला उपदेश

प्राकृत भाषा, वित्तूलांचल पर्वत, बिहार

पाली भाषा, सारनाथ

प्रथम भिक्षुणी

चंपा

गौतमी

मृत्यु

पावापुरी, राजगीर

कुशीनगर


जैन भिक्षु के आचार नियमों का उल्लेख कहां मिलता है- आचारांगसूत्र

महावीर के प्रथम अनुयाई कौन थे- उनके दामाद जामिल

प्रथम जैन भिक्षुणी कौन बनी थी- चंपा

महावीर ने प्रथम उपदेश किस पर्वत पर दिया- वित्तूलांचल पर्वत, बिहार

पार्श्वनाथ  ने अपने शरीर का त्याग किस पर्वत पर किया- सम्मेद पर्वत, झारखंड

महावीर ने अपने शिष्यों को कितने  गणधरों में विभाजित किया-11

महावीर की मृत्यु के बाद जैन धर्म का प्रथम मुख्य उपदेशक कौन बना- आर्य सुधर्मा

प्रमुख जैन तीर्थ कर एवं उनके प्रतीक चिन्ह

ऋषभदेव

सांड

नेमिनाथ

नीलकमल

अजीत नाथ

हाथी

अरिष्ठनेमी

शंख

संभावनाथ

घोड़ा

पार्श्वनाथ

सर्प

अभिनंदन नाथ

कपि

महावीर

सिंह

जैन साहित्य को क्या कहा जाता है- आगम

वह जैन ग्रंथ जो महावीर के जीवन पर प्रकाश डालता है तथा महाजनपदों का उल्लेख मिलता है- भगवती सूत्र

जैन धर्म में किस बात पर विशेष बल दिया गया है- अहिंसा 

श्रवणबेलगोला स्थित गोमतेश्वर/बाहुबली मूर्ति किसके द्वारा बनवाई गई- चामुंडराय

गोमतेश्वर/बाहुबली कौन थे- ऋषभदेव के पुत्र

पंच महाव्रत

01

अहिंसा

जीव के प्रति हिंसा न करना

02

सत्य

सदा सत्य बोलना

03

अपरिग्रह

संपत्ति ग्रहण न करना

04

अस्तेय

चोरी न करना

05

ब्रह्मचर्य

इंद्रिय निग्रह करना 

जैन धर्म में  संथारा/सल्लेखना  प्रथा क्या है-  उपवास द्वारा प्राण त्याग

किस मौर्य शासक ने  श्रवणबेलगोला में सल्लेखना विधि द्वारा अपने शरीर का त्याग किया- चंद्रगुप्त मौर्य

मोक्ष कैवल्य की प्राप्ति हेतु त्रिरत्न

01

सम्यक ज्ञान

वास्तविक ज्ञान

02

सम्यक दर्शन

सत्य में विश्वास

03

सम्यक चरित्र

इंद्रियों व कर्मों पर पूर्ण नियंत्रण


मगध में पड़े भीषण अकाल के कारण किसके नेतृत्व में जैन  अनुयायियों का एक दल  कर्नाटक  गया- भद्रबाहु

जैन तीर्थंकरों की जीवनी भद्रबाहु द्वारा  रचित किस पुस्तक में मिलती है- कल्पसूत्र

भद्रबाहु के शिष्य क्या  कहलाए-  दिगंबर

स्थूलभद्र के शिष्य क्या कहलाए- श्वेतांबर 

जैन संगीति

वर्ष

स्थान

अध्यक्ष

प्रथम

300 .पूर्व 

पाटलिपुत्र

स्थूलभद्र

द्वितीय

छठी शताब्दी

बल्लभी (गुजरात)

क्षमाश्रवण

जैन धर्म ने अपने आध्यात्मिक विचारों को ग्रहण किया-  सांख्य दर्शन से

खजुराहो के जैन मंदिरों का निर्माण कराया गया- चंदेल शासकों द्वारा

किसके राजप्रासाद में महावीर स्वामी को निर्वाण प्राप्त हुआ- मल्ल राजा सृष्टिपाल

72 वर्ष की आयु में 468 .पूर्व  महावीर की मृत्यु (निर्वाण) किस स्थान पर हुई- पावापुरी, राजगीर

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