मुद्रा एवं मुद्रास्फीति
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अर्थव्यवस्था
मुद्रा Currency
मुद्रा क्या है- विनिमय का सर्वमान्य
माध्यम जो सभी प्रकार के लेन देन में भुगतान माध्यम के रूप में प्रयुक्त होती है
मुद्रा का तात्पर्य
नोटों एवं सिक्कों से न होकर उन सभी वस्तुओं से है जो भुगतान के रूप में सामान्यतः
स्वीकार की जाती है।
भारत में सर्वप्रथम
प्रयोग किए गए सिक्के को क्या कहा जाता था- आहत अथवा पंचमार्क सिक्का
आहत या पंचमार्क सिक्के
किसके द्वारा जारी किए जाते थे- व्यापारिक संघों तथा राज्यों द्वारा
शेरशाह द्वारा जारी 178 ग्रेन के चांदी के सिक्के को क्या कहा जाता था- रुपया
आधुनिक रुपए का जनक
किसे माना जाता है-
शेरशाह
के रुपए को
औपनिवेशिक काल में 1840 के बाद जारी किए गए सिक्कों में किसका चित्र अंकित होता था- ब्रिटेन
की महारानी
भारतीय सिक्कों पर कब
से अशोक स्तंभ का चिह्न अंकित किया जाने लगा- 15 अगस्त 1950 से
भारत में दशमलव
मुद्रा प्रणाली कब शुरू की गई- 1957
भारत में कागजी
मुद्रा की शुरुआत प्रथम बार कब की गई- 1862
वर्तमान में प्रचलित
मुद्रा किस प्रणाली पर आधारित है- फिएट प्रणाली
सरकार द्वारा कानूनी
रूप से वैद्य घोषित मुद्रा जिसका अपना मूलभूत महत्व नहीं होता क्या कहलाती है- फिएट
मुद्रा
भारत में सिक्कों, तमगों
आदि के उत्पादन हेतु किन किन स्थानों पर टकसाल है- मुम्बई, कोलकाता, हैदराबाद, तथा नोयडा
वर्तमान भारतीय सिक्के
किसके बने होते हैं-
फेरिटिक
स्टेनलेस स्टील, क्यूप्रोनिकेल तथा एल्यूमिनियम ब्रांज के
भारत में नोट निर्गमन
हेतु छापाखाना कहां है-
नासिक, देवास एवं होशंगाबाद
भारत में आधुनिक करेंसी
प्रेस कहां स्थापित किए गए हैं- कर्नाटक के मैसूर एवं पश्चिम बंगाल के शालबनी में
अंतर्राष्ट्रीय
वित्तीय सेवा केंद्र कहां स्थापित किया गया है- गांधीनगर
कोई इकाई मुद्रा जितनी
मात्रा में किसी वस्तु का क्रय कर सकती है, उस मात्रा को क्या कहा जाता है- मुद्रा की क्रय शक्ति
इंडियन सिक्योरिटी प्रेस, नासिक |
डाक टिकट, डाक सामग्री, स्टाम्प, बैंक चेक, राष्ट्रीय बचत पत्र,सरकारी प्रतिभूति इत्यादि |
सिक्योरिटी प्रिटिंग प्रेस, हैदराबाद |
दक्षिण भारत के डाक लेखन मांग को पूरा करने हेतु |
करेंसी प्रेस नोट, नासिक |
10, 50, 100,
500 तथा 1000 के बैक नोट का मुद्रण कार्य |
बैंक नोट प्रेस, देवास, मध्य प्रदेश |
20, 50, 100 तथा 500 के नोट |
सिक्योरिटी पेपर मिल, होशंगाबाद |
बैंक और करेंसी नोट के कागज उत्पादन हेतु |
मुद्रा बाजार को कितने
भागों में बांटा गया है-
संगठित
और असंगठित्
किस मुद्रा को भुगतान
के रूप में स्वीकार करने में कानूनी बाध्यता होती है- वैधानिक मुद्रा
किस मुद्रा को भुगतान
के रूप में स्वीकार न करने पर सरकार द्वारा दंड दिया जा सकता है- वैधानिक मुद्रा
किस प्रकार की मुद्रा
के भुगतान को किसी खास शहर के किसी खास शाखा में भी भुनाया जा सकता है- डिमांड ड्राफ्ट
डिमांड ड्राफ्ट को किसके
द्वारा जारी किया जाता है-
बैंकर
द्वारा
किसका प्रयोग एक ही
शहर में होने वाले लेन देन हेतु किया जाता है- बैंकर्स चेक अथवा पे आर्डर
सस्ती मुद्रा Cheap Currency शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसके द्वारा किया गया- जे एम कीन्स द्वारा
जब सरकार द्वारा किसी
बॉण्ड को उसकी परिपक्वता अवधि के पूर्व वापस खरीद लिया जाता है तो इससे अर्थव्यवस्था
में प्रवाहित धन को क्या कहा जाता है- सस्ती मुद्रा Cheap Currency
सरकार द्वारा बॉण्ड
जारी करने से जिस मुद्रा का प्रवाह सरकार के कोष में होता है उसे क्या कहा जाता है- मँहगी मुद्रा Dear Currency
मँहगी मुद्रा क्या प्रदर्शित
करता है-
सरकार
के पास धन की कमी को
जब किसी मुद्रा के वास्तविक
मूल्य के बजाए मौद्रिक मूल्य से प्रतिक्रिया व्यक्त की जाती है तो उसे क्या कहा जाता
है- मुद्रा
भ्रम
ऐसी मौद्रिक नीति जिसके
तहत उद्योगों,
व्यवसायों व उपभोक्ताओं को कम ब्याज दर एवं आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध
करायी जाती है क्या कहलाती है- सस्ती मुद्रा नीति Cheap Money
Policy
सस्ती मुद्रा नीति का
प्रयोग सामान्यतः किया जाता है- उद्योगों एवं व्यापार को प्रोत्साहन देने हेतु
सस्ती मुद्रा नीति का
अर्थव्यवस्था पर प्रभाव है-
मुद्रास्फीति
बढ़ती है
मंहगी मुद्रा नीति Dear Money Policy
का उपयोग सामान्यतः किया जाता है- साख संकुचन हेतु
नोट- मंहगी मुद्रा नीति द्वारा मुद्रास्फीति को नियंत्रण
करने में मदद मिलती है।
महंगी मुद्रा नीति के
तहत क्या कदम उठाया जाता है- ब्याज दर में वृद्धि की जाती है
वह मुद्रा जिसमें
त्वरित प्रवास की प्रवृत्ति होती है क्या कहलाती है- Hot Money
भारतीय रुपए के प्रतीक
चिह्न
₹ को अपनाया गया- 2010 में जिसे IIT मुम्बई के छात्र डी उदय कुमार द्वारा डिजाईन किया गया था।
भारतीय रुपए के प्रतीक
चिह्न
₹ में किस लिपि का प्रयोग किया गया है- देवनागरी
के र तथा रोमन लिपि के R का प्रयोग
मांग मुद्रा बाजार को
क्या कहा जाता है-
अंतर
बैंक ऋण मुद्रा बाजार
पुरानी मुद्रा को समाप्त
कर नई मुद्रा का प्रचलन कराना क्या कहलाता है- विमुद्रीकरण Demonetization
भारत में सबसे पहले
विमुद्रीकरण कब किया गया था- 1946
मुद्रा के प्रकार |
|
लेखा
मुद्रा Accounting Money |
जिस मुद्रा का प्रयोग लेन देन, मूल्य और कर्ज की मात्रा को व्यक्त करने में होता है। |
वास्तविक मुद्रा Accounting Money |
वास्तविक रूप में प्रचलित यानी दैनिक मुद्रा |
वैधानिक मुद्रा Legal Tender |
वह मुद्रा जो कानूनी आधार पर चलन में है तथा जिसे स्वीकारने हेतु प्रत्येक व्यक्ति बाध्य है। |
सांकेतिक मुद्रा Token Money |
मुद्रा जिसका धात्विक मुल्य उसके अंकित मूल्य से कम होता है जैसे- वर्तमान प्रचलित सिक्के |
मानक मुद्रा Standard Money |
जब सिक्के का वास्तविक मूल्य एवं अंकित मूल्य बराबर हो तो वह मानक मुद्रा कहलाती है। जैसे सोने, चांदी के सिक्के |
ऐच्छिक मुद्रा Optional Money |
वह मुद्रा जिसे भुगतान के रूप में स्वीकारना अथवा अस्वीकारना भुगतान प्राप्त की इच्छा पर निर्भर करता है। जैसे- चेक, हुंडी, विनिमय पत्र, इसे साख मुद्रा या बैंकिंग मुद्रा भी कहा जाता है |
प्लास्टिक मुद्रा Plastic Money |
विभिन्न वित्तीय संस्थानों, बैंकों, कंपनियों द्वारा जारी डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड इत्यादि |
नजदीकी मुद्रा Near Money |
जिस संपत्ति को आसानी से एवं शीघ्रता से मुद्रा में बदला जा सकता है, नजदीकी मुद्रा कहलाती है जैसे सोना, चांदी |
न्यास मुद्रा Fiduciary Money |
वह मुद्रा जो विनिमय के माध्यम के रूप में स्वीकार की जाती है तथा प्राप्तकर्ता तथा जारीकर्ता के विश्वास पर आधरित होती है। जैसे- चेक |
कॉशन मुद्रा Caution Money |
किसी संविदा दायित्व को पूरा करने हेतु जमानत के तौर पर मांगी गयी राशि |
दुलर्भ मुद्रा Hard Currency |
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जिस मुद्रा की आपूर्ति कम और मांग ज्यादा होती है, दुलर्भ मुद्रा कहलाती है जैसे- अमेरिकन डॉलर, ब्रिटिश पौंड |
सुलभ मुद्रा Soft Currency |
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जिस मुद्रा की आपूर्ति ज्यादा और मांग कम होती है, सुलभ मुद्रा कहलाती है जैसे- भारतीय रुपया |
गर्म मुद्रा Hot Currency |
वह मुद्रा जिसमें शीघ्र पलायन कर जाने की प्रवृत्ति होती है, यानी जिस स्थान पर लाभ की संभावनाएं ज्यादा हो जैसे शेयर बाजार में लगी विदेशी मुद्राएं |
आंतरिक मुद्रा Internal Currency |
निजी क्षेत्रों, संस्थाओं द्वारा आपस में ऋणों के भुगतान हेतु प्रयुक्त होनेवाली मुद्रा |
बाह्य मुद्रा External Money |
सार्वजनिक क्षेत्र द्वारा निजी क्षेत्र की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु सृजित मुद्रा |
1978 में जनता पार्टी सरकार द्वारा कितने मूल्य के ऊपर के नोटों को प्रचलन से बाहर
कर दिया गया था- 1000 रु. एवं इसके ऊपर
8 नवम्बर
2016 को कितने मूल्य के नोटों को प्रचलन से बाहर कर दिया गया था- 500 एवं 1000 के नोट
विमुद्रीकरण का एक प्रमुख
उद्देश्य होता है-
जाली
नोटों की समस्या दूर करना तथा काले धन की समाप्ति
मुद्रास्फीति
वह स्थिति जब वस्तुओं
के मूल्य बढ़ता है तथा मुद्रा का मूल्य गिरता है क्या कहलाता है- मुद्रास्फीति Inflation
- मांग प्रेरित मुद्रास्फीति Demand Pull Inflation- जब चालू कीमतों पर वस्तुओं तथा सेवाओं की कुल मांग आपूर्ति की तुलना में अधिक हो जाती है।
- लागत प्रेरित मुद्रास्फीति Cost Push Inflation- लागत में वृद्धि हो जाने के कारण कीमतों में होनेवाली वृद्धि
मुद्रास्फीति प्रायः
होती है-
अनियंत्रित
एवं परिस्थितिजन्य
मुद्रास्फीति का क्या
अभिप्राय है-
बढ़ती
हुई कीमतें न कि बढ़ी हुई कीमतों की स्थिति
मुद्रास्फीति का क्या प्रभाव पड़ता है- वस्तुओं का मूल्य बढ़ता है तथा मुद्रा का मूल्य गिरता है
मुद्रास्फीति तथा मुद्रा
के मूल्य के बीच पाया जाता है- विपरित संबंध
बजट के घाटे को पूरा
करने हेतु हीनार्थ प्रबंधन के तहत नए नोटों को छापा जाने से होनवाले मुद्रा प्रसार
के कारण हुई स्फीति क्या कहलाती है- बजटीय स्फीति या हीनार्थ प्रेरित स्फीति
किस प्रकार की मुद्रा
स्फीति में समाज की बढ़ती हुई आय के उपभोग पर कोई नियंत्रण नहीं लगाया जाता- खुली
मुद्रा स्फीति
दबी मुद्रास्फीति में उपभोग की मात्रा
पर नियंत्रण लगाया जाता है।
मुद्रा स्फीति से आयात
तथा निर्यात पर क्या प्रभाव होता है- आयात में वृद्धि तथा निर्यात में कमी आती
है जिससे भुगतान संतुलन प्रतिकूल हो जाता है।
अत्यधिक मुद्रा निर्गमन
से उत्पन्न स्फीति कहलाती है- चलन स्फीति
मुद्रास्फीति बढ़ने
पर औद्योगिक विकास पर प्रभाव होता है- वृद्धि होती है
मुद्रास्फीति की
स्थिति में आर्थिक विषमता पर क्या प्रभाव होता है- आर्थिक विषमता बढ़ती है
मुद्रास्फीति की
स्थिति में सबसे ज्यादा लाभ होता है-ऋणी व्यक्ति को
मुद्रास्फीति Inflation के विभिन्न वर्गों पर प्रभाव |
|
उपभोक्ता |
हानि |
ऋणदाता |
|
स्थिर आय समूह |
|
पेंशनभोगी वर्ग |
|
उत्पादक |
लाभ |
ऋणी (ऋण प्राप्तकर्ता) |
|
परिवर्तनशील आय समूह |
|
व्यापारी वर्ग |
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किसी वित्तीय वर्ष में
मुद्रास्फीति की दर
3% या इससे कम होती है तो इसे क्या कहा जाता है- रेंगती मुद्रास्फीति Creeping
Inflation
विकासशील देशों में
किस प्रकार की मुद्रास्फीति को वांछित माना जाता है जो आर्थिक कार्यों को प्रेरित करती
है- रेंगती
मुद्रास्फीति
मुद्रास्फीति की कौन
सी स्थिति अर्थव्यवस्था हेतु हानिकारक मानी जाती है- अनियंत्रित मुद्रास्फीति
विकासशील अर्थव्यवस्था हेतु अल्प मुद्रास्फीति
की स्थिति अच्छी मानी जाती है। इससे उत्पादन की प्रेरणा तथा रोजगार विस्तार होता है।
जब स्फीति की दर तीन
अंकों से भी ज्यादा हो जाती है तो उसे क्या कहा जाता है- अतिस्फीति
Hyper Inflation
अतिस्फीति की चर्चा
सबसे पहले किसके की गयी-फिलिप केगन
द्वारा
जब मुद्रास्फीति की
दर एवं बेरोजगारी दोनों ही उच्च अवस्था में पहुंच जाती है तो क्या कहलाती है- स्टेगफ्लेशन
मुद्रास्फीति का मापन
किसके द्वारा किया जाता है-
सामान्य
मूल्य सूचकांक के द्वारा
मुद्रा आपूर्ति दर तथा
मुद्रा मूल्य में संबंध होता है- व्यूत्क्रमानुपाती
भारत में
मुद्रास्फीति की दर किस आधार पर मापी जाती है- उपभोक्ता मूल्य सूचकांक, थोक मूल्य सूचकांक
तथा श्रमिक जीवन निर्वाह लागत सूचनाओं के आधार पर
मुद्रास्फीति Inflation के विभिन्न वर्गों पर प्रभाव |
|
रेंगती हुई मुद्रास्फीति Creeping Inflation |
3% या इससे |
चलती हुई मुद्रास्फीति Trolling Inflation |
3% से 10% के बीच |
दौड़ती हुई मुद्रास्फीति Running Inflation |
10% से 20% |
कूदती हुई मुद्रास्फीति Galloping Inflation |
20% से ज्यादा |
अतिस्फीति Hyper Inflation |
तीन अंकों से ज्यादा की स्फीति |
भारत में
मुद्रास्फीति के आकलन का सबसे प्रचलित माप कौन सा है- थोक मूल्य सूचकांक
थोक मूल्य सूचकांक में केवल वस्तुओं की
कीमतों का सूचकांक ज्ञात किया जाता है, सेवाओं को इसमें शमिल नहीं किया जाता।
थोक मूल्य सूचकांक का
प्रकाशन किसके द्वारा किया जाता है- आर्थिक सलाहकार कार्यालय द्वारा
CSO द्वारा
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े पहली बार किस वर्ष प्रस्तुत
किया गया- 2012
थोक मूल्य सूचकांक में
किसे शामिल नहीं किया जाता है- सेवाओं को
नोट- उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में वस्तुओं के साथ साथ
सेवाओं को भी शामिल किया जाता है।
सेवा मूल्य सूचकांक
के निर्माण हेतु औद्योगिक नीति एवं प्रोन्नयन विभाग द्वारा किसकी अध्यक्षता में एक
समिति का गठन किया गया था-
प्रो. सी पी चन्द्रशेखर
मूल्य सूचकांक |
आधार वर्ष |
थोक मूल्य सूचकांक |
2011-12 |
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (औद्योगिक कर्मचारी) |
2016 |
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (ग्रामीण एवं नगरीय) |
2012 |
थोक मूल्य सूचकांक
के मापन में सबसे अधिक वेटेज किसे दिया जाता है- विनिर्मित उत्पाद को
भारत में
कर्मचारियों के महंगाई भत्ते का निर्धारण किस आधार पर होता है- उपभोक्ता मूल्य
सूचकांक
औद्योगिक कर्मचारियों
हेतु उपभोक्ता मूल्य सूचकांक किसके द्वारा जारी किया जाता है- श्रम ब्यूरो
द्वारा
रेजिडेक्स सूचकांक का
संबंध किससे हैं-
भूमि
कीमत से
फिलिप्स वक्र
व्यक्त करता है- मुद्रास्फीति एवं बेरोजगारी के संबंध को
भारत में कर्मचारियों
के महंगाई भत्ते के निर्धारण का क्या आधार है- उपभोक्ता मूल्य सूचकांक
थोक मूल्य सूचकांक के
मापन में किस एक क्षेत्र को अधिक भार दिया जाता है- विनिर्मित पदार्थ
वह स्थिति जब मुद्रा
का मूल्य बढ़ता है तथा वस्तुओं एवं सेवाओं की कीमतें कम होने लगती है तो क्या कहलाता
है- मुद्रा संकुचन
या मुद्रा अवस्फीति (Deflation) या विस्फीति
मुद्रा स्फीति की विपरित
अवस्था किसे कहा जाता है- मुद्रा
संकुचन अथवा मुद्रा अवस्फीति (Deflation)
मुद्रा
अवस्फीति तुलनात्मक रूप में देश की अर्थव्यवस्था हेतु ज्यादा खतरनाक है क्योंकि यह
उत्पादन कम कर राष्ट्रीय आय को कम कर देती है। इसके अलावा अवस्फीति आरंभ होने पर अर्थव्यवस्था
में निराशा आती है जिस कारण इसका नियंत्रण कठिन हो जाता है।
वह स्थिति जब आर्थिक
विकास दर में गिरावट आती है तथा मुद्रास्फीति दर में वृद्धि होती है क्या कहलाती है- स्टेगफ्लेशन
मुद्रास्फीति के साथ मंदी की स्थिति Stagflation कहलाती है।
वह सब क्रियाएं जो मुद्रास्फीति
को रोकने हेतु उठायी जाती है किसके तहत आती है- मुद्रा अपस्फीति (Disinflation)के तहत
मुद्रा अवस्फीति (Deflation) |
मुद्रा अपस्फीति (Disinflation) |
मंदी की स्थिति उत्पन्न करती है |
कीमत सामान्य करने हेतु उठाया गया कदम |
आर्थिक स्थिति को हानि होती है |
आर्थिक स्थिति में सुधार हेतु |
स्वयं उत्पन्न होती है |
नीति के अनुसार की जाती है |
अर्थव्यवस्था में मांग
का स्तर अत्यंत निम्न होने के कारण उत्पादन में कमी और बेरोजगारी में लगातार वृद्धि
होने लगे तो इस स्थिति को क्या कहा जाता है- मंदी
1929 की महान मंदी में एकमात्र देश प्रभावित नहीं हुआ-सोवियत रूस
1929 की महान मंदी से बाहर निकलने हेतु जॉन मेनार्ड कीन्स के उपायों को क्या कहा
जाता है- कीन्सियन पंप प्राइमिंग
भारत में भविष्य
निधि क्या है- एक संविदा आधारित बचत
मुद्रा प्रसार को
श्रेष्ठ तरीके से किस प्रकार वर्णित किया जा सकता है- अवस्था में ऊंची कीमतों का होना
किसी मुद्रा का
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य निर्धारित होता है- संबंधित देश द्वारा दी जाने वाली
वस्तुओं अथवा सेवाओं की मांग तथा संबंधित देश की सरकार की स्थिरता से
मुद्रा का अवमूल्यन
किसी देश की सरकार द्वारा
विदेशी मुद्रा के परिप्रेक्ष्य में घरेलू मुद्रा का मूल्य गिरा दिया जाना क्या कहलाता
है- अवमूल्यन Devaluation
रूपए का अवमूल्यन |
||
प्रथम अवमूल्यन |
1949 |
जवाहर लाल नेहरू |
द्वितीय अवमूल्यन |
1966 |
लाल बहादुर शास्त्री |
तृतीय अवमूल्यन |
1991 |
सी वी चन्द्रशेखर |
भारतीय रुपए का दो
बार अवमूल्यन कब किया गया- 1991-92 में
मुद्रा के अवमूल्यन
का क्या परिणाम होता है- संबंधित
देश में निर्यात में वृद्धि एवं आयात में कमी आती है
नोट- जब कोई देश अपनी मुद्रा का
अवमूल्यन करता है तो आयात
महंगे और निर्यात सस्ते हो जाते हैं
अवमूल्यन की स्थिति
में निर्यात पर क्या प्रभाव होता है- बढ़ जाता है तथा आयात में कमी लायी जाती
है
नोट- अवमूल्यन के कारण निर्यात सस्ते एवं आयात मंहगे
हो जाते हैं
वह प्रक्रिया जिसके
तहत विदेशी मुद्रा के परिप्रेक्ष्य में घरेलू मुद्रा का मूल्य बढ़ा दिया जाता है क्या
कहलाता है-
अधिमूल्यन Appreciation
नोट- अधिमूल्यन का प्रभाव अवमूल्यन के उल्टा होता है
मुद्रा की परिवर्तनीयता
से क्या अर्थ है-
मुद्रा
का वह गुण जिसके माध्यम से मुद्रा को कीमत के अन्य तरल माध्यमों में परिवर्तित किया
जा सकता है
रुपए के परिवर्तनीयता का तात्पर्य क्या है- रुपए को अन्य प्रमुख मुद्राओं में और अन्य
प्रमुख मुद्राओं को रुपए में स्वतंत्र
रूप में परिवर्तित करने की अनुमति
वर्तमान में रुपए
की परिवर्तनशीलता का तात्पर्य क्या है- रुपया सभी प्रकार के चालू व्यवहारों के लिए विदेशी
मुद्रा में परिवर्तनीय है
तारापोर समिति का संबंध
किससे है-
मुद्रा
की पूर्ण परिवर्तनीयता से
भारत सरकार द्वारा भारतीय
मुद्रा को पूर्ण रूप से परिवर्तनीय बनाने की दिशा में पहला कदम कब उठाया गया- 1992-93 में उदारीकृत विनिमय दर व्यवस्था को अपनाकर
रुपए को चालू खाते में
पूर्ण परिवर्तनीय कब बनाया गया-1994
मुद्रा गुणक से क्या
तात्पर्य है- अर्थव्यवस्था
में मुद्रा के स्टॉक और शक्तिशाली मुद्रा के स्टॉक का अनुपात
किसी मुद्रा की विनिमय
दर को स्वतंत्र छोड़ना ताकि मांग एवं पूर्ति की दशाओं के आधार पर वह अपना नया मूल्य स्वयं तक कर सके क्या कहलाता है- फ्लोटिंग
ऑफ करेंसी
स्वर्ण मान (Gold Standard) से क्या तात्पर्य है- जब किसी देश की प्रधान मुद्रा का मूल्य
स्वर्ण में मापा जाता है तो इस मौद्रिक व्यवस्था को स्वर्ण मान कहा जाता है।
नोट- वर्तमान में किसी देश में स्वर्ण मान प्रचलन में
नहीं है।
मुद्रा की तरलता से
आशय है- मुद्रा
की किसी वस्तु में परिवर्तनीयता
मुद्रा में किया गया
भुगतान बिना किसी क्षति के वस्तु या सेवा में परिवर्तित हो जाता है तो इस गुण को कहा
जाता है- मुद्रा
की तरलता
वर्तमान में किस देश
की मुद्रा की परिवर्तनीयता सबसे ज्यादा है- अमेरिकी डॉलर जो विश्व में कहीं भी आसानी से उपलब्ध
है।
किसी देश में निश्चित
समय पर सभी प्रकार के मुद्राओं की कुल योग को क्या कहा जाता है- मुद्रा की आपूर्ति
M1 |
लोगों के पास मुद्रा एवं सिक्के + बैंकों में नकद जमा + रिजर्व बैंक के पास अन्य जमाएं |
M2 |
M1 +
डाकघरों में मांग जमा (डिमांड डिपोजिट) |
M3 |
M1 +
बैंकों के पास सावधि जमाएं (फिक्स डिपोजिट) |
M4 |
M3 +
डाकघरों की कुल जमाएं (मांग एवं सावधि जमा) |
M1 से M3 की ओर जाने पर तरलता पर क्या प्रभाव
पड़ता है-तरलता में कमी आती है।
सबसे तरल मुद्रा कौन
सी है- M1
सबसे कम तरल मुद्रा
कौन सी है- M4
किसे व्यापक मुद्रा
कहा जाता है- M3 को व्यापक मुद्रा कहा जाता
है लेकिन इसमें पोस्ट ऑफिस की कोई भी जमा शामिल नहीं है।
सामान्यतः मुद्रा की
पूर्ति के रूप में किसे स्वीकार किया गया है- M3
अर्थशास्त्री मुद्रा
के प्रतीक के रूप में किसे स्वीकार करते हैं- M3
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