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May 30, 2023

भारत के वैश्विक व्‍यापार संबंध

 भारत के वैश्विक व्‍यापार संबंध    

प्रश्‍न – 2022 में भारत के वैश्विक व्‍यापार संबंधों की जांच कीजिए । व्‍यापार बढ़ाने के लिए भारत द्वारा की गयी विभिन्‍न पहले क्‍या है? भविष्‍य में भारत के वैश्विक व्‍यापार संबंधों को बढ़ाने के कुछ उपाए सुझाइए ।

 


वर्तमान वैश्वीकरण का युग व्यापार समझौतों के प्रसार और प्रतिस्पर्धी व्यापार भागीदारों के उद्भव के साथ आया है जो लगभग हर व्यवसाय, उद्योग और देश को प्रभावित कर रहे हैं। इस कारण इसके साथ तालमेल बिठाना दुनिया भर के नीति निर्माताओं के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है।


भारत हमेशा एक खुले, न्यायसंगत, भविष्यवचनीय, गैर भेदभावपूर्ण और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रणाली के लिए प्रतिबद्ध रहा है और भारत क्षेत्रीय व्यापार व्यवस्थाओं (RTA) को व्यापार उदारीकरण के समग्र उद्देश्य की दिशा में बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के पूरक के रूप में मानता है। भारत यह मानता है कि विश्व व्यापार में क्षेत्रीय व्यापार व्यवस्था विशिष्ट स्थान रखती है और इसी को ध्‍यान में रखते हुए भारत ने वर्ष 2020 में कई देशों/ व्यापारिक भागीदारों/समूहों के साथ काम किया है ।  



भारत एवं मुक्‍त व्‍यापार समझौता

मुक्त व्यापार समझौता के लिए भारत मानता है कि भारत अपने व्यापारिक भागीदारों के लिए निर्यात का विविधीकरण और विस्तार करते हुए उचित वातावरण प्रदान किया जा सके ताकि व्यापारिक भागीदारों में तुलनात्मक लाभ रखने वाले प्रतिस्पर्धी देशों की तुलना में कम लागत पर कच्चे माल और मध्यवर्ती उत्पादों की पहुंच आसान की जा सके और मूल्य वर्धित घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित किया जा सके।


मुक्‍त व्‍यापार समझौता एक भू-राजनीतिक रणनीति का हिस्सा भी है जो भारत की "पूर्व की ओर देखो नीति" के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है। भारत-आसियान, भारत-कोरिया और भारत-जापान समझौतों को इसी श्रेणी में माना जा सकता है ।  


  • भारत ने अब तक 13 मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) और 6 अधिमान्य व्यापार समझौता (पीटीए) किए हैं। इसमें भारत संयुक्त अरब अमीरात व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता नवीनतम है जो 1 मई 2022 से प्रभावी हुआ । इसके साथ भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता है जो 29 दिसंबर 2022 को प्रभावी हुआ था।
  • इसके अतिरिक्त, भारत वर्तमान में अपने कुछ व्यापारिक भागीदारों जैसे यूके, कनाडा, यूरोपीय संघ आदि के साथ मुक्त व्यापार समझौते की वार्ताएं कर रहा है तथा कुछ मौजूदा मुक्‍त व्‍यापार समझौते जैसे भारत-सिंगापुर, भारत दक्षिण कोरिया और भारत-आसियान व्यापार समझौते की समीक्षा करने के लिए कार्रवाई शुरू की है ।
  • मई 2022 में अमेरिका तथा भारत- प्रशांत देशों के द्वारा संयुक्‍त रूप से भारत-प्रशांत आर्थिक संरचना लांच किया गया । भारत ने भारत-प्रशांत आर्थिक संरचना के 3 स्‍तंभों आपूर्ति शृंखला, स्‍वच्‍छ अर्थव्‍यवस्‍था और उचित अर्थव्‍यवस्‍था में शामिल हुआ । भारत के इस कदम से आपूर्ति शृंखलाओं में निवेश, जलवायु वित्‍त जुटाने, नियम आधारित व्‍यापारिक प्रणाली को बढ़ावा देने, तकनीकी सहयोग आदि में आपेक्षित लाभ हो सकते हैं ।

 

पिछले कुछ वर्षों में विश्व व्यापार संगठन में बहुपक्षीय व्यापार वार्ताओं में सीमित प्रगति मुक्‍त व्‍यापार समझौते में वृद्धि के लिए जिम्मेदार कारणों में से एक है। बहुपक्षीय व्यापार वार्ताओं में सीमित प्रगति, प्रतिस्‍पर्धा, संरक्षणवाद के कारण वर्ष 2022 भारत के वैश्विक व्‍यापार संबंध बहुपक्षीय वार्ता की तुलना में मुक्‍त व्‍यापार समझौता के अनुकूल रहा । क्योंकि इन पर बातचीत करने में सरलता होती है और ये भू-राजनीतिक विचारों में कारक को लचीलापन प्रदान करते हैं।

 

व्‍यापार क्षेत्र के सभी हितधारकों और सरकार के प्रयासों का ही प्रतिफल है कि वित्तवर्ष 2022 में भारत के निर्यात क्षेत्र का प्रदर्शन सराहनीय रहा जो 400 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य से अधिक 422.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। इस लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने हेतु सरकार द्वारा विनिर्दिष्ट लक्ष्यों का निर्धारण प्रक्रियगत सुधारों को लाने के साथ साथ उसकी निगरानी की गयी । इसके अलावा सरकार द्वारा कुछ विशिष्ट योजनाएँ भी लायी गयी जो निर्यात को सुविधाजनक बना रही हैं जिनमें प्रमुख निम्‍न हैं।


भारत की व्यापार बढ़ाने की पहल

कृषि उत्पादों पर बल

  • कृषि उत्‍पादों के निर्यात को बढाने के लिए निर्यात निरीक्षण परिषद निर्यात संवर्धन एजेंसियों के समर्थन, ऑनलाइन प्रमाणन जैसे निर्यात सुविधा उपायों के साथ स्टार्ट-अप, नए उद्यमियों, किसान उत्पादक संगठन किसान समूहों का सहयोग लिया गया।
  • उल्‍लेखनीय है कि सरकार के प्रयासों से भारत का कृषि निर्यात वित्त वर्ष 2022 में अब तक का सर्वाधिक निर्यात 37.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया ।

 

ब्‍याज समानीकरण योजना

  • इस योजना के तहत बैंकों द्वारा निर्यातकों को उनके प्री और पोस्ट शिपमेंट रुपया निर्यात क्रेडिट पर ब्याज दरों में लाभ दिया गया ।

 

निर्यातित उत्पादों पर शुल्क और करों की छूट योजना

  • इसके तहत उत्‍पाद मूल्‍य को प्रतिस्‍पर्धी बनाने तथा निर्यात को प्रोत्‍साहन देने हेतु केंद्र, राज्य और स्थानीय स्तर पर निर्माण और वितरण की प्रक्रिया में खर्च पर लगनेवाले लेवी में छूट दिया गया ।

 

निर्यात ऋण गारंटी

  • इस पहल के तहत निर्यात ऋण गारंटी निगम द्वारा निर्यात ऋण बीमा सेवाएं देकर भारतीय निर्यातकों और बैंकों की सहायता दी जा रही है ताकि निर्यात ऋण के कारण होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।

 

कृषि उड़ान योजना

  • कृषि उत्पादों के परिवहन में किसानों की सहायता तथा उनके उत्‍पाद के उचित मूल्‍य प्राप्ति हेतु अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय मार्गों पर अगस्त 2020 में कृषि उड़ान योजना शुरू की गई थी ।
  • इसमें मुख्य रूप से पहाड़ी क्षेत्रों, उत्तर-पूर्वी राज्यों और आदिवासी क्षेत्रों से खराब होने वाले खाद्य उत्पादों के परिवहन पर ध्यान केंद्रित किया गया था। इस पहल के द्वारा कृषि उत्‍पादों के निर्यात में सुधार आया ।

 

निर्यात योजना हेतु व्‍यापार अवसंरचना

  • इस पहल के तहत राज्यों से निर्यात के विकास के लिए उपयुक्त बुनियादी ढांचे के निर्माण में केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों की वित्‍तयी सहायता हेतु 2018 से इस योजना को लाया गया । 

 

निर्यात केन्‍द्र के रूप में एक जिला एक उत्पाद

  • निर्यात केंद्र के रूप में जिला एक जिला एक उत्पाद महत्‍वपूर्ण पहल है । निर्यात केंद्रों के रूप में जिलों पर ध्यान केंद्रित करके निर्यात पर जोर देने से कृषि, समुद्री उत्पाद, कपड़ा, फार्मास्युटिकल, रसायन और कई इंजीनियरिंग उत्पादों में विविधता और प्रतिस्पर्धा के लाभ से भारत को महत्वपूर्ण निर्यातक बनने में मदद मिली ।

 

वैश्विक व्‍यापार संबंधों को बढ़ाने के कुछ उपाए

भारत विश्‍व की आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है और इस स्थिति में वैश्विक व्‍यापार में भारत की महत्‍वपूर्ण भूमिका संभावित है अत: यह आवश्‍यक है कि भारत अपने वैश्विक व्‍यापार संबंधों को बढ़ाए जिसके लिए निम्‍न उपाए किए जा सकते है।


  1. महत्‍वपूर्ण देशों के साथ होनेवाले वैश्विक व्‍यापार समझौतों को आसान, सुविधाजनक बनाया जाए ।
  2. वैश्विक व्‍यापार बढा़ने के लिए वस्‍तु एवं सेवाओं पर टैरिफ एवं गैर टैरिफ बाधाओं में कमी हेतु प्रयास किए जाए।
  3. निर्यात प्रतिस्‍पर्धी बनाने हेतु राष्‍ट्रीय एवं राज्‍यों के स्‍तर पर निर्यात पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत बनाया जाए ।
  4. हिन्‍द प्रशांत, अफ्रीका महाद्वीप के उन देशों के साथ व्‍यापारिक समझौते किए जाए  जिनसे अभी तक भारत के व्‍यापारिक रिश्‍त मजबूत नहीं हो पाए हैं ।
  5. उत्‍पादों एवं सेवाओं को विदेशी बाजार में पहुंच बनाने हेतु भारत द्वारा विदेशी बाजारों के अधिग्रहण नीति पर कार्य किया जाए ।
  6. भारत में निवेश के लिए आकर्षक एवं उचित माहौल बनाया जाए ।
  7. विभिन्‍न व्‍यापारिक अनुबंधों के साथ साथ व्‍यापक आर्थिक सहयोग समझौतों में आनेवाली बाधाओं को दूर करने का प्रयास किया जाए ।

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कार्यक्रम की रूपरेखा

  1. BPSC Mains के नवीन पैटर्न पर आधारित  Telegram based online Test
  2. प्रथम चरण  - 20 मई 2023 से 20 जुलाई 2023 तक
  3. द्वितीय चरण – प्रारंभिक परीक्षा के बाद से 40-50 दिनों तक मुख्‍य परीक्षा के पूर्व  ।
  4. सोमवार से शुक्रवार तक प्रति दिन 1 प्रश्‍न का अभ्‍यास जिसे प्रारंभिक परीक्षा के बाद बढ़ाया जाएगा । हमारा लक्ष्‍य मुख्‍य परीक्षा के 200 अति संभावित प्रश्‍नों का अभ्‍यास करना है ।
  5. सामान्‍य अध्‍ययन के पारम्‍परिक प्रश्‍नों के अलावा जनवरी 2023 से अक्‍टूबर 2023 तक के सभी महत्‍वपूर्ण घटनाओंआर्थिक समीक्षाबजट एवं बिहार पर विशेष रूप से उत्‍तर लेखन का अभ्‍यास किया जाए। इसमें सांख्यिकी संबंध प्रश्‍न नहीं होगें ।
  6. उत्‍तर लेखन टेलीग्राम के माध्‍यम से हिन्‍दी माध्‍यम में होगा ।
  7. निबंध लेखन के तहत अभ्‍यास प्रारंभिक परीक्षा के बाद किया जाएगा ।


कार्यक्रम की विशेषता

  1. GK BUCKET टीम द्वारा प्रश्नों का सूक्ष्म विश्लेषण एवं मूल्यांकन ।
  2. हमारी टीम के अनुसार प्रत्‍येक प्रश्‍न का मॉडल उत्‍तरमूल्‍यांकनआवश्‍यक सलाहआदि ।
  3. संसाधनकोचिंग तक पहुंच एवं समय की कमी जैसी समस्‍याओं को दूर करने में सहायक ।
  4. बदलते पैटर्न तथा बदलती प्रकृति में हमारा उद्देदश्‍य आपको सर्वोत्‍तम प्रदान करना है ।
  5. उपरोक्‍त नियम में समय एवं आवश्‍यकता के अनुसार आवश्‍यक बदलाव किए जा सकते है।

कार्यक्रम के लाभ

  1. मुख्‍य परीक्षा की तैयारी को निरंतरता देने में सहायक ।
  2. बिहार संबंधी मुद्दों पर विशेष प्रश्‍नों का अभ्‍यास कराया जाएगा ।
  3. पीटी रिजल्‍ट के बाद अत्‍यंत कम समय में दोहराव से आत्‍मविश्‍वास आएगा।
  4. प्रश्‍नों की प्रकृति समझनेउसे हल करनेसमय प्रबंधन का अभ्‍यास होगा ।
  5. न्‍यूनतम शुल्‍क में बेहतर गुणवत्‍ता के साथ तैयारी का अवसर ।
  6. सितम्‍बर में GK BUCKET टीम द्वारा तैयार BPSC Mains Special Notes अपडेटेड नोट्स आ जाएगा तो इस कार्यक्रम में शामिल सदस्‍य उस समय विशेष छूट (लगभग 40% तक) के साथ नोटस को प्राप्‍त कर सकते हैं।
  7. ज्‍यादा जानकारी के लिए कॉल करें 74704-95829
  8. BPSC Mains Answer Writing Group में जुड़ने के लिए व्‍हाटसएप/कॉल करें 74704-95829 

68th BPSC मुख्‍य परीक्षा के अन्‍य मॉडल उत्‍तर देखने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें। 

68th BPSC Mains Question-Answer


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