प्रश्न- रूस-युक्रेन युद्ध को तीन वर्ष पूरे हो गए हैं। इस युद्ध के कारणों पर प्रकाश डालते हुए, और इससे विश्व राजनीति पर पड़ने वाले प्रभावों की चर्चा कीजिए। 8
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उत्तर- वर्ष 2022 में आरंभ
हुए रूस-यूक्रेन युद्ध ने न केवल पूर्वी यूरोप को बल्कि पूरी विश्व राजनीति व
अर्थव्यवस्था को गहरे स्तर पर प्रभावित किया है जिसके कारण निम्न हैं
युद्ध के कारण
नाटो विस्तार- यूक्रेन का नाटो में सदस्यता की आकांक्षा और पश्चिमी देशों से बढ़ते रिश्ते
को रूस ने अपनी सुरक्षा के लिए खतरा माना।
क्रीमिया विवाद- 2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जा और डोनबास क्षेत्र में रूसी हस्तक्षेप से
तनाव और गहरा हुआ।
भू-राजनीतिक व ऐतिहासिक विवाद- रूस यूक्रेन को अपने प्रभाव क्षेत्र का हिस्सा मानता है और पश्चिमी देशों के
हस्तक्षेप को अस्वीकार करता है।
रूस की रणनीतिक महत्वाकांक्षा- रूस यूक्रेन को 'डिमिलिटाराइज' करने का तर्क देता है जो आंतरिक
असुरक्षा तथा शक्ति प्रदर्शन का परिणाम है।
विश्व राजनीति पर प्रभाव
अमेरिका-यूरोप-रूस संबंधों में तनाव- पश्चिमी देशों ने रूस पर व्यापक आर्थिक प्रतिबंध लगाए, जिससे रूस-पश्चिम संबंध शीतयुद्ध जैसी स्थिति में आ गए।
ऊर्जा एवं खाद्य आपूर्ति संकट- वैश्विक तेल, गैस, गेहूं की आपूर्ति शृंखला प्रभावित होने से महंगाई और आपूर्ति संकट बढ़ा।
मानवीय संकट- करोड़ों शरणार्थी और हजारों मृत्यु से यूरोप में मानवीय संकट उत्पन्न हुआ।
वैश्विक ध्रुवीकरण- अमेरिका-यूरोप
बनाम रूस-चीन के ध्रुव विकसित हुए और कई देश गुटनिरपेक्षता की ओर बढ़े हैं। भारत ने तटस्थता की नीति अपनाई।
अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की परीक्षा- युद्ध ने यूएन, अंतरराष्ट्रीय
कानून व सुरक्षा तंत्र की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े किए।
निष्कर्षत:
इस युद्ध ने वैश्विक राजनीति के
संतुलन को बदल दिया है। महाशक्तियों के बीच भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तेज हुई, वैश्विक अर्थव्यवस्था व ऊर्जा सुरक्षा अस्थिर हुई तथा दुनिया के भविष्य के
लिए जटिल चुनौतियाँ पेश की हैं।
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